Saturday , October 4 2025

केंद्रीय गृहमंत्री ने किया केवीआईसी की कई परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास


लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। हरियाणा के रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) परिसर में आयोजित ‘खादी कारीगर महोत्सव’ में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। उन्होंने खादी कारीगरों को मशीन और टूलकिट्स का वितरण, ऑनलाइन माध्यम से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत लाभार्थियों को मार्जिन मनी सब्सिडी का वितरण, नयी इकाइयों का शुभारंभ तथा देश के अलग-अलग हिस्सों में स्थित कई परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। 

इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन तथा योजना मंत्रालय के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह तथा केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर तथा खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष मनोज कुमार उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और ‘खादी पगड़ी’ के लोकार्पण से हुई। इसके उपरांत खादी पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। अमित शाह ने हरियाणा के कारीगरों को 2298 मशीनें एवं टूलकिट्स (जिनमें विद्युत चालित चाक, चरखा, सिलाई मशीन, अगरबत्ती मशीन, लेदर रिपेयरिंग टूलकिट, मोबाइल एवं एसी रिपेयरिंग टूलकिट आदि शामिल हैं) वितरित किए। साथ ही गृहमंत्री के द्वारा खादी के पांच वरिष्ठ कारीगरों का सम्मान भी किया गया।

वर्चुअल माध्यम से गृह मंत्री ने 33.66 करोड़ रुपये की लागत से देशभर में केवीआईसी की कई परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास तथा शुभारंभ किया। इस अवसर पर अमित शाह ने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान खादी को स्वदेशी और आत्मनिर्भरता का मजबूत आधार बनाया। लेकिन कांग्रेस सरकारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खादी को पुनर्जीवित करने का संकल्प लिया।

अमित शाह ने कहा कि जब हम खादी पहनते हैं तो हम एक ही वस्त्र नहीं पहनते। स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत की भावना को अपनाते हैं। उन्होंने देश के सभी नागरिकों से अपील की कि हर परिवार 5000 रुपये की खादी जरूर खरीदें, जिससे देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़े। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। जब भारत की आजादी की शताब्दी मनाई जाएगी, तब खादी की अहम भूमिका होगी। खादी और ग्रामोद्योग लाखों बुनकरों के लिए एक सशक्त मंच बन रहा है। उन्होंने कहा कि केवीआईसी ने प्रधानमंत्री के ‘खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन और खादी फॉर ट्रांसफॉर्मेशन’ के मंत्र को अपनाकर भारत की अर्थव्यवस्था को सशक्त किया है। 

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इस आयोजन को ‘स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत’ के उत्सव का नाम दिया। उन्होंने कहा, “आज हरियाणा की धरती एक नए स्वदेशी आंदोलन की साक्षी बन रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अथक प्रयासों से खादी अब आत्मनिर्भर भारत की सबसे ताकतवर पहचान बन चुकी है। राष्ट्रीय सहकारिता नीति 2025 में गांव, किसान, महिलाएं, दलित और आदिवासी केंद्र में हैं। ये नीति पारदर्शिता, तकनीक और सदस्य-हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। उन्होंने कहा कि अब समय है स्वदेशी उत्पादों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने का। उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘लोकल टू ग्लोबल’ की दिशा में खादी के उत्पाद लगातार आगे बढ़ रहे हैं। 

इस अवसर पर स्वागत संबोधन में अध्यक्ष केवीआईसी मनोज कुमार ने कहा कि केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने केवीआईसी की कई परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण कर स्वदेशी मिशन को नयी गति दी है। गृहमंत्री स्वयं खादी पहनते हैं और हर मंच से खादी और स्वदेशी का प्रचार कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘गर्व से कहो ये स्वदेशी है’ अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। 

कार्यक्रम के अंत में केवीआईसी अध्यक्ष मनोज कुमार ने गृह मंत्री, मुख्यमंत्री हरियाणा एवं अन्य अतिथियों को स्मृति-चिन्ह के रूप में चरखा मेमेंटो भेंट किया। धन्यवाद ज्ञापन केवीआईसी की सीईओ रूप राशि ने दिया। कार्यक्रम में हरियाणा के कई सांसदों समेत बड़ी संख्या में गृह व सहकारिता मंत्रालय, केवीआईसी व स्थानीय प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में खादी कारीगर और लाभार्थी उपस्थित रहे।