-डॉ. सौरभ मालवीय उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अपने द्वितीय कार्यकाल के तीन वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। उन्होंने 25 मार्च 2022 को द्वितीय बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इस अवसर पर उन्होंने शपथ लेते हुए कहा था कि “मैं आदित्यनाथ …
Read More »लेख/स्तम्भ
हर बार दोषी नारी ही क्यों
संस्कृति पुरानी ही भली थीकम से कम नारियों कीअस्मिता तो न लुटी थी रावन ने सीता को छुआ भी नहींऔर लंका दहन की सजा मिल गयी कौरवों ने द्रौपदी को छुआ भी नहींऔर महाभारत हो गई जब सुरक्षित ही नहीं हैनारी आज के समाज मेंतो क्या करेगी लेकरआज़ादी और हक …
Read More »महाकुंभ ने रचा इतिहास : योगी सरकार का अतुल्य प्रयास
-डॉ. सौरभ मालवीय उत्तर प्रदेश के प्रयाग में आयोजित महाकुंभ सफलतापूर्वक समापन की ओर है। चूंकि उत्तर प्रदेश धार्मिक दृष्टि से अत्यंत समृद्ध राज्य है, इसलिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धार्मिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। इसके अंतर्गत योगी सरकार ने महाकुंभ के भव्य आयोजन …
Read More »मोदीमय दिल्ली- मोदीमय भारत
-डॉ. सौरभ मालवीय दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड विजय ने यह सिद्ध कर दिया है कि जनता भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अटूट विश्वास रखती है। इसके अतिरिक्त दिल्ली विजय इस बात का भी प्रमाण है कि जनता को गुजरात मॉडल पसंद आ रहा है। …
Read More »परीक्षा योद्धाओं की नई परिभाषा : परीक्षा के युद्धक्षेत्र से परे
(केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की कलम से) प्रकृति ने अपनी असीम बुद्धि से प्रत्येक मनुष्य को एक अलग पहचान दी है – हमारी उंगलियों के निशान से लेकर आंखों की पुतलियों तक, हमारे अनुभव से लेकर विचारों तक, हमारी प्रतिभाओं से लेकर उपलब्धियों तक। मानवीय विशिष्टता के बारे में …
Read More »विश्व के लिए प्रेरक है भारतीय संविधान
-डॉ. सौरभ मालवीय भारत एक विशाल एवं विभिन्न संस्कृतियों वाला देश है। यहां विभिन्न संप्रदायों, पंथों एवं जातियों आदि के लोग निवास करते हैं। उनके रीति-रिवाज, भाषाएं, रहन-सहन एवं खान-पान भी भिन्न-भिन्न हैं। तथापि वे आपस में मिलजुल कर प्रेमभाव से रहते हैं। वास्तव में यही भारत का मूल स्वभाव …
Read More »भाषाई सौंदर्य की ब्यूटीशियन जैसी एक पुस्तक “मास्टरिंग ट्रांसफार्मेशन ऑफ सेंटेंस”
पुस्तक समीक्षा/ योगेन्द्र द्विवेदी हम जिस भाषा में भी बात करें, जिस तरह की बात होगी वैसी ही भाव-भंगिमाएं हमारे चेहरे पर आएंगी। हमारी आंगिक मुद्राएं भी भाषा को सम्प्रेषक्षित करेंगी। जब फेस एक्सप्रेशन और बॉडी लेंग्वेज भाषा के साथ इतना न्याय करते हैं तो शब्द और वाक्य न्यास में …
Read More »युवा शक्ति का सशक्तिकरण : विकसित भारत युवा नेता संवाद 2025
(केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया की कलम से) भारत अपनी स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष-2047 की ओर आगे बढ़ रहा है, ऐसे में हमारे युवा विकसित भारत के निर्माण के हमारे मिशन में सबसे आगे हैं। बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले एक लाख …
Read More »एक देश एक चुनाव : राष्ट्र की आवश्यकता
(केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की कलम से) ‘एक देश एक चुनाव’ पर बनी उच्च स्तरीय कमिटी की सिफारिशों को केन्द्रीय केबिनेट ने मंजूर कर लिया है। हमारी सरकार की इच्छा अगले पांच वर्षों में इसे सारे देश में लागू करने की है। यह कोई राजनैतिक मुद्दा नहीं बल्कि राष्ट्र की …
Read More »श्रद्धांजलि
क्या लिखूं उस महान शख्सियत परजिसने खुद स्वर्णिम इतिहास रचाइरादे जिस के अटल सदावो शख्स रहा है अटल खड़ालेकर कलम की ताकत कोपत्रकारिता क्षेत्र चुनाभावो से भरा कवि ह्रदयन रोक सका मन के भावों कोपिरो शब्दो मे भावो कोकविताओ को आकार दियाजब रखा कदम सियासत मेफिर से एक नया इतिहास …
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