- विश्वविद्यालय में स्थापित प्रदेश की पहली इंफोसिस मेकर्स लैब में पहली बार शुरू हुआ पांच दिवसीय फैकल्टी इनैबलमेंट प्रोग्राम, रोबोटिक्स, थ्री डी प्रिंटिंग की दी जा रही ट्रेनिंग
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय छात्रों को ही नहीं अपने शिक्षकों को भी नई तकनीकी में दक्ष बना रहा है। फिर चाहे वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हो या रोबोटिक्स की जानकारी शिक्षकों को मिल रही है। विश्वविद्यालय यह पहल अपने छात्रों तक तकनीकी को सही ढंग से पहुंचाने के लिए कर रहा है। इस क्रम में सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज एवं इंफोसिस के सहयोग से सोमवार को पांच दिवसीय फैकल्टी इनैबलमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ कुलपति प्रो0 जेपी पाण्डेय एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ0 जीएन सिंह ने किया।
इंफोसिस मेकर्स लैब में पहली बार प्रशिक्षण
विश्वविद्यालय को प्रदेश की पहली इंफोसिस मेकर्स लैब की सौगात मिली है। इस लैब में प्रोजेक्ट, नवाचार आदि पर कार्य करने की उच्चस्तरीय सुविधा दी गयी है। इसी लैब में पहली बार कोई प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ है। पांच दिनों के इस एफईपी में शिक्षकों के अलावा शोधार्थी भी हिस्सा ले रहे हैं। इस दौरान इंफोसिस के विशेषज्ञ शिक्षकों को रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन, थ्री डी प्रिंटिंग एवं इंटरनेट ऑफ थिंग्स के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
साथ ही इन पांच दिनों में शिक्षक इन तकनीकी का व्यवहारिक प्रयोग भी करेंगे। इस दौरान इंफोसिस के विशेषज्ञ शिक्षकों को रोबोट, थ्री डी प्रिंटिंग के बारे में न केवल जानकारी देंगे बल्कि उनसे रोबोट भी बनवायेंगे। रोबोट बनाने के लिए जरूरी सामग्री भी लैब में उपलब्ध है। इसी तरह थ्री डी प्रिंटिंग पर भी शिक्षक कार्य करेंगे।
फैकल्टी को दिया संदेश
एफईपी का उद्घाटन करते हुए कुलपति प्रो0 जेपी पाण्डेय एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ0 जीएन सिंह ने फैकल्टी को संदेश दिया। डॉ0 जीएन सिंह ने कहा कि यह अवसर भविष्य के लिए बहुत फायदेमंद है। कहा कि शिक्षकों को हमेशा नई तकनीकी से अपडेट रहना चाहिए। तभी वह छात्रों को भी अच्छे से तैयार कर सकेंगे। कुलपति प्रो0 जेपी पाण्डेय ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम निश्चित ही काफी लाभप्रद होते हैं। इस दौरान डीन इनोवेशन प्रो0 बीएन मिश्रा, एसो0 डीन इनोवेशन डॉ0 अनुज कुमार शर्मा, गौरव राय, अनुराग चौबे सहित शिक्षक एवं शोधार्थी मौजूद रहे।