लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। ऑनलाइन स्किल-बेस्ड गेमिंग प्लेटफॉर्म जूपी ने आज अपनी बड़ी उपलब्धि की घोषणा की। उत्तर प्रदेश अब जूपी लूडो के लिए सबसे बड़ा यूजर बेस बन गया है, जहां 15 मिलियन से ज़्यादा लोग इस गेम को खेलते हैं। राज्य की राजधानी लखनऊ में अब तक 2 बिलियन से ज्यादा बार यह गेम खेला जा चुका है, जो दिखाता है कि लोग सांस्कृतिक रूप से जुड़े खेलों को कितना पसंद करते हैं।
जूपी ने भारत में स्किल-बेस्ड कैजुअल गेमिंग की शुरुआत की थी और उत्तर प्रदेश ने इसे आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। जिससे यह साफ पता चलता है, कि यूपी सिर्फ गेम खेलने वाला राज्य नहीं है, बल्कि ऑनलाइन स्किल गेमिंग में एक दिशा तय करने वाला राज्य बन चुका है। हाल ही में पूरे देश में 150 मिलियन (15 करोड़) यूजर्स का आंकड़ा पार करने के बाद, जूपी की उत्तर प्रदेश में तेज़ी से बढ़ती लोकप्रियता यह दिखाती है कि भारत का अगला डिजिटल दौर अब गांवों और छोटे शहरों से शुरू हो रहा है। इसके अलावा, जून 2024 से जून 2025 के बीच राज्य में यूजर्स की संख्या 30 लाख से अधिक बढ़ चुकी है, जिससे लूडो जैसे सांस्कृतिक खेल की लोकप्रियता प्रदर्शित होती है, जो अब स्किल-बेस्ड डिजिटल फॉर्मेंट में फिर से पेश किए गए हैं।
जूपी ने एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया है जो न्यायपूर्ण खेल, पारदर्शिता और जिम्मेदार गेमिंग को बढ़ावा देता है। जूपी लूडो की सादगी, सांस्कृतिक जुड़ाव और ईमानदार खेलने के नियमों की वजह से यह गेम टियर 2, टियर 3 शहरों और ग्रामीण इलाकों में लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है। जूपी का यह समावेशी (सबको जोड़ने वाला) तरीका न सिर्फ इसकी पहुंच बढ़ा रहा है, बल्कि अब कौन लोग गेम खेल रहे हैं और कैसे खेल रहे हैं उसका भी स्वरूप बदल रहा है। इस बदलाव में महिलाओं की भागीदारी में भी बड़ा इजाफा देखा गया है। उत्तर प्रदेश में महिला यूज़र्स की संख्या में साल दर साल 60% की बढ़ोतरी हुई है। आज यह प्लेटफॉर्म महिला और पुरुष खिलाड़ियों के बीच बराबरी की ओर बढ़ रहा है, जो यह दिखाता है कि डिजिटल गेमिंग की दुनिया में अब हर वर्ग और जेंडर के लोग शामिल हो रहे हैं।

इस बड़ी उपलब्धि पर जूपी के चीफ़ स्पोकपर्सन गोविंद मित्तल ने बताया कि, “हमने उत्तर प्रदेश में एक बेहद रोमांचक सफर तय किया है। इस राज्य में भारत के कैजुअल गेमिंग का भविष्य दिखाता है। लखनऊ जैसे शहरों में तेजी से बढ़ती लोकप्रियता यह साबित करती है कि लोगों का जूपी लूडो से भावनात्मक और सांस्कृतिक जुड़ाव बहुत गहरा है। हमें सबसे ज़्यादा खुशी इस बात की है कि पिछले एक साल में महिलाओं की भागीदारी में 60% की बढ़ोतरी हुई है। यह हमारे उस विश्वास को मजबूत करता है कि हम सबको जोड़ने वाले, सकारात्मक और जिम्मेदारी से भरे गेमिंग अनुभव बना रहे हैं। टियर 2 शहरों से लेकर दूर-दराज़ कस्बों और गांवों तक, जूपी लूडो आज एक भरोसेमंद मनोरंजन का साधन बन चुका है, जो परंपरा की जड़ों से जुड़ा हुआ है और डिजिटल युग के अनुसार नए रूप में पेश किया गया है। यह उपलब्धि हमारे इस संकल्प को और मजबूत करती है कि हम हर यूज़र के लिए एक ऐसा गेमिंग अनुभव बनाएं जो सबके लिए आसान, समावेशी और जिम्मेदारी से भरा हो।”
जूपी लूडो ने भारत के सबसे पसंदीदा बोर्ड गेम लूडो को एक नया रूप दिया है और इसे स्किल बेस्ड गेमिंग का मज़ेदार अनुभव बना दिया है। जूपी के पास अब 150 मिलियन (15 करोड) से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स और 12.5 बिलियन (1250 करोड़) से अधिक गेमप्ले हैं। जूपी ने सिर्फ स्किल गेमिंग की दुनिया में कदम नहीं रखा, बल्कि इसी ने इसे बनाया है, बढ़ाया है और अब इसमें सबसे आगे भी है। इस ब्रांड ने भारत में पहली बार स्किल-बेस्ड लूडो फॉर्मेट्स पेश किए, जैसे – लूडो सुप्रीम, लूडो टॉ और लूडो सुप्रीम लीग, जिससे इसने न सिर्फ बड़ी संख्या में लोगों को जोड़ा, बल्कि गेमिंग को एक नई पहचान भी दी। इन नए फॉर्मेट्स में गेम तेज और कम समय (10 मिनट से भी कम) में खेला जा सकता है, जो कि मोबाइल पर खेलने वाले भारतीय यूजर्स के लिए बिल्कुल सही है। जूपी ने पारंपरिक लूडो में केवल किस्मत पर निर्भर रहने की सोच को बदला और इसमे दिमाग और रणनीति (स्किल) को ज़्यादा अहमियत दी। इसके लिए उन्होंने बिना पासे (डाइस-लेस मोड) और हर चाल पर स्कोर मिलने वाला सिस्टम (मूव बेस्ड स्कोरिंग) शुरू किया।
नया भारत अब स्किल-बेस्ड गेमिंग का नेतृत्व कर रहा है।
उत्तर प्रदेश में, खासकर लखनऊ जैसे शहरों में, जूपी लूडो की लगातार बढ़ती लोकप्रियता यह दिखाती है कि भारत के गेमिंग क्षेत्र की असली ताकत सिर्फ डाउनलोड्स में नहीं, बल्कि लबे समय तक जुड़कर खेलने वाले यूजर्स में है।
जैसे-जैसे भारत तेजी से डिजिटल हो रहा है, जूपी ऐसे गेम बना रहा है जो आसान, सांस्कृतिक रूप से जुड़े हुए और हर वर्ग के लोगों के लिए उपयुक्त हैं। यही भारत के गेमिंग क्षेत्र की असली ताकत को उजागर कर रहा है। उत्तर प्रदेश के लोगों की भागीदारी यह साबित करती है कि जूपी सूडो का फॉर्मेट, जो न्यायपूर्ण खेल, स्किल-बेस्ड मुकाबले और यूज़र को ध्यान में रखकर बनाए गए इंटरफेस पर आधारित है, लोगों की पहली पसंद बनता जा रहा है।