लखनऊ। आप अपने जीवन के हर पल को बेहतर तरीके से जिये। बेटियों व महिलाओं के लिए केंद्र सरकार कई योजनाएं चला रही है, बेटियां केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं को समझे और दूसरों को भी उसके प्रति जागरूक करें। इन योजनाओं का लाभ उठाकर बेटियां भी आत्मनिर्भर बने। सूचना प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो लखनऊ द्वारा ‘’आठ साल- सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण एवं नारी शक्ति’’ विषय पर आईटीआई अलीगंज में आयोजित चित्र प्रदर्शनी का उद्रघाटन करने के बाद उक्त बातें बतौर मुख्य अतिथि मौजूद केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्यमंत्री कौशल किशोर ने कहीं। उन्होंने हरी झंडी दिखाकर प्रचार वाहनों को भी रवाना किया।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुये केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहाकि केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं को बिना गारंटी के 10 लाख से 1 करोड़ तक का लोन दिया जा रहा है, ताकि एक आम महिला भी बड़ी उद्यमी बन सकें। प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना, स्टैंड अप योजना आदि के बारे में महिलाओं को अध्ययन करना चाहिये। उन्होंने कहा कि महिलाओं द्वारा कारखाना खोलने पर केंद्र सरकार द्वारा 35 प्रतिशत तक मदद दी जा रही है। पिछले 2 वर्षों में, पीएम स्वनिधि के तहत 45.32 लाख लाभार्थियों को दो भागों में 4,606.36 करोड़ रुपये के 40.07 लाख से अधिक ऋण वितरित किए।
केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय इस बात का ध्यान रख रहा है कि अगर किसी युवा ने पढ़ाई पूरी नहीं की या बीच में पढ़ाई छोड़ दी है तो उसके लिए सरकार उसकी योग्यता के अनुसार उसको प्रशिक्षण देंगी। ताकि वह अपने पैरों पर खड़े हो सकें। हाल ही में हुए ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में 30 लाख करोड़ से भी अधिक की राशि का निवेश राज्यों में युवाओं को रोजगार दिलायेगा।
कौशल किशोर ने स्टूडेंट्स से कहा कि निराशा तनाव की ओर ले जाती है इसलिए कभी भी निराश नहीं होना चाहिए। यदि सही कार्य करने के दौरान कभी भी निराश हो तो मुझसे संपर्क करना उसे दूर करेंगे। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि नशा एक सामाजिक अपराध है। देश के युवा नशे की चपेट में आकर अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे है। प्रत्येक वर्ष लगभग 13 लाख लोगों की कैंसर से मृत्यु हो रही है। 12 प्रकार के कैंसर शराब पीने से होते हैं।उन्होंने पूछा कि कितने लोग या बच्चे ऐसे है जो नशे का सेवन करते है तो कई स्टूडेंट्स ने हां में जवाब दिया। हालांकि स्टूडेंट्स ने बताया कि अब उन्होंने नशे से दूरी बना ली है। कौशल किशोर ने नशे से होने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी देते हुए सभी से नशामुक्त रहने की अपील की। उन्होंने ऐसे फास्टफूड से भी बचने की सलाह दी जिसके सेवन से गंभीर बीमारियां होती है।उन्होंने सभी स्टूडेंट्स को नशामुक्ति का संकल्प भी दिलाया और कहाकि नशा करना सुसाइड के बराबर है, इसलिए खुद व अपने परिवार को नशे से बचाएं।
उन्होंने कहाकि कोई भी दवा किसी रोग को ठीक नहीं करती है। हमारे शरीर के अंदर क्षमता समाप्त हो जाती है तो गंभीर वायरस हमें बीमार कर देता है। इसलिए शरीर की क्षमता बढ़ाने के लिए योग करें, हेल्दी आहार का सेवन करें, आप हमेशा स्वस्थ रहेंगे। हार्ट अटैक के सबसे ज्यादा मरीज भारत में है जिसमें युवाओं की संख्या अधिक है।
बच्चे नहीं दे सके सवालों का जवाब
इस मौके पर आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के दौरान केंद्र सरकार की योजनाओं व प्रदर्शनी से संबंधित कई सवाल पूछे गए। लेकिन अधिकांश सवाल का जवाब बच्चे नहीं दे सके। हालांकि कुछ सवाल का सही जवाब देने पर कंचन रावत सहित अन्य स्टूडेंट्स को केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने पुरस्कृत भी किया। उन्होंने कहा कि सवाल का कुछ बच्चों ने ही जवाब दिया इससे ऐसा लग रहा है कि प्रदर्शनी में बच्चे रुचि नहीं ले रहे है।आजकल बच्चे सोशल मीडिया पर बिजी तो रहते हैं लेकिन सही जानकारी हासिल नहीं कर रहे हैं। उन्होंने स्टूडेंट्स से अनुरोध किया कि वो सभी स्टालों पर जाकर कैरियर संबधी जानकारी जुटाये। चित्र प्रदर्शनी के दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों द्वारा लगाये गये स्टालों का निरीक्षण किया और सेल्फी प्वाइंट पर फोटो भी खिंचाई।
इस मौके पर दूरदर्शन के पूर्व अपरमहानिदेशक आरपी सरोज, पीआईबी व केंद्रीय संचार ब्यूरों के अपर महानिदेशक विजय कुमार और सीबीसी के निदेशक मनोज वर्मा भी उपस्थित रहें। माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली उत्तर प्रदेश की नारी शक्ति तूलिका रानी 3 मार्च को कार्यक्रम में शामिल होंगी। इस चित्र प्रदर्शनी में राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के स्टॉल भी लगाए गए। जनता के लिए यह प्रदर्शनी पूरी तरह से निःशुल्क होगी। नेहरु युवा केंद्र के स्वयंसेवी मंच पर 2 मार्च को प्रदर्शन कर लोगों का मनोरंजन करेंगे। केंद्र सरकार के आठ साल सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण एवं नारी शक्ति विषय पर चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से भी लोगो को जागरूक किया जाएगा।