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सिर्फ सोचने से कुछ नहीं होता, कुछ हासिल करने के लिए मेहनत करनी पड़ती है : सीएम योगी

ईज ऑफ लिविंग, उत्तर प्रदेश दिवस के साथ ही विभिन्न योजनाओं में प्रदेश की स्थिति पर भी सीएम योगी ने डाला प्रकाश 

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। सीएम योगी ने सदन में ईज ऑफ लिविंग, उत्तर प्रदेश दिवस के साथ ही विभिन्न योजनाओं में प्रदेश की स्थिति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः! अर्थात कुछ भी हासिल करने के लिए मेहनत करनी पड़ती है, सिर्फ सोचने से कुछ नहीं होता। उन्होंने कहा…

– हमने 07 साल पहले एक निश्चय किया और अब पूरा उत्तर प्रदेश उस निश्चय, उस संकल्प के सिद्ध होने का साक्षी बन रहा है। 

– लोकमंगल की अवधारणा हमारी सरकार की हर नीति में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। 

– नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार 06 करोड़ जनता बहुआयामी गरीबी से ऊपर उठी है। बहुआयामी गरीबी को समाप्त करने में प्रदेश ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। 

– 2016 तक 1.40 लाख आवास स्वीकृत किए गए थे। 2017 के बाद से अब तक 55.83 लाख आवास बनाए जा चुके हैं। (पीएम शहरी 17.65 लाख, पीएम ग्रामीण 36.15 लाख और मुख्यमंत्री आवास योजना में 2.03 लाख) 

– विभिन्न सामाजिक सुरक्षा पेंशन से 97.50 लाख लोग लाभान्वित हुए हैं। वृद्धावस्था पेंशन 55 लाख, निराश्रित महिला 31. 50 लाख, दिव्यांगजन पेंशन 11 लाख।

– 1 करोड़ 75 लाख से अधिक उज्ज्वला कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। 56 लाख परिवारों को होली- दीवाली में निःशुल्क रसोई गैस उपलब्ध कराये जा चुके हैं। 

–  2 करोड़ 62 लाख इज्जत घर का निर्माण किया गया है प्रदेश में। 

– प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के अंतर्गत सभी 90,866 ग्रामों में आबादी का ड्रोन सर्वेक्षण पूरा। कुल 52,590 ग्रामों में 75,78,935 घरौनियां तैयार। 66 लाख 69000 परिवारों को घरौनी प्रदान की गई।

–  बेहतर शिक्षा, सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं, स्वच्छ पेय जल, सुरक्षा का बेहतर माहौल, तकनीकी सुविधायें मॉडर्न ट्रांसपोर्टेशन, स्मार्ट और सेफ सिटी जैसे अनेक प्रयासों से सामान्य नागरिक भी ‘ईज ऑफ लिविंग’ का अनुभव कर रहा है। 

-‘एक परिवार एक पहचान योजना’ संचालित की जा रही है। 60 योजनाओं के 06 करोड़ 64 लाख लाभार्थियों की ‘फैमिली आईडी’ सीडिंग की जा चुकी है।   

उत्तर प्रदेश दिवस विरासत का सम्मान

 – 68 वर्ष के उपरांत वर्ष 2018 में पहली बार उत्तर प्रदेश ने अपना स्थापना दिवस मनाया गया। यह विरासत के प्रति सरकार के भाव को प्रदर्शित करता है। 

– यह आयोजन राज्य के लिए अपनी स्थापना के पश्चात विकास की दिशा और दशा को जानने-पहचानने का विशिष्ट अवसर होता है। प्रत्येक वर्ष एक नई थीम के साथ यूपी दिवस मनाया जाता है। 2018 में ओडीओपी की शुरुआत की गई। 2019 में विश्वकर्मा श्रम सम्मान की शुरुआत की गई। 2020 में महिला सशक्तिकरण, 2021 में महिला युवा किसान सबका विकास सबका सम्मान, 2022 में आजादी का अमृत महोत्सव एवं चौरीचौरा शताब्दी समारोह, 2023 में निवेश एवं रोजगार और 2024 में उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत। 

– ओडीओपी योजना और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की सफलता से यह सदन सुपरिचित है। भारत सरकार ने इसे पूरे देश में लागू किया है। ओडीओपी योजना ने एमएसएमई को पुनर्जीवित किया। ग्रामीण और शहरी अर्थव्यवस्था के उत्थान में निर्णायक भूमिका निभाई है, बल्कि प्रदेश के निर्यात को 86 हजार करोड़ से बढ़ाकर 2 लाख करोड़ तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई है। रोजगार के लाखों नये अवसर सृजित हुए हैं।

