Wednesday , September 3 2025

एम्पियर नेक्सस शिपकी ला पास को पार करने वाला पहला ईवी बना

  • ड्यूल फ्रेम चेसिस एवं एल.एफ.पी बैटरी टेक्नोलॉजी जैसे फीचर्स दुर्गम इलाकों में भी ईवी के परफोर्मेन्स को दे रहे नया आयाम

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। ग्रीव्ज़ कॉटन लिमिटेड की ई-मोबिलटी शाखा, ग्रीव्ज़ इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड पिछले 16 सालों से भारत की ईवी क्रांति में अग्रणी रही है। कंपनी ने घोषणा की है कि इसका फ्लैगशिप इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन एम्पियर नेक्सस 13200 फीट की ऊँचाई पर मौजूद शिपकी ला पास तक पहुंचने वाला पहला इलेक्ट्रिक स्कूटर बन गया है। ड्यूल फ्रेम चेसिस एवं अडवान्स्ड एल.एफ.पी (लिथियम फैरो फॉस्फेट) बैटरी सिस्टम द्वारा पावर्ड, इंजीनियरिंग के इनोवेशन- एम्पियर नेक्सस ने चुनौतीपूर्ण और दुर्गम रास्तों को तय कर यह उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है।

अक्सर ग्राहक इलेक्ट्रिक वाहनों की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठाते हैं, वे ईवी खरीदने से पहले तय कर लेना चाहते हैं कि क्या यह वाहन लम्बा चलेगा और कैसा परफोर्मेन्स देगा। भारतीय सड़कों को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया एम्पियर नेक्सस, उनकी उम्मीदों पर खरा उतरता है। तीन दिनों के दौरान चण्डीगढ़ से लेकर शिपकी ला पास तक 425 किलोमीटर की यात्रा में स्कूटर की इंजीनियरिंग से जुड़े हर पहलु को जांचा गया। 4 गुना मजबूत ड्यूल फ्रेम चेसिस से युक्त नेक्सस ने इतने चुनौतीपूर्ण इलाकों में भी बेजोड़ स्थिरता और स्थायित्व का प्रदर्शन किया, खड़ी चढ़ाई पर भी स्कूटर का नियन्त्रण शानदार बना रहा। इसके अलावा एल.एफ.पी बैटरी और 2 गुना एक्स्ट्रा बैटरी लाईफ के साथ यह इस रेंज में सर्वश्रेष्ठ टेक्नोलॉजी से बना है, नेक्सस कम तापमान की परिस्थितियों में भी लम्बी दूरी आसानी से तय कर लेता है।

एक ही प्रोडक्ट में ढेरों फीचर्स- जैसे संरचनात्मक मजबूती और लम्बी चलने वाली बैटरी- नेक्सस को मार्केट में मौजूद अन्य इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों से अलग बनाते हैं। आधुनिक टेक्नोलॉजी और सहज इंटीग्रेशन के चलते यह ईवी अब टोर्क, रेंज एवं पेलोड क्षमता की दृष्टि से पारम्परिक स्कूटरों से मैच करता है। अभी हाल ही में एम्पियर की एक और पेशकश मैगनस नियो ने भी बेहतरीन माइलेज और बैटरी क्षमता का प्रदर्शन करते हुए बैंगलुरू से लेकर दिल्ली तक 2000 किलोमीटर की दूरी तय की थी।