Thursday , October 30 2025

यूपी बनेगा ग्रीन हाइड्रोजन का हब, उत्कृष्टता केंद्र स्थापना पर हुई चर्चा

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। आत्मनिर्भर और सतत ऊर्जा भविष्य के निर्माण की दिशा में उत्तर प्रदेश ने एक बड़ा और रणनीतिक कदम उठाया है। अंतर्राष्ट्रीय तकनीकी सहयोग को मज़बूत करते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने जापान के यामानाशी प्रान्त के साथ मिलकर हरित हाइड्रोजन के लिए एक अभिनव और एकीकृत पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने हेतु एक उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है। इस पहल का सीधा उद्देश्य अत्याधुनिक शैक्षणिक साझेदारियों के माध्यम से ग्रीन हाइड्रोजन प्रौद्योगिकियों के अनुसंधान, नवाचार और औद्योगिक अनुप्रयोगों को तीव्र गति से बढ़ावा देना है।

प्रस्तावित उत्कृष्टता केंद्र पर विचार-विमर्श के लिए आज इन्वेस्ट यूपी के वरिष्ठ अधिकारियों, यूनिवर्सिटी ऑफ यामानाशी और यामानाशी प्रान्त सरकार के प्रतिनिधियों के बीच एक उच्च-स्तरीय वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। चर्चा का मुख्य उद्देश्य स्वच्छ ऊर्जा अनुसंधान, नवाचार को बढ़ावा देने और आधुनिक हाइड्रोजन तकनीक विकसित करने के लिए एक रोडमैप तैयार कर कार्ययोजना को आगे बढ़ाना था। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि कार्यान्वयन की योजना को जल्द ही अंतिम रूप देने के लिए वे फिर से चर्चा करेंगे।

प्रस्तावित सीओई एक बहु-उद्देशीय केंद्र के रूप में कार्य करेगा, जिसमें भारत के अग्रणी संस्थान और तकनीकी विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञ शामिल होंगे। यूनिवर्सिटी ऑफ यामानाशी इसमें तकनीकी भागीदार की भूमिका निभाएगा। इसके अलावा, कई उद्योग हितधारक और स्टार्टअप परीक्षण और ट्रायल में योगदान देंगे।

यह केंद्र मुख्य रूप से हरित हाइड्रोजन के उत्पादन, भंडारण और वितरण प्रणालियों के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा-आधारित माइक्रोग्रिड और हाइड्रोजन वैल्यू चेन के व्यापक तकनीकी-आर्थिक विश्लेषण पर ध्यान केंद्रित करेगा। यह पहल औद्योगिक डीकार्बनाइजेशन को गति देने और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण के तहत स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने में निर्णायक साबित होगी।