– विश्वकर्मा श्रम सम्मान के माध्यम से प्रति वर्ष 75 हजार पारंपरिक शिल्पियों को टूलकिट प्रदान किया जा रहा है।

– इस वर्ष दो विभूतियों को ‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’ से अलंकृत किया गया।  चन्द्रयान मिशन के निदेशक के तौर पर्यवेक्षण करने वाली और मंगलयान मिशन की उप निदेशक संचालक लखनऊ निवासी ऋतु करीढाल श्रीवास्तव तथा भारत को पहला यूनिकॉर्न देने वाले तकनीक जगत के ख्यातिलब्ध नाम कानपुर निवासी नवीन तिवारी को सम्मानित किया गया।

भावी योजनाओं की दी जानकारी

– जीआईएस 2023 के बाद अब ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (19 फरवरी) में हम परियोजनाओं को जमीन पर उतारने जा रहे हैं।

– अगले वर्ष प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन है, पूरा विश्व एक बार फिर सनातन भारतीय विरासत और परम्परा का साक्षात्कार करेगा इस वर्ष के माघ मेला को हमने अगले वर्ष के महाकुम्भ के लिए पूर्वपीठिका मानकर तैयारी की है।

– कृषि सेक्टर के लिए एक और बड़ा प्रयास शुरू होने जा रहा है। हमने ‘राज्य कृषि विकास योजना’ के संचालन का निर्णय लिया है। यह योजना प्रदेश के कृषि क्षेत्र में बड़े परिवर्तन की वाहक बनेगी।

– जेवर में एशिया का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बन रहा है। 

– आगरा मेट्रो का शुभारम्भ अतिशीघ्र होने वाला है। 

उत्तर प्रदेश : नम्बर एक राज्य

– उत्तर प्रदेश केन्द्र सरकार द्वारा संचालित 45 से अधिक योजनाओं के क्रियान्वयन में देश में प्रथम स्थान पर है। 

– प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के क्रियान्वयन में देश में प्रथम। दिसम्बर, 2023 तक 2 करोड़ 62 लाख किसानों को 62998.69 करोड़ की धनराशि हस्तान्तरित की गयी। 

– प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण और शहरी) में 55.83 लाख आवास स्वीकृत/निर्माण कर देश में प्रथम। 

– उज्ज्वला योजना में 1.75 करोड़ पात्र परिवारों को निशुल्क गैस कनेक्शन। 

– स्वच्छ भारत मिशन में 2.52 करोड़ शौचालयों का निर्माण कर देश में प्रथम। 

– भारत सरकार द्वारा निर्मित ‘‘ई-श्रम’’ पोर्टल पर उत्तर प्रदेश के लगभग 8.32 करोड़ कामगारों का पंजीकरण हुआ है जो देश में सर्वाधिक है। 

– प्रधानमंत्री जनधन योजना में 8.56 करोड़ खाते खोल कर देश में प्रथम। 

– सौभाग्य योजना में 1.58 करोड़ निःशुल्क विद्युत कनेक्शन देकर प्रथम। 

– प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना में 1.09 करोड़ लोगों को लाभान्वित कर प्रथम। 

– स्वनिधि योजना: 17,33, 132 स्ट्रीट वेण्डर्स को रु. 2209.48 करोड़ का ऋण देकर देश में प्रथम। 

– 31.24 लाख जीएसटी पंजीयन के साथ देश में प्रथम

– 43 करोड़ 42 लाख पर्यटक फुट फाल के साथ उत्तर प्रदेश देश मे नम्बर एक। 14 लाख 34 हजार विदेशी पर्यटक भी यहां आए हैं।

– 1097 किलोमीटर लम्बाई के साथ उत्तर प्रदेश डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के क्षेत्र में नंबर एक। 

– 8726 किलोमीटर लम्बाई के साथ उत्तर प्रदेश रेलवे नेटवर्क में देश में नंबर एक। 

– 1400 किलोमीटर की लंबाई के साथ एक्सप्रेसवे नेटवर्क के साथ देश में नंबर एक। 

– 75000 किलोमीटर लम्बाई के साथ कैनाल नेटवर्क में देश में नंबर एक। 

– 6 लाख 48 हजार तालाब एवं जलाशयों के साथ उत्तर प्रदेश देश मे नम्बर एक। 

– 05 इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ देश में नंबर एक। 

– 200 करोड़ बार डिजिटल लेनदेन के साथ देश में नंबर एक।   

– गन्ना एवं चीनी, खाद्यान्न, आलू, हरी मटर, आम, दुग्ध और तिलहन उत्पादन में देश में प्रथम। 

