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नया भारत, नया उत्तर प्रदेश, 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था की ओर निर्णायक कदम : नन्द गोपाल गुप्ता

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने उत्तर प्रदेश विजन 2047 की दिशा में उठाए जा रहे व्यापक कदमों एवं सतत विकास प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी आबादी और अपार संसाधनों से सम्पन्न प्रदेश होने के कारण उत्तर प्रदेश की भूमिका इस राष्ट्रीय विजन में सबसे महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार एक प्रभावी रोडमैप के साथ सांस्कृतिक, आर्थिक, औद्योगिक, अवस्थापना एवं बुनियादी विकास के सभी आयामों में निरंतर प्रगति कर रही है।

मंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के सपनों और संकल्पों को दोहराते हुए कहा, “सपने वो नहीं होते जो आप सोते समय देखते हैं, सपने वो होते हैं जो आपको सोने ही नहीं देते। बड़े सपने देखने वालों के बड़े सपने हमेशा पूरे होते हैं।” इसी सोच के साथ उत्तर प्रदेश सतत विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर है।

उल्लेखनीय उपलब्धियां और विकास संकेतक

आर्थिक प्रगतिप्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) वर्ष 2017 में 14.5 लाख करोड़ से बढ़कर 2025 में लगभग 30.8 लाख करोड़ हो गया। 

• निर्यात वृद्धि: 2017 के 84 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 2024 में 1.76 लाख करोड़ रुपये—दोगुने से भी अधिक।

अवस्थापना विकास:

एयरपोर्ट की संख्या में देश में नंबर वन—16 घरेलू व 4 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे संचालित, जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद कुल 21 एयरपोर्ट का गौरव जिसमें 5 अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट।

एक्सप्रेसवे नेटवर्क में भी नंबर वन—7 चालू, 6 निर्माणाधीन, देश के कुल एक्सप्रेसवे का 50% से अधिक यूपी में।

एमएसएमई व जीआई उत्पाद: संख्या में देश में प्रथम स्थान; एक जिला एक उत्पाद (ODOP) मॉडल का राष्ट्रीय स्तर पर अनुकरण।

निवेश माहौल:

47 साल बाद बीडा इंडस्ट्रियल टाउनशिप की स्थापना।

ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 में 33.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव।

निवेश सारथी, निवेश मित्र जैसे डिजिटल पोर्टल, समयबद्ध और पारदर्शी प्रक्रियाओं से निवेशकों का विश्वास मजबूत।

भविष्य की दिशा – विजन 2047 के लक्ष्य

• GSDP में विनिर्माण की हिस्सेदारी 10.2% से बढ़ाकर 35-40% करना।

• डेटा सेंटर, सेमीकंडक्टर पार्क, अपैरल व टेक्सटाइल पार्क, टॉय पार्क, फूड पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क जैसी मेगा परियोजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन।

• डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के 6 नोड्स पर अग्रणी कंपनियों द्वारा रक्षा उत्पादन—लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण।

• प्रतिवर्ष 10% नये कारखानों की वृद्धि, इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, ईवी व ऑटोमोबाइल सेक्टर में निवेश को बढ़ावा।

• मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स नेटवर्क—एक्सप्रेसवे, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, जलमार्ग, एयर कार्गो को एकीकृत करना।

• विशेष निवेश क्षेत्र व औद्योगिक पार्क—2 लाख एकड़ से अधिक औद्योगिक भूमि बैंक बनाने की दिशा में अग्रसर।

मंत्री नन्दी ने कहा कि पिछले कुछ वर्ष राज्य के लिए आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण रहे। साल 2025 में प्रयागराज महाकुंभ के दौरान 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की भागीदारी देखी, साथ ही अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण हुआ। जिससे पर्यटन को उल्लेखनीय बढ़ावा मिला और राज्य को घरेलू पर्यटन में देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। इससे प्रदेश के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक वैभव को नई ऊंचाई मिली है। इसी के साथ उत्तर प्रदेश औद्योगिक, आर्थिक और सामाजिक समृद्धि की नई कहानी लिख रहा है।

उन्होंने कहा, ”नये भारत का नया उत्तर प्रदेश, औद्योगिक विकास के एक्सप्रेसवे पर सवार होकर एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य की ओर तेज गति से अग्रसर है।”