वर्धा (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा की कुलपति प्रोफेसर कुमुद शर्मा ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में राष्ट्रपति व विश्वविद्यालय की कुलाध्यक्ष द्रौपदी मुर्मु से शिष्टाचार भेंट की और उन्हें विश्वविद्यालय की शैक्षणिक, शोध और सांस्कृतिक गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी।
इस मुलाकात के बाद विश्वविद्यालय परिवार में उत्साह का वातावरण है। विद्यार्थियों और अध्यापकों ने इसे एक ऐतिहासिक अवसर बताया है। उनका मानना है कि राष्ट्रपति के आशीर्वाद से विश्वविद्यालय आने वाले वर्षों में न केवल हिंदी बल्कि भारतीय संस्कृति के प्रसार में भी अग्रणी भूमिका निभाएगा।
उल्लेखनीय है कि महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की स्थापना वर्ष 1997 में संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य हिंदी भाषा और साहित्य के अध्ययन-अध्यापन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहन देना है। वर्धा की यह धरती जो गांधीजी और विनोबा भावे जैसे महापुरुषों की कर्मस्थली रही है, आज हिंदी के वैश्विक प्रसार का केंद्र बन चुकी है।
Telescope Today | टेलीस्कोप टुडे Latest News & Information Portal