वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना रहे हैं उत्तर प्रदेश के कुशल युवा : डॉ. एमके शन्मुगा सुंदरम
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। फेयरस्ट्रीट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ‘उड़ान – अभ्यर्थियों का सम्मान समारोह’ का आयोजन बोरा इंस्टीट्यूट ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसेज़ में किया गया। यह समारोह उन प्रतिभाशाली अभ्यर्थियों के सम्मान में आयोजित किया गया, जिन्होंने जर्मन भाषा प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण कर प्रतिष्ठित जर्मन संस्थानों से रोजगार प्रस्ताव प्राप्त किए हैं।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डॉ. एम. के. शन्मुगा सुंदरम (अपर मुख्य सचिव, श्रम एवं रोजगार विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार), विशिष्ट अतिथि कुनाल सिल्कु (विशेष सचिव, श्रम विभाग), नेहा प्रकाश (निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवा निदेशालय) तथा पी. के. पुंडीर (उप निदेशक, रोजगार निदेशालय) उपस्थित रहे।

मुख्य सचिव डॉ. सुंदरम ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश के कुशल युवा आज वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना रहे हैं। राज्य सरकार युवाओं को भाषा, कौशल और प्रशिक्षण से सशक्त बनाकर उन्हें जर्मनी, इज़राइल और जापान जैसे देशों में अंतरराष्ट्रीय अवसरों से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना आत्मविश्वास, धैर्य और निरन्तर सीखने की भावना से किया जाना चाहिए। जर्मन भाषा का ज्ञान युवाओं के लिए नए अवसर खोलता है। जापान और इजराइल जैसे देशों में भारतीय कुशल युवाओं की बढ़ती मांग पर चर्चा करते हुए उन्होने कहा कि हमारे राज्य के युवा विदेशों में अपनी मेहनत और कौशल के बल पर उत्कृष्ट कार्य कर रहे है और अपने परिवार का जीवन स्तर उॅचा उठा रहे है।

विशेष सचिव कुनाल सिल्कु ने कहा कि कौशल का आदान-प्रदान भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना वस्तुओं का आयात-निर्यात। कुशल युवा देश की अर्थव्यवस्था और वैश्विक सहयोग के बीच सेतु का कार्य करते हैं।
उन्होंने कहा कि फेयर स्ट्रीट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड न केवल तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है, बल्कि छात्रों को नए वातावरण, संस्कृति और कार्य नैतिकता के लिए भी तैयार कर रहा है, ताकि वह भारत की कौशल और समर्पण की पहचान बन सके। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य जर्मन भाषा में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों को सम्मानित करना और उन्हें भविष्य के लिए प्रोत्साहित करना था। इस प्रकार के कार्यक्रम युवाओं को प्रोत्साहित करने और उन्हें नए अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
नेहा प्रकाश ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि उन्हें केवल कुछ देशों तक सीमित न रहकर पूरे विश्व को अवसर के रूप में देखना चाहिए।

कार्यक्रम का स्वागत उद्बोधन फेयरस्ट्रीट इंडिया प्रा. लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर वत्सल बोरा ने किया। उन्होंने कहा कि “‘उड़ान’ केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि युवाओं के सपनों को साकार करने की दिशा में एक सशक्त पहल है। फेयरस्ट्रीट उत्तर प्रदेश सरकार की रोजगार दृष्टि का भागीदार है और युवाओं को तकनीकी दक्षता के साथ आत्मविश्वास व वैश्विक अवसरों से जोड़ने का कार्य कर रहा है।”

इस अवसर पर शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र के कई विशिष्ट प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। जिनमें प्रो. डी. के. श्रीवास्तव (चेयरपर्सन, कॉलेज ऑफ नर्सिंग, डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़), राखी नायर (नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट, कॉलेज ऑफ नर्सिंग, RMLIMS), प्रो. कवि सालवी (प्राचार्य, सेंट मैरी कॉलेज), मिराज अहमद (हयात इंस्टीट्यूट), लिंडा एंथनी (एसोसिएट प्रोफेसर, कुंवर कॉलेज ऑफ नर्सिंग), डॉ. शर्लिन (प्राचार्य, के.एल. शास्त्री कॉलेज ऑफ नर्सिंग), अजहरुद्दीन (प्लेसमेंट हेड, ई.आर.ए. यूनिवर्सिटी) तथा डॉ. शीला तिवारी (प्राचार्य, BIAHS) प्रमुख रहे।


समापन सत्र में सौरभ पांडे ने सभी अतिथियों व संस्थान प्रमुखों का आभार व्यक्त किया। समारोह के उपरांत अतिथियों ने फेयरस्ट्रीट के प्रशिक्षण कक्षों का भ्रमण किया और अभ्यर्थियों से संवाद किया। उन्होंने छात्रों से उनके जर्मनी में रोजगार स्थलों व वेतन पैकेज के बारे में जानकारी ली। एक छात्रा ने बताया कि उनकी प्रारंभिक सैलरी ₹2.25 लाख प्रतिमाह से अधिक होगी और वे बर्लिन में कार्य करना चाहती हैं।


जर्मनी जाने के इच्छुक छात्रों में से एक ने पूछा कि अगर वे जर्मनी में मुसीबत में पड़ जाते हैं तो सरकार उनकी कैसे मदद करेगी। इस प्रश्न का उत्तर देते हुए डॉ. सुंदरम ने कहा कि भारतीय एम्बेसी की एक हेल्पलाइन है जिस पर कोई भी भारतीय नागरिक परेशानी की स्थिति में सहायता प्राप्त करने के लिए संपर्क कर सकते हैं।