लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। गोदरेज जर्सी, विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर, अपनी सर्वेक्षण रिपोर्ट, “बॉटम्स अप… इंडिया सेज़ चीयर्स टू मिल्क!” के साथ भारतीय उपभोक्ताओं की बदलती पसंद का जश्न मना रहा है। सर्वेक्षण के निष्कर्षों से पता चलता है कि हर तीन में से एक भारतीय दूध पेय पदार्थ (बेवरेज) के रूप में पीता है। जबकि लखनऊ के 36 प्रतिशत उपभोक्ता पेय पदार्थ के रूप में दूध पसंद करते हैं।
इसके अलावा, 28 प्रतिशत उपभोक्ता घर पर ही फ्लेवर्ड मिल्क पीना या अपने दूध में फ्लेवर (जायका) मिलाना पसंद करते हैं। माता-पिता भी अपने बच्चों को पौष्टिक ताज़गी देने के लिए सुविधाजनक और आनंददायक तरीके के रूप में फ्लेवर्ड मिल्क का विकल्प चुन रहे हैं। जिनमें से 52 प्रतिशत इसे दिन में देते हैं और 38 प्रतिशत इसे खेल के समय ताज़गी देने वाले विकल्प के रूप में इस्तेमाल करते हैं।

गोदरेज जर्सी के मुख्य कार्यकारी, भूपेंद्र सूरी ने निष्कर्षों पर अपनी टिप्पणी में कहा, “गोदरेज जर्सी में, हम उपभोक्ता अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्वाद, ताज़गी और पोषण को समान रूप से प्राथमिकता देकर, ब्रांड नई पीढ़ी के लिए दूध के महत्व को नया स्वरूपदे रहा है। गोदरेज जर्सी बादाम दूध केवल स्वादिष्ट ही नहीं बल्कि यह एक स्वस्थ, पौष्टिक विकल्प है जो दूध को न केवल विश्व दुग्ध दिवस पर बल्कि हर दिन पसंदीदा पेय बनाता है।”
उन्होंने कहा, “भारत में पहले की अपेक्षा अधिक विचारशील उपभोग के बढ़ते चलन के बीच दूध के बाज़ार की संभावना बढ़ रही है। यह अब केवल परंपरा से नहीं जुड़ा है बल्कि यह नवोन्मेष और आधुनिक जीवन शैली के भी अनुरूप है। गोदरेज जर्सी इस बदलाव का नेतृत्व कर रहा है, दूध को दैनिक पोषण का प्रिय हिस्सा बनाने के लिए विरासत को नए विचारों से जोड़ रहा है।”