Saturday , September 13 2025

औद्योगिक विकास मंत्री ने इन्वेस्ट यूपी के कंसल्टेंट्स के साथ की समीक्षा बैठक 


लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने शुक्रवार को इन्वेस्ट यूपी कार्यालय में आबद्ध (पैनल में शामिल) परामर्शदाताओं के साथ एक व्यापक समीक्षा बैठक की। इस समीक्षा का मुख्य उद्देश्य कार्य में जवाबदेही और गुणवत्ता सुनिश्चित करना तथा उत्तर प्रदेश को एक अग्रणी औद्योगिक राज्य बनाने के लिए रणनीतियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के $ एक ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था के विजन के अनुरूप धरातल पर उतारना था।

बैठक के दौरान औद्योगिक विकास मंत्री ने प्रत्येक कंसल्टेंट से व्यक्तिगत रूप से संवाद किया और उनके कार्यों, जिम्मेदारियों तथा टीम संरचना की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने प्रत्येक टीम सदस्य की भूमिका और योगदान का गहन आकलन किया, ताकि प्रदेश के निवेश इकोसिस्टम को और मजबूत किया जा सके।

पेशेवर दृष्टिकोण और मापनीय परिणामों के महत्व पर बल देते हुए श्री नन्दी ने निर्देश दिए कि कंसल्टेंट्स अपने कार्य में उच्च गुणवत्ता बनाए रखें और जवाबदेही सुनिश्चित करें। उन्होंने राज्य के व्यवसायिक वातावरण और निवेश सुविधा को और बेहतर बनाने के लिए कई सुझाव भी साझा किए।

मंत्री ने निवेश मित्र 3.0 प्लेटफ़ॉर्म पर तकनीक आधारित सेवाओं को और अधिक निवेशक-हितैषी बनाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि आवेदन पत्र सरल हों और यूज़र-फ्रेंडली इंटरफ़ेस के साथ हों, जिससे एक आम निवेशक सहजता से इस पोर्टल का लाभ उठाते हुए निवेश चक्र को पूरा कर सके।

उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि इन्वेस्ट यूपी सहित सभी निवेश एवं उद्योग संबंधी विभाग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता सूची में शामिल हैं। इसलिए हमारी जिम्मेदारियाँ दोगुनी हो जाती हैं और हमें आगामी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पूरी मेहनत करनी होगी।

बैठक में इन्वेस्ट यूपी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विजय किरण आनंद के साथ कई महाप्रबन्धक और उप प्रबन्धक भी मौजूद थे।

समीक्षा बैठक का समापन करते हुए श्री नन्दी ने कंसल्टेंट्स से कहा कि वे केवल रूटीन कार्यों तक सीमित न रहें, बल्कि व्यापक दृष्टिकोण के साथ काम करें। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सभी का सामूहिक प्रयास उत्तर प्रदेश को औद्योगिक महाशक्ति बनाने और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के $1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के विज़न को साकार करने की दिशा में होना चाहिए, जिसमें मज़बूत औद्योगिक विकास, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस सुधार और निवेश प्रवाह की अहम भूमिका होगी।