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बच्चों को वितरित किया आयरन सीरप, आशा और एएनएम को दी विशेष ट्रेनिंग

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। बाल दिवस के अवसर पर नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जानकीपुरम की प्रभारी डॉ. नीरज सिंह के नेतृत्व में राधासखी फाउंडेशन द्वारा एक अभियान आयोजित किया गया। जिसमें न केवल बच्चों का उत्सव मनाया गया, बल्कि कुपोषण से लड़ने के लिए आयरन सिरप वितरण की विशेष ट्रेनिंग भी दी गई। इस कार्यक्रम में आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम (सहायक नर्स मिडवाइफ) को आयरन सिरप के महत्व, वितरण प्रक्रिया और बच्चों के स्वास्थ्य पर निगरानी रखने की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। खास बात यह रही कि 10 से अधिक बच्चों ने स्वयं इस अभियान में भाग लिया और अन्य बच्चों को आयरन सिरप वितरित किया, जो बाल सशक्तिकरण का प्रतीक बना।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए राधासखी फाउंडेशन के निदेशक अभिषेक सिंह ने कहा, “बाल दिवस केवल जश्न का दिन नहीं, बल्कि बच्चों के स्वास्थ्य और भविष्य को मजबूत बनाने का अवसर है। एनीमिया एवं कुपोषण भारत की बड़ी समस्या है और आयरन सिरप जैसे सरल उपाय से हम एनीमिया को जड़ से समाप्त कर सकते हैं। आज हमने आशा बहनों और एएनएम को ट्रेनिंग देकर एक मजबूत नेटवर्क तैयार किया है और बच्चों को शामिल कर उन्हें सही खानपान के बारे में बाते सिखाई है।”

डॉ. नीरज सिंह ने ट्रेनिंग सत्र का संचालन किया। जिसमें आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम को आयरन सिरप की खुराक, उम्र के अनुसार वितरण, साइड इफेक्ट्स की पहचान और माता-पिता को एनीमिया के प्रति जागरूक किया। डॉ. नीरज ने बताया, “एनीमिया से प्रभावित बच्चों की संख्या चिंताजनक है। आयरन सिरप नियमित रूप से देने से हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ता है, जो बच्चों की पढ़ाई और मस्तिष्क के विकास में सह्यक है। आज की ट्रेनिंग से 50 से अधिक आशा कार्यकर्ता और एएनएम सशक्त हो गई हैं।” उन्होंने जोर दिया कि वितरण के दौरान रिकॉर्ड रखना और फॉलो-अप जरूरी है, ताकि कोई बच्चा वंचित न रहे।

कार्यक्रम की सबसे आकर्षक कड़ी तब बनी जब 12 बच्चों ने स्वयं आयरन सिरप की बोतलें हाथ में थामी और उनकी माताओ को बताया गया की आयरन सिरप को कैसे उपयोग किया जाए। एक 15 वर्षीय बालिका ने कहा, “मैंने आज सीखा कि अच्छा खाना और दवा से हम मजबूत बनते हैं। अब मैं अपनी छोटी बहन को भी सिरप दूंगी।”

राधासखी फाउंडेशन ने इस अवसर पर बाल दिवस के थीम ‘स्वस्थ बच्चा, मजबूत भारत’ अभियान के तहत 20 से अधिक बच्चों को आयरन सिरप वितरित किया।

यह कार्यक्रम बाल दिवस को स्मरणीय बनाने के साथ-साथ स्वास्थ्य जागरूकता का माध्यम भी साबित हुआ। आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम ने ट्रेनिंग को सराहते हुए कहा कि इससे उनका कार्यक्षेत्र और मजबूत होगा। डॉ. नीरज और अभिषेक सिंह की यह संयुक्त पहल निश्चित रूप से ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था में मील का पत्थर साबित होगी।