यूपी इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो में भाग लेंगे 300 से ज्यादा एग्जीबीटर्स
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। उत्तर प्रदेश में आर्थिक विकास को गति देने और विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने के एक ठोस प्रयास के तहत पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) का यूपी चैप्टर यूपी इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो (यूपीआईटीईएक्स) की मेजबानी के लिए तैयारी कर रहा है। यह पांच दिवसीय कार्यक्रम 25 जनवरी से 29 जनवरी तक इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होगा।
यूपीआईटीईएक्स बीटूसी बिजनेस को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने के लिए अहम अवसर भी देगा। यहां बिजनेस को विविध दर्शकों और उपभोक्ताओं तक सीधी पहुंच बनाने का अद्भुत अवसर भी मिलेगा। भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में से एक में विकास के नए रास्ते तलाशने वाले बिजनेस इस एक्सपो का लाभ उठा सकते हैं। उत्तर प्रदेश के जीवंत बाजार में प्रवेश करने के इच्छुक बीटूसी उद्यमों के लिए यह एक्सपो एक रणनीतिक कदम हो सकता है। यहां उद्यमों को अपने लेटेस्ट प्रोडक्ट्स तो पेश करने का मौका मिलेगा ही साथ ही संभावित ग्राहकों से जुड़ने का अवसर भी प्राप्त होगा।
यूपीआईटीईएक्स एक रणनीतिक पहल है जिसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश की क्षमता को उजागर करने, निवेश आकर्षित करने और व्यापार को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करना है। उम्मीद है कि यह आयोजन राज्य की 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हासिल करने के लक्ष्य में योगदान देने में अहम भूमिका निभाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में स्थापित करना है। इसमें कृषि-खाद्य और फार्म, वास्तुकला और भवन, जीवन शैली और उपभोक्ता एक्सपो, फैशन स्ट्रीट और फर्नीचर, सौर ऊर्जा और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें हर सेक्टर के लिए डेडिकेटेड पवेलियन होंगे, जो एग्जीबीटर्स और लोगों के लिए एक मंच प्रदान करेंगे।
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो (UPITEX) में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के 300 से ज्यादा एग्जीबीटर्स की पर्याप्त भागीदारी देखने को मिल रही है। इस एक्सपो में जम्मू-कश्मीर, झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे भारतीय क्षेत्रों के साथ-साथ तुर्की, थाइलैंड, इंडोनेशिया, अफगानिस्तान, पाकिस्तान जैसे देश सक्रिय रूप से भाग लेंगे। जिनका लक्ष्य राज्य के व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देना है। एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार, डिपार्टमेंट ऑफ इंफ्रास्ट्रक्चर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट डिपार्टमेंट, उत्तर प्रदेश सरकार, ओडीओपी, इंवेस्ट यूपी, खादी और ग्राम उद्योग, जम्मू और कश्मीर ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन (जेकेटीपीओ), नाबार्ड, सिडबी और एसबीआई जैसी उल्लेखनीय सरकारी संस्थाएं इस अहम आयोजन में शामिल होने वाली हैं।
मंगलवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएचडीसीसीआई के प्रमुख प्रतिनिधियों ने आगामी एक्सपो के लिए अपने विचार भी साझा किए। हेमन्त सपरा (उत्तर प्रदेश चैप्टर, पीएचडीसीसीआई के सह-अध्यक्ष) ने कहा कि यूपीआईटीईएक्स यूपी के व्यापार परिदृश्य को बढ़ावा देने के लिए एक रणनीतिक पहल है। यह उत्तर प्रदेश को आर्थिक विकास में सबसे आगे ले जाने के लिए एक उत्प्रेरक में देखा जा रहा है।
सह अध्यक्ष राजेश निगम ने कहाकि यूपी को निवेश चुंबक के रूप में स्थापित किया जा रहा है। ऐसे में यूपीआईटीईएक्स आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के हमारे लक्ष्य के अनुरूप है। एक्सपो के विभिन्न पवेलियन कृषि, वास्तुकला, जीवन शैली और अन्य क्षेत्रों में अवसरों के एक गतिशील प्रदर्शन का वादा करते हैं।
पीएचडीसीसीआई के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ रंजीत मेहता ने कहा कि यूपीआईटीईएक्स दुनियाभर से 300 से अधिक एग्जीबीटर्स को एक साथ लाकर सहयोग के प्रमाण के तौर पर खड़ा है। यह मंच न केवल यूपी की क्षमता को उजागर करता है बल्कि आर्थिक विस्तार के लिए अहम अंतरराष्ट्रीय साझेदारी को भी बढ़ावा देता है। उन्होंने बताया कि छोटे व्यापारियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्लेटफार्म उपलब्ध कराना इस एक्सपो का मुख्य उद्देश्य है। एक्सपो में सीएम योगी आदित्यनाथ को भी आमंत्रित किया गया है।
रीजनल डायरेक्टर अतुल श्रीवास्तव ने कहाकि यूपीआईटीईएक्स में पर्याप्त भागीदारी इसके महत्व का प्रमाण है। हम पिछले 118 वर्षों में अपने सदस्यों के अटूट समर्थन के लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं। हम मिलकर उद्योग की चुनौतियों का समाधान करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि यूपी नई आर्थिक ऊंचाइयों तक पहुंचे। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में एफएमसीजी उत्पाद, बैंकिंग के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के स्टॉल लगेंगे। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय व्यवसायों को आकर्षित करने, सहयोग के अवसर पैदा करने और उत्तर प्रदेश की आर्थिक आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने की उम्मीद है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएचडीसीसीआई के असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल डॉ. जतिंदर सिंह और पीएचडीसीसीआई के स्टार सदस्य, शुभम गोल्डी मसाले प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक सुदीप गोयनका शामिल रहे।