Thursday , November 21 2024

लेख/स्तम्भ

आधी रात में केक काटने का चलन: उत्सव या दिखावा?

कुछ दिनों पहले ही मेरा जन्मदिन बीता, रात के 12 बजते ही अचानक से फोन बज उठा। जन्मदिन की बधाई देने के लिए परिचितों के फ़ोन और मैसेज की जैसे कतार सी लग गई, ऐसा लग रहा था मानों रात के 12 बजे का समय एकदम से विशेष बन गया …

Read More »

राजनीति को नया आयाम देने के लिए जरुरी युवाओं की भागीदारी…

युवाओं के हाथ में राजनीति के नए युग की शुरुआत… राजनीति—यह शब्द सुनते ही अक्सर हमारे मन में नकारात्मक विचारों की बाढ़ आ जाती है। भ्रष्टाचार, सत्ता की भूख, और धोखाधड़ी जैसे शब्द हमारे दिमाग में घूमने लगते हैं। समाज में राजनीति और राजनेता दोनों को ही नकारात्मक दृष्टि से …

Read More »

‘भारत का मज़बूत आधार: जन धन योजना का विस्तार’

लेखक : वीरेंद्र सिंह रावत (आर्थिक पत्रकार और समीक्षक) भारत जैसे विशाल लोकतंत्र में जनता के कल्याण एवं नियोजित विकास को गति देना केंद्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। देश में भिन्न-भिन्न सामाजिक एवं आर्थिक परिदृश्य के चलते, सरकार के सामने एक चुनौती सदा रहती है कि वह कैसे गरीब …

Read More »

विधानसभा चुनावों में उलटफेर के साथ होगा 2024 का अंत

– अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार) लोकसभा चुनाव के परिणामों को अभी गिनती के दिन ही बीते हैं कि देश में एकबार फिर चुनावी माहौल अपने चरम पर पहुंचता नजर आ रहा है। चुनाव आयोग द्वारा जम्मू कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही सियासी …

Read More »

2024 में अच्छे मॉनसून के बावजूद अभी बहुत कुछ करने की ज़रूरत

(हेमंत सिक्का) 2024 का बजट राजकोषीय व्यय को विकास के साथ संतुलित करता है और देश के विकास के लिए सुधारों की अगली लहर की दिशा तय करता है। यह विकसित भारत और मुख्य रूप से कृषि अर्थव्यवस्था के उच्च विकास को बनाए रखने के लिए सभी प्रमुख तत्वों की …

Read More »

भारतीयता की अनुभूति है कृष्ण जन्माष्टमी

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का महत्व (ऋचा सिंह) त्योहार किसी भी देश एवं उसकी संस्कृति के संवाहक होते हैं। त्योहारों के कारण ही हमें अपनी प्राचीन गौरवशाली संस्कृति को जानने एवं समझने का अवसर प्राप्त होता है। यदि त्योहार नहीं होते, तो हमें अपने देवी-देवताओं एवं महापुरुषों तथा उनके जीवन के संबंध …

Read More »

भारतीय कृषि का अमृतकाल : शिवराज सिंह चौहान

कृषि विकास और किसान कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। अन्न के माध्यम से हमारे जीवन संचालन के सूत्रधार अन्नदाता के जीवन में सुख-समृद्धि लाना हमारा संकल्प है। इस संकल्प की पूर्ति के लिए हम हरसंभव प्रयास करेंगे। किसान की आय बढ़ाने के लिए हमने छह सूत्रीय रणनीति बनाई है। उत्पादन …

Read More »

मातृभूमि और हम

आजादी हमारी हमसे कहीं खो ना जाएपास का पड़ोसी ऐसे बीज बो ना जाएपुरखों की कमाई कहीं हाथ से न जाएदूर से ललचाने वाली चीज हो ना जायप्राणों से भी प्यारी है धरोहर हमारीघर-घर में इस बात को बताओ साथियों आजादी……………………दुश्मन वो हमारा अभिमानी हो ना जाएलाल खून ठंडा श्वेत …

Read More »

सपनों से दूर करती यह कैसी पढ़ाई…

अतुल मलिकराम (लेखक एवं राजनीतिक रणनीतिकार) भारत के हलचल और महत्वाकांक्षाओं से भरे एक शहर में, आन्या रहती है। आन्या 20-22 साल की एक होनहार बालिका है, जिसने हाल ही में अपना ग्रेजुएशन पूरा किया है। ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद अब वह एक अच्छी-सी नौकरी चाहती है। पढ़ाई पूरी …

Read More »

चंद रुपयों का सौदा…., सामान सस्ता या हम?

मजबूरों को मजबूर करने का यह कैसा चलन? आजकल की दिखावे की दुनिया में यह देखना वाकई निराशाजनक है कि मानव स्वभाव कितना उथला हो सकता है। हम अक्सर वास्तविक मायने रखने वाली चीजों के बजाए चमक-दमक वाली चीजों की ओर अधिक आकर्षित होते हैं। दिखावे का यह जुनून हमारे …

Read More »