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गोदरेज एग्रोवेट ने एमओएफपीआई के साथ समझौता ज्ञापन पर किए हस्ताक्षर

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड ने आज खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (एमओएफपीआई), भारत सरकार के साथ एक गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 के दौरान हस्ताक्षरित, 960 करोड़ का यह प्रस्तावित निवेश अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाओं और एक अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) केंद्र के माध्यम से कंपनी की खाद्य प्रसंस्करण क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड के सीईओ और एमडी, सुनील कटारिया ने कहा, “यह समझौता ज्ञापन (एमओयू) हमारी कृषि-खाद्य प्रसंस्करण और वितरण क्षमताओं को मजबूत करने की हमारी दीर्घकालिक रणनीति के अनुरूप है। अपस्ट्रीम बुनियादी ढांचे और आरएंडडी में निवेश करके, हमारा लक्ष्य आपूर्ति श्रृंखला में सतत मूल्य बनाना है, साथ ही पारिस्थितिकी तंत्र के उत्थान में भी योगदान देना है। हम एमओएफपीआई के समर्थन के लिए आभारी हैं और भारत की खाद्य प्रसंस्करण क्षमताओं तथा कृषि नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।“ 

समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के सचिव, श्री अविनाश जोशी, आईएएस, और गोदरेज इंडस्ट्रीज समूह के ग्रुप प्रेसिडेंट – कॉर्पोरेट अफेयर्स, राकेश स्वामी की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए। इस एमओयू के तहत, गोदरेज एग्रोवेट अपस्ट्रीम आरएंडडी केंद्र के साथ-साथ विनिर्माण और प्रसंस्करण सुविधाएं स्थापित करेगी। कंपनी के ऑयल पाम और पेट फूड व्यवसायों पर केंद्रित यह निवेश आंध्र प्रदेश, असम, त्रिपुरा, तेलंगाना और महाराष्ट्र राज्यों में फैला हुआ है।