लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। साइबर अपराध के बढ़ते खतरों से निपटने के प्रयास में पंजाब नैशनल बैंक ने “कोड अगेंस्ट मालवेयर” थीम के साथ अपने पहले साइबर सुरक्षा हैकथॉन 2024-25 की शुरूआत की है।
इस हैकाथॉन का उद्देश्य मैलवेयर के बढ़ते खतरे से निपटने और देश की साइबरसिक्योरिटी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए पूरे भारत के इनोवेटर्स, शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों को एक साथ लाना है। सबसे प्रतिभाशाली लोगों को एक साथ लाकर, पीएनबी वित्तीय क्षेत्र, अनुसंधान संस्थानों और तकनीकी नवोन्मेषकों के बीच सहयोग की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालता है ताकि उभरते साइबर खतरों से आगे रहा जा सके।
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में 28 फरवरी 2025 तक चलने वाला पीएनबी साइबर सुरक्षा हैकथॉन 2024-25, शैक्षणिक संस्थानों, अनुसंधान संगठनों और तकनीकी समुदाय के छात्रों, शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों के लिए व्यक्तिगत रूप से और टीम के तौर पर भाग लेने के लिए खुला है।
इस हैकथॉन के प्रमुख फोकस क्षेत्रों में इंटेलिजेंस-संचालित मालवेयर का पता लगाना और हटाना, वास्तविक समय में खतरे की निगरानी और रोकथाम, रैंसमवेयर रेजिलिएंस साल्यूशन और अगली पीढ़ी के एंटीवायरस टूल्स और सरफेस अटैक का प्रबंधन शामिल हैं।
प्रतिभागियों को बैंकिंग क्षेत्र के लिए अत्याधुनिक साल्यूशन्स के साथ एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचा विकसित करने की आवश्यकता है जो मालवेयर हमलों का पता लगा सके, उन्हें कम कर सके और उन्हें रोक सके। इसमें 11 लाख रुपये तक के पुरस्कारों के अलावा, विजेताओं के पास रीयल टाइम प्रभावों के साथ महत्वपूर्ण साइबर सुरक्षा चुनौतियों को हल करने और पीएनबी के साथ लाइव वातावरण में अपने सफल साल्यूशन्स को लागू करने का अवसर होगा।
जैसे-जैसे बैंकिंग क्षेत्र अपनी डिजिटल परिवर्तन यात्रा को गति दे रहा है, पीएनबी साइबर सुरक्षा नवाचार में सबसे आगे है और ग्राहकों के डेटा और संवेदनशील वित्तीय जानकारी की सुरक्षा के लिए लगातार उन्नत तकनीकों को लागू कर रहा है।
पीएनबी साइबर सुरक्षा हैकथॉन 2024-25 वित्त मंत्रालय के मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है और यह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) को वार्षिक हैकथॉन आयोजित करने के लिए वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के निर्देश के अनुरूप है।