नई दिल्ली (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्र में वैश्विक अग्रणी रेकिट ने जागरण पहल और पीवीआर नेस्ट के सहयोग से, अपने प्रमुख अभियान ‘डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया’ (DBSI) के तहत दिल्ली में कला और संगीत पर आधारित एक शानदार सामुदायिक कार्यक्रम के माध्यम से बाल दिवस मनाया। यह आयोजन कनॉट प्लेस स्थित पीवीआर प्लाज़ा सिनेमा में हुआ, जहाँ छात्रों, शिक्षकों और अभियान से जुड़े सहयोगियों ने रचनात्मकता और संस्कृति के माध्यम से स्वच्छता जागरूकता का एक व्यापक अनुभव साझा किया।
इस समारोह में प्रसिद्ध राजस्थानी लोक कलाकार उस्ताद रईस खान की एक मनमोहक प्रस्तुति शामिल थी। उस्ताद रईस खान 2022 से ‘डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया’ अभियान का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने भारत का पहला स्वच्छता-थीम आधारित संगीत एल्बम ‘लोक म्यूजिक फॉर अ स्वस्थ इंडिया’ लॉन्च किया है। इस कार्यक्रम में उपस्थित अन्य अतिथियों में अनिल कुमार बाल्यान (उप-निदेशक शिक्षा, मध्य क्षेत्र – दिल्ली), डॉ. नीलकंठ कुमार (सहायक प्रोफेसर, हिंदी, सीआईईटी, एनसीईआरटी) और डॉ. प्रियंका यादव (सहायक प्रोफेसर, हिंदू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय) शामिल रहे।
लोक संगीत, कठपुतली के जरिये कहानी कहने की कला, गेमिंग और स्वच्छता शिक्षा को एक साथ जोड़ते हुए इस कार्यक्रम ने दिल्ली के विभिन्न स्कूलों के 200 से अधिक छात्रों और प्रमुख सहयोगियों को अपनी दैनिक जीवनशैली में स्वच्छता अपनाने के लिए प्रेरित किया।
उस्ताद रईस खान की भावपूर्ण प्रस्तुति ने यह दर्शाया कि सांस्कृतिक रूप से अनुकूल व्यवहार परिवर्तन संवाद जनस्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम है, जबकि नागौरी घराने के शानदार कठपुतली प्रदर्शन ने बच्चों के बीच हाथों की स्वच्छता के महत्व को रचनात्मक और मनोरंजक ढंग से प्रस्तुत किया।
रेकिट के दक्षिण एशिया, MENARP और अफ्रीका के संचार और कॉर्पोरेट मामलों के निदेशक रवि भटनागर ने कहा, “बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं- एक स्वस्थ, मजबूत और आगे बढ़ते भारत की नींव। अगर हम बचपन से ही बच्चों में अच्छी और स्वस्थ आदतें डालते हैं, तो हम न सिर्फ उनका व्यवहार बदलते हैं, बल्कि ‘विकसित भारत 2047’ की बुनियाद भी मजबूत करते हैं। पिछले 11 सालों से ‘डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया’ अभियान हर बच्चे को जागरूक और आत्मविश्वासी बनाने के लिए काम कर रहा है, ताकि वह अपने परिवार, स्कूल और समाज में स्वस्थ बदलाव ला सके। इस बाल दिवस पर, जब संगीत और कला स्वच्छता के संदेश के साथ मिलते हैं, तो यह हमें याद दिलाता है कि सच्ची शिक्षा वही होती है जो दिल को छू जाए। हर साफ़ हाथ, हर जागरूक बच्चा और हर स्वस्थ घर हमें एक स्वस्थ, समृद्ध और विकसित भारत के और करीब लाता है।
पीवीआर आईनॉक्स लिमिटेड की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन और सीएसआर) तथा पीवीआर नेस्ट की संस्थापक दीपा मेनन ने कहा, “हमें रेकिट के साथ इस सार्थक पहल का हिस्सा बनकर बहुत खुशी है। पीवीआर आईनॉक्स में हम अपने सिनेमाघरों को सिर्फ मनोरंजन का स्थान नहीं, बल्कि लोगों में जागरूकता बढ़ाने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का मंच मानते हैं। यह साझेदारी एक बेहतर समाज बनाने के हमारे साझा उद्देश्य को दर्शाती है। बाल दिवस पर यह सहयोग संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों, विशेष रूप से अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मज़बूत करता है। स्वच्छता, सड़क सुरक्षा, लैंगिक समानता और अच्छी शिक्षा जैसे क्षेत्रों में हम लगातार काम कर रहे हैं ताकि बड़े पर्दे के ज़रिए लोगों को प्रेरित किया जा सके और एक स्वस्थ, सुरक्षित और समतामूलक समाज बनाया जा सके।”

