लखनऊ। राष्ट्रीय फ़ाईलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद में 10 फरवरी से सात मार्च तक सर्वजन दवा सेवन(आईडीए) अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत दो साल से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों को छोड़कर अन्य सभी को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जा रही है।
इसी क्रम में बक्शी का तालाब ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय मदारीपुर में आशा कार्यकर्ता कान्ती द्वारा 4 शिक्षकों सहित कुल 64 बच्चों को फ़ाईलेरिया से बचाव की दवा खिलाई गई है। इस अभियान में फाइलेरिया नेटवर्क सदस्य गुड्डी देवी नेआशा बहु को दवा खिलाने में मदद की।
प्रधानाचार्य सत्यप्रकाश द्विवेदी ने स्वयं भी दवा का सेवन किया और उन्होंने कहा कि फाइलेरिया के अभियान चलने से पहले भी आशा कार्यकर्ता और गुड्डी देवीने गाँव में अभिभावकों को और विद्यालय में बच्चों और स्टाफ को आईडीए अभियान की जानकारी दी थी। उनके माध्यम से ही हमें पता चला कि फाइलेरिया बीमारी जान तो नहीं लेती है लेकिन जीवन दुष्कर कर देती है। अगर यह बीमारी हो गई तो ठीक नहीं होती है। व्यक्ति दिव्यांग हो जाता है। आशा कार्यकर्ता ने इस दौरान बच्चों को बताया कि फ़ाईलेरिया को हाथी पाँव भी कहा जाता है और यह बीमारी मच्छर के काटने से होती है। इसलिए अपने घर व आस पास साफ सफाई रखें और मच्छर पनपने ने दें।
इस मौके पर गुड्डी ने बताया कि हम आशा कार्यकर्ता के साथ गाँव में घर-घर जाकर लोगों को फ़ाईलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करने के लिए इसलिए प्रेरित कर रहे हैं कि हम लोगों को बता सकें कि जागरूकता के अभाव में हमने दवा नहीं खाई जिसके कारण हम इस बीमारी की गिरफ्त में हैं और केवल रखरखाव और प्रबंधन से ही इस बीमारी पर काबू पाया है। दूसरे लोग ऐसी गलती न करें। दवा का जरूर सेवन करें।
इसके साथ ही जलालपुर प्राथमिक विद्यालय में भी आशा राजकुमारी द्वारा 20 बच्चों को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराया गया। इसमें फाइलेरिया नेटवर्क सदस्य चन्द्रिका प्रसाद उपस्थित रहे।
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