– डीबीटी के माध्यम से भुगतान करने में नंबर।

– 96 लाख से अधिक इकाइयों के साथ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की स्थापना में प्रथम। 

– अटल पेंशन योजना के तहत 75 लाख से अधिक लोगों को लाभान्वित कर प्रथम।  

– ई-टेंडरिंग प्रणाली की परफॉर्मेंस में प्रथम। जेम पोर्टल पर खरीददारी करने में प्रथम।

– मनरेगा के क्रियान्वयन में देश में प्रथम। 196 करोड़ मानव दिवस का सृजन किया गया।

– ई-संजीवनी पोर्टल से मरीजों के इलाज में देश में प्रथम।

–  गोपालन एवं संरक्षण में देश में प्रथम। राष्ट्रीय कामधेनु अवार्ड। 

– वर्ष 2020-21 में 313.591 लाख मी.टन, वर्ष 2021-22 में 338.736 लाख मी०टन एवं वर्ष 2022-23 में 362.414 लाख मीट्रिक टन दुग्ध उत्पादन कर देश में राज्य प्रथम स्थान पर है। निराश्रित गोवंश संरक्षण योजनान्तर्गत अद्यतन 7064 गौ आश्रय स्थलों में कुल 13 लाख 28 हजार गोवंश संरक्षित।

– ‘औद्योगिक पार्क रेटिंग सिस्टम’ कार्यक्रम के अंतर्गत 8 पार्कों को “लीडर्स” श्रेणी में, 11 पार्कों को “चैलेंजर्स” श्रेणी तथा 01 पार्क को “एस्पायर्स” श्रेणी में स्थान प्राप्त हुआ।

– ‘गणतंत्र दिवस समारोह-नई दिल्ली’ में प्रदेश की ओर से प्रदर्शित की जाने वाली झांकी को 2021,2022 में प्रथम एवं वर्ष 2023, 2024 में द्वितीय पुरस्कार।

– राष्ट्रीय जल पुरस्कार से सम्मानित। वन स्टॉप सेन्टर, लखनऊ को नारी शक्ति पुरस्कार।

– ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में ‘अचीवर स्टेट’।

– एसोचैम द्वारा उत्तर प्रदेश को ‘बेस्ट स्टेट इन स्किल डेवलपमेंट’ की ‘गोल्ड मेडल ट्रॉफी।

– सहकारिता विभाग को रकाच आर्डर ऑफ मेरिट गोल्ड अवार्ड।

– ग्राम्य विकास विभाग को कन्वर्जेस में प्रथम पुरस्कार। 

– यूपी 102 परियोजना-पुलिस आपातकालीन प्रबन्धन प्रणाली के लिए विशेष जूरी पुरस्कार।

– ईज ऑफ डुइंग बिजनेस तथा लॉजिस्टिक्स की सुलभता रैंकिंग में अचीवर्स श्रेणी प्राप्त की है। 

– दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट का शुभारम्भ किया जा चुका है। 

– उत्तर प्रदेश, देश में ऐसा प्रथम राज्य है, जहां सोलर चरखे से उत्पादित खादी को मान्यता दी गयी है और सोलर चरखा बुनकरों को निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। 

– 100 प्रतिशत ग्राम ओडीएफ प्लस घोषित किए जा चुके हैं।

– नदियों के पुनरुद्धार हेतु जल संचयन में कई जनपदों को प्रथम / द्वितीय स्थान। 

– टेढ़ी, मनोरमा, ससुर खदेड़ी, गोमती, अरिल, मोरवा, नाद-वाराणसी, बान, सोत- संभल,काली पूर्वीं, ईशन, बूढ़ी. पांडु, सई आदि नदियों का पुनरोद्धार।

– वर्ष 2023 में कुल 36.16 करोड़ पौधे रोपित। विगत साढ़े 06 वर्षों में 167.16 करोड़ पौधे रोपित 

– 06 वर्ष में प्रदेश के कुल हरित क्षेत्र में 794 वर्ग किमी, की वृद्धि।

– भारतीय पर्यटकों के आवागमन में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर रहा है। वर्ष 2018 से अप्रैल 2023 तक लगभग 140 करोड़ पर्यटक प्रदेश में आए।  देश की आबादी के बराबर यहां पर्यटक आ चुके हैं।