Saturday , July 19 2025

ग्रामीण विकास विभाग ने HCL जीयूवीआई के साथ मिलकर आयोजित किया AI प्रशिक्षण

ग्रामीण विकास विभाग ने HCL जीयूवीआई के साथ मिलकर आयोजित किया AI प्रशिक्षण

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। शासन को जमीनी स्तर से डिजिटल सशक्तीकरण प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता के अंतर्गत, उत्तर प्रदेश सरकार के ग्रामीण विकास विभाग ने एचसीएल जीयूवीआई के साथ मिलकर एक गहन एआई प्रशिक्षण का आयोजन किया। इस प्रायोगिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के बीच 100 से अधिक फील्ड एवं एग्ज़िक्यूटिव स्तर के अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया। यह अभियान एआई प्रज्ञा के लक्ष्यों को आगे बढ़ाता है, जो लोक प्रशासन और सेवा आपूर्ति में आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस को शामिल करने के लिए राज्य का एक दूरदर्शी कार्यक्रम है।

‘‘एप्लाईड एआई फॉर रूरल डेवलपमेंटः डेटा, इमेज, लैंग्वेज़ एंड जियोस्पैशल इंटैलिजेंस’’ शीर्षक के इस प्रोग्राम ने अधिकारियों को आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल), कंप्यूटर विज़न, नैचुरल लैंग्वेज़ प्रोसेसिंग (एनएलपी), ज्योग्रेफिक इन्फॉर्मेशन सिस्टम (जीआईएस), और प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स के प्रायोगिक अनुप्रयोगों को समझने का अवसर दिया। इन सभी को ग्रामीण विकास में उपयोग के लिए अनुकूलित किया गया था।

एचसीएल के जीयूवीआई प्रोप्रायटरी एआई-पॉवर्ड लर्निंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रतिभागियों ने प्रि और पोस्ट ट्रेनिंग आकलनों, रियल-वर्ल्ड सरकारी डेटासेट्स, और परिदृश्य पर आधारित अभ्यासों में हिस्सा लिया। उन्होंने फ्रॉड डिटेक्शन, फोटो वैरिफिकेशन, ऑटोमेटेड शिकायत निवारण, जियो-टैग मैपिंग, और एआई-असिस्टेड रिपोर्टिंग का प्रायोगिक अनुभव प्राप्त किया। शासन में रिस्पॉन्सिबल एआई और एथिक्स पर एक समर्पित मॉड्यूल की मदद से प्रतिभागियों को इन टूल्स को सोच समझकर और जवाबदेह तरीके से इस्तेमाल करने का अनुभव प्राप्त हुआ। 

जीएस प्रियदर्शी (कमिश्नर, ग्रामीण विकास, उत्तर प्रदेश सरकार) ने कहा, “यह प्रशिक्षण डिजिटल रूप से कुशल और भविष्य के लिए तैयार सरकारी कार्यबल तैयार करने के हमारे सफर में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे एक पारदर्शी और कुशल शासन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है, जो एआई प्रज्ञा के उद्देश्यों के अनुरूप है।”

जीयूवीआई के फाउंडर एवं सीईओ, अरुण प्रकाश ने कहा, “हम जागरूकता बढ़ाने से भी आगे निकल चुके हैं। इस प्रोग्राम ने वास्तविक, व्यावहारिक उपकरण प्रदान किए हैं जिनका ग्रामीण अधिकारी पहले दिन से ही उपयोग कर सकते हैं। हमें उत्तर प्रदेश के प्रगतिशील डिजिटल सफर का हिस्सा बनने पर गर्व है।’’

अपूर्व जौहरी (हेड कॉर्पोरेट प्रोग्राम्स, एचसीएल जीयूवीआई) ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य था कि हम इसे तुरंत उपयोग कर सकें। प्रतिभागियों ने यहाँ फील्ड इमेज का विश्लेषण करने से लेकर वर्कफ्लो को ऑटोमेट करने तक अनेक व्यवहारिक कौशल सीखे, जो ऑपरेशंस को सुव्यवस्थित करेंगे और परिणामों में सुधार लाएंगे।”

इस प्रोग्राम के अंतर्गत मेंटर द्वारा एक 8 घंटे का सत्र लिया गया, जिसके अंत में हर प्रतिभागी को एक सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।

इस तरह के अभियानों की मदद से एचसीएल जीयूवीआई द्वारा सरकारी एवं कॉर्पोरेट सेक्टर के हितधारकों को टेक्नोलॉजी में समर्थ बनाकर क्षमता निर्माण किया जा रहा है। अपने कार्यबल को भविष्य के लिए आवश्यक टेक्नोलॉजी एवं कौशल का ज्ञान प्रदान करने के इच्छुक संगठन हमारे साथ साझेदारी के लिए ankur.j@guvi.in पर संपर्क करें।