उस्ताद रईस खान ने कहा, “संगीत बच्चों और बड़ों, दोनों को सीमाओं और भाषा से परे जोड़ता है। जब हम गीतों में स्वच्छता जैसे सामाजिक संदेश शामिल करते हैं, तो यह बच्चों को साबुन से नियमित रूप से हाथ धोने जैसी अच्छी आदतें अपनाने और बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है। जब शिक्षा में कला और आनंद का मेल होता है, तो सीखी गई बातें जीवनभर याद रहती हैं। रचनात्मकता और जागरूकता का यह मेल एक स्वस्थ, खुशहाल और आगे बढ़ते भारत की राह बनाता है।”
इस सहयोग पर बात करते हुए, जागरण पहल के इम्पैक्ट इनिशिएटिव्स एंड पार्टनरशिप्स निदेशक, साहिल तलवार ने कहा, “हमें रेकिट के ‘डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया’ और पीवीआर नेस्ट के साथ मिलकर इस सार्थक बाल दिवस समारोह का हिस्सा बनने पर गर्व है। यह साझेदारी स्वच्छता और स्वास्थ्य के क्षेत्र में समुदाय की भागीदारी से बदलाव लाने के हमारे उद्देश्य से पूरी तरह मेल खाती है। बच्चों को सीखते, भाग लेते और #IAmTheChange अभियान को आगे बढ़ाते देखना बेहद प्रेरणादायक है, यह एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत की दिशा में मजबूत कदम है।”
‘#IAmTheChange’ अभियान लगातार भारतीय नागरिकों से अपील करता है कि वे अपने घरों और समुदायों में स्वच्छता अपनाकर स्वास्थ्य, सफ़ाई और स्थिरता के राष्ट्रीय मिशन का हिस्सा बनें। स्वच्छता के प्रति व्यक्तिगत जिम्मेदारी और छोटे-छोटे कदमों का सामूहिक असर ही मजबूत और समृद्ध समाज की नींव रखता है। ‘डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया’ को राष्ट्रीय नेताओं, प्रभावशाली व्यक्तियों और विभिन्न संगठनों का निरंतर समर्थन मिल रहा है, जिससे इसकी पहुँच और प्रभाव सामाजिक तथा सार्वजनिक मंचों पर लगातार बढ़ रहा है।
अब अपने 12वें वर्ष में प्रवेश कर चुका ‘डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया’ भारत के सबसे भरोसेमंद और लंबे समय से चल रहे सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियानों में से एक है। यह बच्चों और शिक्षकों को स्वच्छता से जुड़ा आवश्यक जानकारी देकर उन्हें सशक्त बना रहा है। पारंपरिक कला और संगीत को जोड़ते हुए, डीबीएसआई का यह नया चरण व्यक्तिगत स्वच्छता को भारत की संस्कृति और सोच का अहम हिस्सा बनाने की दिशा में काम कर रहा है।
राष्ट्रीय बदलाव हेतु सामूहिक प्रयास
हर साफ़ हाथ एक मजबूत भारत का निर्माण करता है। हर साफ-सुथरा स्थान हमारे विकसित राष्ट्र के सपने में योगदान देता है। आपके दस गज से लेकर विकसित भारत 2047 तक, यह यात्रा आपसे, आपके परिवार से, आपके स्कूल से, आपकी गली से और आपके शहर से शुरू होता है। जब हम सब मिलकर छोटे-छोटे स्वस्थ कदम उठाते हैं, तो उनका असर दूर तक फैलता है तथा मजबूत समाज और एक समृद्ध ग्रह बनाते हैं। ब भारत हर हाथ, हर दिल और हर घर का ख़याल रखता है, तो हम सिर्फ विकसित भारत नहीं बनाते, बल्कि दुनिया के लिए एक नई मिसाल कायम करते हैं।
अपने घर, समुदाय या संगठन को www.banegaswasthindia.com पर जाकर स्वच्छता की शपथ के लिए रजिस्टर करें और भारत की स्वच्छता क्रांति #IAmTheChange का हिस्सा बनें।
इस बाल दिवस पर, अपने काम से बदलाव दिखाएँ। आपका स्वच्छ स्थान ही आपका सम्मान बने। आपकी प्रतिबद्धता वह चिंगारी बने, जो पूरे देश में बदलाव की लौ जलाए।
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