Wednesday , November 12 2025

उत्तराखंड महोत्सव : सांस्कृतिक मंच हो स्टॉल, हर तरफ दिख रही पहाड़ी छटा

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। गोमती तट पर भारतीय लोक संस्कृति की परंपराओं लोक कलाओं तथा लोक विधाओं का उत्तराखंड महोत्सव संगम विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से चरितार्थ हो रहा है। गुनगुनी ठंडक के साथ सुहावना होता मौसम का मिजाज, लजीज खाने की खुशबू, शानदार अत्याधुनिक तरीके से सजाए मंच पर चल रहे विविध कार्यक्रम किसी बड़े महोत्सव में होने का एहसास दिलाते हैं।

चतुर्थ दिवस मुख्य अतिथि मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत एवं मेजर जनरल शरद विक्रम सिंह, कर्नल सत्येंद्र नेगी उप प्रबंधक भूतपूर्व सैनिक कल्याण निगम एवं महापरिषद के पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से विधिवत दीप प्रज्जवलित कर सांय कालीन कार्यक्रमों का शुभारम्भ किया गया।

चौथी शाम सेना के नाम रही, जिसमें सैनिक प्रकोष्ठ के प्रभारी राजेन्द्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में बहादुर सिंह बिष्ट, हेमेन्द्र राणा, मदन मोहन पाण्डेय, पूरन सिंह अधिकारी, शिव सिंह सेठी, एडी जोशी, टीडी भट्ट, धनश्याम केसरी, ललित मोहन पंत, सुरेन्द्र सिंह पोखरिया, लक्ष्मण सिंह धामी, भोला सिंह नेगी, मदन सिंह बिष्ट, मोहन सिंह भण्डारी सहित भूतपूर्व सैनिक उपस्थित रहे। 

देशभर से आए 2500 से अधिक कलाकारों ने सांस्कृतिक रंग बिखेर रहे हैं। दस दिनों तक चलने वाला यह महोत्सव उत्तराखंड की कला, संगीत, नृत्य और परंपराओं को जीवंत मंच पर प्रस्तुत कर रहा है। इस बार महोत्सव में युवाओं की भागीदारी सबसे बड़ी विशेषता बनकर उभरी है। बड़ी संख्या में युवा न केवल कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं, बल्कि सेल्फी और रील्स बनाकर सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं। इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर महोत्सव की झलकियां छा गई हैं, जिससे यह आयोजन नई पीढ़ी तक अपनी पहुंच बना रहा है।

दोपहर में आयोजित काफव एकल लोक नृत्य प्रतियोगिता में 15 कलाकारों ने प्रतिभाग किया। जिसमें सान्वी प्रथम, जिनिशा द्वितीय, दीपा पाण्डेय तृतीय रहीं। यह प्रतियोगिता महापरिषद की महिला प्रकोष्ठ द्वारा करायी गयी। छोलिया नृत्य, हार्ट एण्ड सोल म्यूजिकल डांस एकेडमी का शैलेन्द्र सिंह के नेतृत्व में शास्त्रीय संगीत एवं गणेश वन्दना, कीर्ति बिष्ट का नृत्य ‘‘सावरी सावरी’ गाने पर नृत्य, गार्गी द्विवेदी का एकल नृत्य, इन्दु सारस्वत द्वारा अवधी लोक गीत, स्नेहा एवं ज्योति ने पहाड़ी मिक्स नृत्य, यूपिका तिवारी का लोक नृत्य, ऋद्धि बिष्ट का-‘‘मैं पहाड़न’’ गाने पर सुन्दर नृत्य की प्रस्तुति तथा अन्नया सिंह रावत के लोक नृत्य की प्रस्तुतियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।  

पुष्पा जोशी के नेतृत्व में सीमान्त नगर का झोड़ा, संस्कृति विभाग, उत्तराखण्ड सरकार के सहयोग से नई दिशाएं नैनीताल की किशन लाल के नेतृत्व में आये दल की प्रस्तुतियों को खूब सराहा गया।

संस्कृति विभाग उ0प्र0 के सहयोग से बांदा बुन्देलखण्ड से रमेश पाल के नेतृत्व में आये दल ने बुन्देलखण्ड की लोक संस्कृति पाई डण्डा नृत्य की प्रस्तुति दी। यह नृत्य प्रायः त्योहारों, विवाह समारोहों, होली या ग्राम उत्सवों में किया जाता है। इस नृत्य में वीरता, मित्रता, खुशी और गांव की सामाजिक एकता झलकती है। 

गोमती नगर नेतृत्व राधिका बोरा, देव भूमि जन सरोकार सांस्कृतिक समिति गोमतीनगर नेतृत्व हेमा वाणगी, कुर्मांचल नगर तृतीय नेतृत्व मीना अधिकारी एवं कमला चुफाल, उत्तराखण्ड महापरिषद नेतृत्व पुष्पा वैष्णव एवं पुष्पा गैलाकोटी, भरत नगर प्रीति नगर नेतृत्व दीपा कालाकोटी – पांचो दलों ने उत्तराखण्ड की लोक नृत्य झोड़ा की सुन्दर छठा से लोक संस्कृति से रूबरू कराया।