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होंडा मोटरसाइकिल और स्कूटर इंडिया ने सड़क सुरक्षा के प्रति किया जागरूक

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। होंडा मोटरसाइकिल और स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) ने लखनऊ में अपनी सड़क सुरक्षा जागरूकता पहल का आयोजन किया। इस पहल के ज़रिए कंपनी ने देशभर में जिम्मेदार सड़क व्यवहार को बढ़ावा देने के अपने सतत प्रयासों को और मज़बूत किया।

इस कार्यक्रम में लखनऊ मॉडल पब्लिक स्कूल और सेठ एम.आर. जयपुरिया स्कूल के 1500 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। जिसका उद्देश्य नई पीढ़ी को जिम्मेदार सड़क उपयोगकर्ता बनने के लिए प्रेरित करना था।

इंटरैक्टिव सेशंस, प्रैक्टिकल लर्निंग मॉड्यूल्स और रोचक चर्चाओं के ज़रिए छात्रों ने न सिर्फ़ सेफ़ राइडिंग और पैदल यात्री अनुशासन की बुनियादी बातें सीखीं, बल्कि यह भी समझा कि वे आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित सड़क संस्कृति बनाने में कैसी अहम भूमिका निभा सकते हैं। इस इनिशिएटिव ने युवाओं को प्रेरित किया कि वे रोड सेफ्टी को केवल पालन करने वाला नियम नहीं, बल्कि अपनाने वाली जीवनशैली और संस्कृति के रूप में देखें।

एचएमएसआई के लिए लखनऊ उसकी रोड सेफ्टी जर्नी का सिर्फ़ एक और पड़ाव नहीं है, बल्कि एक महत्वपूर्ण टचपॉइंट है जहाँ वह उन युवा दिमागों तक पहुँच बना रहा है जो जल्द ही देश के प्रमुख रोड यूज़र्स बनेंगे। इस उम्र में सड़क पर सही आदतों को विकसित करना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि इसी दौर में सचेतता और ज़िम्मेदारी के मूल्य व्यक्ति के पूरे जीवन के व्यवहार को प्रभावित कर सकते हैं।

स्कूलों और कॉलेजों के साथ साझेदारी के ज़रिए एचएमएसआई यह सुनिश्चित कर रहा है कि रोड सेफ्टी को एक लाइफ़ स्किल के रूप में अपनाया जाए न कि सिर्फ़ एक बार सीखा जाने वाला सबक समझा जाए।

एचएमएसआई का फोकस केवल जानकारी देने तक सीमित नहीं है, बल्कि सोच और नज़रिए को बदलने पर है। यह इनिशिएटिव दिखाता है कि कैसे लगातार अवेयरनेस लोगों के रवैये में बदलाव ला सकती है, दूसरे यात्रियों के प्रति सम्मान बढ़ा सकती है, और धीरे-धीरे सभी के लिए सुरक्षित सड़कों का निर्माण कर सकती है। ऐसे गुण जब कम उम्र में विकसित किए जाते हैं, तो वे आने वाले वर्षों तक एक सुरक्षित और ज़िम्मेदार ट्रैफ़िक इकोसिस्टम बनाने की नींव रखते हैं।

अपने लॉन्ग-टर्म कमिटमेंट के तहत, एचएमएसआई देशभर में अपनी रोड सेफ्टी एक्टिविटीज़ को लगातार विस्तार दे रहा है। लखनऊ में यह इनिशिएटिव इस बात पर ज़ोर देता है कि सुरक्षा की ज़िम्मेदारी सिर्फ़ खुद तक सीमित नहीं, बल्कि दूसरों की सुरक्षा से भी जुड़ी होती है। आख़िरकार, सड़क पर सोच समझकर किए गए हर एक्शन न केवल खुद की सुरक्षा के लिए होते हैं, बल्कि दूसरों की जान बचाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में भी एक अहम कदम होते हैं।