अत्याधुनिक इकाइयों से औद्योगिक विकास को मिलेगी गति
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। कोका-कोला कंपनी के प्रमुख बॉटलिंग पार्टनर के रूप में एसएलएमजी बेवरेजेस उत्तर प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य को अत्याधुनिक सुविधाओं, सतत संचालन और व्यापक स्तर पर रोजगार सृजन के माध्यम से नए आयाम दे रहा है।

एसएलएमजी की कुल आठ अत्याधुनिक इकाइयाँ हैं, जिनमें सात इकाइयाँ उत्तर प्रदेश (बरेली, मथुरा, उन्नाव, सफेदाबाद, बाराबंकी, अमेठी और अयोध्या) में स्थित हैं, जबकि एक इकाई बिहार के पटना में है। इन प्लांट्स के माध्यम से कंपनी राज्य की आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। वहीं जल्द ही नए प्लांट के साथ एसएलएमजी बेवरेजेस उत्तर प्रदेश में विस्तार करेगा।

अमेठी जिले के त्रिशुंडी में स्थित एसएलएमजी का प्लांट बदलाव की यात्रा का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। 30 एकड़ में फैला यह अत्याधुनिक संयंत्र दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी और उन्नत इकाइयों में से एक है, जिसमें आठ उत्पादन लाइनें संचालित हैं। यहाँ 430 लोग प्रत्यक्ष रूप से और 500 से अधिक लोग अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। एसएलएमजी के सभी संयंत्रों में कुल 7,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। जिनमें अधिकांश स्थानीय निवासी हैं, जो क्षेत्र की आर्थिक सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

पूरी तरह से स्वचालित आधुनिक बॉटलिंग प्लांट का उद्घाटन अक्टूबर 2023 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। इस इकाई में विभिन्न ग्राहकों की पसंद को पूरा करने के लिए कैन, टेट्रा पैक कार्टन और प्लास्टिक की बोतलों में पेय पदार्थ बनाने की क्षमता है। यह पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर की लाइन भी चलाता है।

एसएलएमजी बेवरेजेस के डिप्टी सीईओ (उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी) राहुल कुमार ने कहा, “जैसे उत्तर प्रदेश भारत का ग्रोथ इंजन है, वैसे ही हमें गर्व है कि एसएलएमजी, कोका-कोला इंडिया का ग्रोथ इंजन बनकर राज्य के विकास में निरंतर योगदान दे रहा है। यूपी केवल भारत का हृदय नहीं है, बल्कि वह देश की आर्थिक गति को भी तेज कर रहा है और हम नवाचार, रोजगार और सततता के माध्यम से इस यात्रा के भागीदार हैं।”

उत्तर प्रदेश में एसएलएमजी का कुल पेय बाजार में लगभग 50% हिस्सेदारी है और कंपनी लगातार दो अंकों की वृद्धि दर्ज कर रही है। क्लाउड-आधारित संचालन और डेटा-संचालित निर्णय प्रणाली के जरिए, कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 में ₹6,700 करोड़ का राजस्व अर्जित किया है और वित्त वर्ष 2026 तक ₹10,000 करोड़ के लक्ष्य की ओर तेजी से अग्रसर है।

कोका-कोला की वैश्विक ‘वर्ल्ड विदआउट वेस्ट’ पहल के प्रतिबद्ध भागीदार के रूप में, एसएलएमजी ने 100% ईपीआर (एक्सटेंडेड प्रोड्यूसर रिस्पॉन्सिबिलिटी) अनुपालन हासिल किया है और प्रत्यक्ष उत्पाद संपर्क सामग्री में रिसाइकल PET के उपयोग में अग्रणी बनी है। कंपनी ने 110 से अधिक जलस्रोतों को अपनाया है और अब तक 3,500 मिलियन लीटर से अधिक जल पुनर्भरण किया है, जिससे 100% से अधिक जल पुनःपूर्ति दर हासिल हुई है।

एसएलएमजी भविष्य में उत्तर में अपने संचालन के विस्तार के लिए चरणबद्ध रूप से ₹8,000 करोड़ का निवेश करने पर विचार कर रही है, जिससे न केवल आपूर्ति श्रृंखला मजबूत होगी, बल्कि नए रोजगार अवसर भी सृजित होंगे।
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