लखनऊ से शुरू हुई त्राया की ऑफ़लाइन ‘होप स्टोरीज़’ का पहला अध्याय
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। समग्र हेयर हेल्थ ब्रांड त्राया ने लखनऊ में अपनी डिजिटल सीरीज़ ‘होप स्टोरीज़’ का पहला ऑफ़लाइन संस्करण लॉन्च किया। यह सीरीज़, जिसकी शुरुआत ऑनलाइन हुई थी, उन वास्तविक कहानियों को साझा करती है जिनमें लोग त्राया के उपचारों से बाल झड़ने की समस्या पर विजय पाते हैं। इसे ऑफ़लाइन लाने का मकसद ग्राहकों से और गहरा जुड़ाव बनाना है, जिसकी शुरुआत त्राया ने अपने अहम बाज़ार लखनऊ से की। कई सालों से होप स्टोरीज़ ऑनलाइन साझा की जाती रही हैं, जिससे प्रेरणा और बदलाव का एक मजबूत समुदाय बना। लखनऊ संस्करण के साथ, त्राया ने उसी गर्मजोशी और प्रामाणिकता को ऑफ़लाइन रूप दिया। जहां ग्राहकों, मीडिया और इन्फ्लुएंसर्स ने एक साथ मिलकर हिम्मत और पुनर्विकास की सच्ची कहानियों का जश्न मनाया।
आयुर्वेद, न्यूट्रिशन और डर्मेटोलॉजी को मिलाकर त्राया एक समग्र हेयर हेल्थ ब्रांड के रूप में बाल झड़ने की जड़ वजहों का समाधान करता है। बाल झड़ना एक मौन संघर्ष है, जो कई लोगों के लिए भावनात्मक रूप से थका देने वाला और अलग-थलग कर देने वाला अनुभव होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए त्राया ने ‘होप स्टोरीज़’ की शुरुआत की। एक ऐसा मंच, जहां कंपनी के वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित हेयर लॉस ट्रीटमेंट से लाभान्वित असली ग्राहकों की कहानियां साझा की जाती हैं। लखनऊ से शुरू हुए ऑफ़लाइन इवेंट्स के माध्यम से इन कहानियों को जीवन्त बनाकर त्राया का उद्देश्य अपनी कम्युनिटी से और गहरा व्यक्तिगत जुड़ाव बनाना है और दूसरों को यह दिखाना है कि बदलाव न केवल संभव है, बल्कि वह हो रहा है।

अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए त्राया की फाउंडर सलोनी आनंद ने कहा, “त्राया होप स्टोरीज़ के पहले ऑफ़लाइन संस्करण की मेजबानी करना मेरे लिए बेहद विनम्र और यादगार अनुभव रहा। हमें जो प्यार और ऊर्जा सीधे लोगों से मिली, उसने एक बार फिर यह साबित किया कि त्राया का अस्तित्व क्यों है, ताकि हम अपने ग्राहकों को हमेशा केंद्र में रख सकें। इन ऑफ़लाइन कनेक्शनों के माध्यम से हमारा उद्देश्य और अधिक ज़िंदगियां बदलना और दूसरों को प्रेरित करना है। त्राया का थ्री-साइंस अप्रोच केवल हेयर लॉस को हल करने के लिए नहीं है, बल्कि यह लोगों को उनका आत्मविश्वास वापस दिलाने और खुद से फिर से जुड़ने में मदद करने का प्रयास है। खासकर तब, जब बालों का स्वास्थ्य हाथ से निकलता हुआ महसूस होता है।”
पिछले कुछ वर्षों में त्राया ने भारत में हेयर लॉस ट्रीटमेंट को देखने का नजरिया ही बदल दिया है। पारंपरिक रूप से इस क्षेत्र में देखभाल बिखरी हुई थी। लोगों को डर्मेटोलॉजी, आयुर्वेद या न्यूट्रिशन में से किसी एक को चुनना पड़ता था, क्योंकि एकीकृत समाधान उपलब्ध नहीं था। त्राया ने सबसे पहले एक यूनिक तीन विज्ञान दृष्टिकोण शुरू किया। जो आधुनिक डर्मेटोलॉजी, आयुर्वेदिक ज्ञान और न्यूट्रिशन सपोर्ट को एक साथ मिलाकर एक व्यक्तिगत और परिणाम-केंद्रित योजना प्रदान करता है।
हर सफ़र एक साधारण ऑनलाइन हेयर टेस्ट से शुरू होता है, जो मूल कारणों की पहचान करता है। चाहे वह तनाव हो, आंतों का स्वास्थ्य, नींद का चक्र या हार्मोनल असंतुलन। इन जानकारियों के आधार पर, त्राया एक कस्टमाइज़्ड किट तैयार करता है और पूरे सफ़र में एक्सपर्ट हेयर कोच के ज़रिए लगातार मार्गदर्शन भी देता है। इस अनोखे संयोजन ने न केवल लाखों लोगों के लिए ट्रीटमेंट को सुलभ बनाया है, बल्कि पारंपरिक तरीकों की तुलना में इसे तीन गुना अधिक प्रभावी भी सिद्ध किया है।
अन्य शहरों की तुलना में लखनऊ ने अलग पैटर्न दिखाए हैं। त्राया के आंतरिक शोध के अनुसार, भारत में लगभग 95% लोग बालों से जुड़ी समस्याओं के लिए कभी पेशेवर मदद नहीं लेते और सालों तक घरेलू नुस्ख़ों पर निर्भर रहते हैं, जब तक कि उन्हें कोई व्यवस्थित समाधान न मिल जाए। हालांकि, लखनऊ की खासियत यह है कि यहां के ग्राहक एक बार त्राया के साथ ट्रीटमेंट शुरू करने के बाद बेहद अनुशासित रहते हैं। यहां के यूज़र्स न सिर्फ़ लगातार ट्रीटमेंट का पालन करते हैं, बल्कि सक्रिय रूप से अपने हेयर कोचेज़ से सपोर्ट लेते हैं और अपनी योजनाओं के प्रति लंबी अवधि की प्रतिबद्धता दिखाते हैं। यही समर्पण त्राया की कुछ सबसे मज़बूत सक्सेस स्टोरीज़ में बदल गया है और पिछले 2–3 साल में लखनऊ को इसके सबसे तेज़ी से बढ़ते टियर-2 बाज़ारों में से एक बना दिया है।
भारत में हेयर हेल्थ अब स्किनकेयर और फिटनेस की तरह एक मुख्यधारा की वेलनेस चिंता के रूप में उभर रही है। बढ़ती जागरूकता और समय पर हस्तक्षेप के चलते लोग अब अस्थायी समाधानों से हटकर समग्र और रूट-कॉज़ ड्रिवन समाधानों की ओर बढ़ रहे हैं। आने वाले पांच साल में यह बदलाव और भी स्पष्ट हो जाएगा और त्राया इस परिवर्तन की अगुवाई कर रहा है। ऐसे संवादों को आगे बढ़ाकर जो हेयर लॉस ट्रीटमेंट को सेल्फ-केयर का एक सामान्य और स्वाभाविक हिस्सा बनाने में मदद करते हैं।