Wednesday , September 10 2025

संभोग से समाधि, नारी और क्रान्ति संग भा रहीं पावर्स ऑफ माइंड

22वां राष्ट्रीय पुस्तक मेला : सातवां दिन 

  • ब्रजेश पाठक ने किया कुम्भ डायरीज का विमोचन, एक सांस सबके हिस्से से पर हुई चर्चा 
  •  डान बोस्को असायलम के बच्चों ने बाल उत्पीड़न पर पेश की नृत्य नाटिका 

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। 22वां राष्ट्रीय पुस्तक मेला आधे सफर से आगे निकल चुका है। बलरामपुर गार्डन अशोक मार्ग पर चल रहे किताबों के इस मेले पाठकों का पुस्तक प्रेम उफान पर है। अध्यात्म दर्शन धर्म से जुड़े साहित्य की मांग यहां बुजुर्गों ही नहीं नौजवानों में भी दिख रही है।

‘यज्ञों से जप करना 10 गुना अच्छा है और बिना शब्द निकाले धीरे-धीरे जप करना सौ गुना और मन में जप करना हजार गुना अच्छा है’- उक्त वाक्यांश पुस्तक मेले में वैदिक साहित्य के स्टाल पर मिल रही आनंद स्वामी की किताब महामंत्र से है। यहां वेद ऋचाओं के साथ ही आर्य समाज का प्रचुर साहित्य है। ओशो मित्र मंडल के स्टाल पर ओशो साहित्य में संभोग से समाधि, नारी और क्रान्ति, अंतर्यात्रा मैं से मुक्ति जैसी पुस्तकों की मांग है। 

रामकृष्ण परमहंस और विवेकानंद का साहित्य लेकर आए रामकृष्ण मठ के राहुल बताते हैं कि आज के युवा तनाव में रहते हैं। उन्हें विवेकानन्द की ध्यान और उसकी पद्धतियां, पावर्स आफ माइंड जैसी 35 और 12 रुपये की किताबें भा रही हैं। गीता प्रेस के स्टाल पर कई आकार और भाषाओं में गीता और कल्याण पत्रिका के पुराने अंक विशेष हैं। बौद्ध साहित्य और दर्शन से जुड़ी किताबें सम्यक, गौतम जैसे स्टालों पर हैं तो धर्म अध्यात्म की किताबें प्रभात, राजपाल, राजकमल, वाणी, सेतु, सामयिक, सस्ता साहित्य, अनबाउंड स्क्रिप्ट जैसे लगभग हर स्टाल पर हैं।

14 सितंबर को विराम लेने वाले मेले के सातवें रोज बच्चों युवाओं के कार्यक्रम के साथ धीर गंभीर चर्चाएं भी चलीं।

दिव्यांश पब्लिकेशंस द्वारा प्रकाशित अमिताभ कुमार की कुम्भ डायरीज एक शोध ग्रन्थ के हिंदी अंग्रेजी संस्करणों का विमोचन एक अन्य किताब के पोस्टर के साथ उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने किया। लेखक अमिताभ कुमार को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि यह पुस्तक साहित्यिक वैज्ञानिक और ज्योतिष तीनों का संगम है। एक ऐसा शोधग्रंथ जो पाठकों और कुंभ ना नहाने वालों को कुंभ स्नान का सुख देगी।

पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक एके सत्पथी की अध्यक्षता में चले समारोह में व्यापार मंडल अध्यक्ष संदीप बंसल, वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष शुक्ल, रेलवे अधिकारी संघ के जितेंद्र सिंह, सूचना आयुक्त मो. नदीम, सर्वेश अस्थाना व नीरज अरोड़ा उपस्थित थे।

आज सुबह विजय तन्हा की पुस्तक हिन्द की हिन्दी के विमोचन के बाद ज्वाइन हैंड्स फाउण्डेशन और होली ट्रिनिटी पब्लिकेशन की ओर से मोहनलालगंज डान बोस्को असायलम के बच्चों ने घरेलू और कार्य स्थल पर बच्चों के उत्पीड़न पर हमारी सुनो नृत्यनाटिका प्रस्तुत की। नाटिका में सत्येन्द्र, विवेक, जुमान, विकास, रमेश, दीपक, अली, दीपू, विशाल और अमन रावत ने अभिनय किया।

अखिल भारतीय साहित्य परिषद महानगर के तत्वावधान में पायल लक्ष्मी सोनी के काव्य संग्रह एक सांस सबके हिस्से से पर निर्भय नारायण गुप्त की अध्यक्षता व ममता पंकज के संचालन में चली चर्चा में मुख्य वक्ता के साथ विश्वास लखनवी, नरेंद्र भूषण, कमलेश मृदुल, राजीव वर्मा वत्सल व ज्योति किरण ने विचार रखते हुए संग्रह को समकालीन साहित्य की मूल्यवान धरोहर बताया। कार्यक्रम में गिरिराज किशोर, अलका अस्थाना, मनमोहन बाराकोटी, संजीव श्रीवास्तव, माधुरी महाकाश, अर्चना प्रकाश आदि ने रचनाएं पाठ किया। शाम को अविरल सेवा संस्थान की काव्य गोष्ठी में सामाजिक विषयों के साथ श्रंगार रस की रचनाएं छायी रहीं।

11 सितंबर के कार्यक्रम

पूर्वाह्न 11:00 बजे लोकार्पण- अनागत साहित्य संस्थान 

अपराह्न 12.30 बजे दौलतदेवी स्मृति संस्थान का कार्यक्रम 

अपराह्न 2:00 बजे पुस्तक चर्चा- भगवान स्वरूप कटियार

अपराह्न 3:30 बजे संगोष्ठी- वसुंधरा फाउंडेशन 

शाम 4:30 बजे अच्छे स्वास्थ्य के 51 नुस्खे कार्यक्रम 

शाम 5:30 बजे गोष्ठी- दलित स्त्री लेखन और वर्तमान 

शाम 7.00 काव्य गोष्ठी- आभूषण काव्यात्मक अभिव्यक्ति