इन्वेस्ट यूपी ने जर्मनी के बावारिया प्रांत के साथ साझेदारी बढ़ाने के लिए किया संवाद
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। उत्तर प्रदेश को एक वैश्विक निवेश गंतव्य बनाने के उद्देश्य से इन्वेस्ट यूपी ने कंट्री डेस्क पहल के अंतर्गत एक समर्पित जर्मनी डेस्क स्थापित किया है। इसी पहल के तहत, इन्वेस्ट यूपी ने जर्मनी के एक प्रमुख राज्य बावारिया की आधिकारिक निवेश एजेंसी इन्वेस्ट इन बावारिया के साथ एक वर्चुअल बैठक आयोजित की।
बैठक की अध्यक्षता इन्वेस्ट यूपी के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी शशांक चौधरी ने की। जिसमें इन्वेस्ट यूपी और कंट्री डेस्क के अधिकारी और टीम उपस्थित रही। बावारिया की ओर से जॉन कोटवाल और श्रीकांत एस. ने क्षेत्र के गतिशील निवेश पारिस्थितिकी तंत्र की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बावारिया यूरोपीय संघ की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और यहाँ 130 से अधिक भारतीय कंपनियाँ सक्रिय हैं।
संवाद का मुख्य फोकस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 की तैयारियों के संदर्भ में एक सहयोगी ढांचा विकसित करना रहा। साझेदारी के लिए जिन प्रमुख क्षेत्रों को चिह्नित किया गया उनमें ऑटोमोटिव व मोबिलिटी, डिफेंस व एयरोस्पेस, मेडिकल टेक्नोलॉजी और बायोटेक्नोलॉजी शामिल हैं।
श्री चौधरी ने उत्तर प्रदेश की प्रगतिशील निवेश नीतियों का उल्लेख करते हुए विशेष रूप से एफडीआई नीति को रेखांकित किया। जिसके तहत 75% अग्रिम भूमि सब्सिडी प्रदान की जाती है, जो पूरे भारत में अद्वितीय प्रोत्साहन है। उन्होंने कहा कि इंडो-जर्मन रिश्तों को और मजबूती देने के लिए बिजनेस राउंडटेबल मीटिंग्स, जर्मन ट्रेड फेयर्स में सक्रिय भागीदारी और निवेश कार्यक्रमों की आवश्यकता है, ताकि उत्तर प्रदेश को एक पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित किया जा सके। इसके साथ ही, उन्होंने जर्मन कंपनियों को औपचारिक रूप से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 में भाग लेने का आमंत्रण भी दिया।
दोनों पक्षों ने यह सहमति जताई कि वर्चुअल संवाद, प्रतिनिधि दल भ्रमण और वैश्विक निवेश मंचों में संयुक्त भागीदारी के माध्यम से आपसी संवाद और सहयोग लगातार जारी रहेगा। इन्वेस्ट यूपी, बावारिया के साथ अपनी निवेश अनुकूल नीतियों, भूमि बैंक डाटा और सेक्टर-विशिष्ट अवसरों की जानकारी साझा करेगा।