Friday , June 20 2025

अर्थव्यवस्था में ऋण मांग का समर्थन करने में मिलेगी मदद : साक्षी गुप्ता


 

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। एचडीएफसी बैंक की प्रधान अर्थशास्त्री साक्षी गुप्ता ने कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने आज एक आश्चर्यजनक मौद्रिक लाभ दिया। सीआरआर में 100 बीपीएस की कटौती के साथ-साथ 50 बीपीएस की दर में कटौती केंद्रीय बैंक के वैश्विक प्रतिकूलताओं के मद्देनजर समग्र मांग को बढ़ावा देने के लिए किए जाने वाले प्रयासों को दर्शाती है। आरबीआई ने वर्ष के लिए अपने विकास पूर्वानुमान को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा, जबकि मुद्रास्फीति के पूर्वानुमान को घटाकर 3.7 प्रतिशत कर दिया। आज के निर्णय से परिवारों के लिए उधार लेने की लागत में कमी लाने और अर्थव्यवस्था में ऋण मांग का समर्थन करने में मदद मिलेगी।

इसके बावजूद, आगे की ओर देखते हुए, उदार से तटस्थ रुख में बदलाव शायद यह संकेत देता है कि आरबीआई अब निकट भविष्य के लिए विराम ले सकता है। केंद्रीय बैंक के डेटा पर निर्भर होने की संभावना है और आगे कोई भी दर कटौती केवल तभी हो सकती है जब विकास में भौतिक रूप से गिरावट आए। यह संभावना है कि अब हम 2025 के लिए रेपो दर में कोई और दर कटौती नहीं देखेंगे।