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जो तुम्हें प्राण से प्यारा है, उसका कल अभिषेक है…’’

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। ‘‘क्यों कोप भवन में बैठी हो, क्यों तुमको भारी पल-पल है? जो तुम्हें प्राण से प्यारा है, उसका कल अभिषेक है।’’ महल में रानी कैकेई को न देख राजा दशरथ कोप भवन में पहुंचते है और वहां कैकेई को दुखी होकर लेटा देख कहते है ‘‘हे रानी यह कैसा हाल बना रखा है, यहां क्यों लेटी हो क्या हो गया?’’ सेक्टर – “ए” सीतापुर रोड योजना कालोनी में चल रही रामलीला के 33वें मंचन के दूसरे दिन रविवार को कलाकारों ने कैकेई-मंथरा संवाद, कैकेई-दशरथ संवाद, दशरथ मरण के दृश्य का बखूबी मंचन किया। 

बतौर मुख्य अतिथि मौजूद क्षेत्रीय विधायक डा. नीरज बोरा ने श्रीराम एवं लक्ष्मण जी की आरती से रामलीला के मंचन का शुभारम्भ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कालोनी के निवासियों ने तीन दशक पहले रामलीला के मंचन का निर्णय लिया था। उस दौरान निश्चित ही तय किया गया होगा कि रामलीला में मंचन के लिए स्थानीय बच्चों को ही मौका देना है। उन्होंने कहा कि आजकल जगह जगह डिजिटल रामलीला हो रही है और उसकी सराहना भी बहुत होती है। लेकिन इस रामलीला में स्थानीय बच्चों और कलाकारों को मौका मिलता है जो काफी सराहनीय है। इससे बच्चे भी संस्कारित बन रहे हैं।

गायिका अर्चना श्रीवास्तव ने “शारदे वरदान दे मां…” सहित कई भजन प्रस्तुत किए। वहीं बेटियों ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया।

मंचन के दौरान मंथरा–कैकेई संवाद का दृश्य देख लोगों को लगा मानो त्रेतायुग की घटनाएं आंखों के सामने जीवंत हो गई हों। मंथरा के कटु वचनों से रानी कैकेई का परिवर्तित मन और दशरथ द्वारा राम को वनवास देने का संकल्प देख दर्शकों की आंखें नम हो गईं। उधर ननिहाल से लौटने पर पिता की मृत्यु, बड़े भाई राम के वनवास जाने व माता कैकेयी द्वारा राजगद्दी की बात सुनकर भरत विचलित हो जाते हैं और कहते हैं ‘‘ज्येष्ठ भ्राता के होते छोटा न राज कर सकता है…’’ और वह राम को मनाने के लिए वन को प्रस्थान करते हैं। 

इस मौके पर क्षेत्रीय पार्षद मान सिंह यादव, पूर्व पार्षद बृज किशोर पाण्डेय व रूपाली गुप्ता, श्रीरामलीला समिति के अध्यक्ष सुरेश कुमार तिवारी, महामंत्री जितेंद्र मिश्रा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्य नारायण मौर्या, उपाध्यक्ष अतुल मिश्रा, संयुक्त मंत्री शांति स्वरूप शुक्ला, निर्देशक उमाशंकर राठौर के अलावा पुजारी पं. वीरेंद्र पाठक, शशिकांत पाण्डेय, सतीश वर्मा, रामानुज तिवारी, संजीव तिवारी, सुग्रीव चौधरी, आशुतोष सिंह सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।

रामलीला के तीसरे दिन सोमवार को भगवान शंकर जी की आरती, केवट राम संवाद, भरत मिलाप, पंचवटी दृश्य, खरदूषण वध, सीताहरण, जटायु मरण का मंचन होगा।