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आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्थानीय व्यंजनों के सेवन पर जोर संग दिया सही पोषण का संदेश

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। एक से 30 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को अल्लूपुर, बुधड़िया, मौलवीगंज, इमिलिहा मुजासा, सदरपुर सहित जनपद के कई आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा और पोषण आधारित मेहंदी प्रतियोगिता आयोजित हुई। इसके साथ ही चिनहट ब्लॉक के सैदपुर जागीर आंगनबाड़ी केंद्र पर “वोकल फॉर लोकल” कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें स्थानीय खाद्य पदार्थों एवं इससे बने व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई। इसके अलावा श्री अन्न से बने व्यंजनों का भी प्रदर्शन किया गया।

सैदपुर जागीर केंद्र पर बाल विकास परियोजना अधिकारी विजय तिवारी ने उपस्थित जनसमुदाय को जानकारी दी कि हमें भोजन में स्थानीय खाद्य पदार्थों को ही शामिल करना चाहिए। उदाहरण के लिए सब्जी में लौकी और फलों में केले, अमरूद हैं तो कोई जरूरी नहीं कि बाजार से महंगे फल खरीदें। लौकी, केले का ही सेवन करें, यह भी उतने ही पौष्टिक हैं जितने कि महंगे फल और सब्जियां। भोजन में गुड़, चना, सहजन आदि को  जरूर शामिल करें। इसके अलावा उन्होंने भोजन में श्री अन्न को भी शामिल करने पर जोर दिया। इस मौके पर सुपरवाइजर इफ्फत बानो, रजनी खरे, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं और आमजनता मौजूद रही।

इसी क्रम में मलिहाबाद ब्लॉक के बुधड़िया आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता अनामिका ने बताया कि केंद्र पर बच्चों का वजन और लंबाई नापी गई और ग्रोथ चार्ट में भरकर स्वस्थ बच्चे की पहचान की गई। जिन बच्चों का वजन आयु के अनुसार कम निकला उनके अभिभावकों को बताया गया कि बच्चों को उनके पसंद का भोजन बनाकर दें। भोजन में स्थानीय फलों, सब्जियों का उपयोग करें। भोजन में दालें, अंकुरित अनाज, गुड़, हरी और पीली सब्जियों, दूध व दूध से बने पदार्थों को शामिल करें। अनामिका ने बताया कि इसके अलावा केंद्र पर किशोरियाँ भी आईं थीं जिन्हें सप्ताह में एक बार आयरन की नीली गोली खाने की सलाह दी। जिससे कि उनमें खून की कमी न होने पाए। इसके साथ ही उन्हें भी पौष्टिक् भोजन् करने की जानकारी दी। महिलाओं और  किशोरियों ने अपने हाथों पर मेहँदी डिजाइन तो बनाई ही इसके साथ ही सही पोषण देश रोशन” के नारे भी हाथों पर लिखवाये। इस मौके पर छोटे बच्चों की माँ और अभिभावक व किशोरियों सहित कुल 22 लोग मौजूद रहे।

जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पोषण माह की हर दिन की गतिविधियाँ सुनिश्चित हैं। बृहस्पतिवार और शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्वस्थ बालक स्पर्धा और मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। इसके साथ ही शून्य से छह साल तक के बच्चों का वजन भी लिया गया। जो बच्चे स्वस्थ चिन्हित किए जाएंगे उन्हें बाद में पुरस्कृत भी किया जाएगा।