लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ ही राजधानी में महोत्सवों का सीजन भी शुरू हो गया है। एक ओर जहां 3 नवम्बर से अर्जुनगंज इलाके में अवध महोत्सव की धूम मचेगी वहीं 31 अक्टूबर से गोमा तट पर उत्तराखंड महोत्सव में पहाड़ी छटा बिखरेगी। गोमती तट पर स्थित पं. गोविन्द बल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन में होने वाले दस दिवसीय उत्तराखण्ड महोत्सव का आगाज 31 अक्टूबर को उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी करेंगे। मुख्यमंत्री का स्वागत अपनी परम्परागत वेषभूषा झोडे के 500 कलाकारों द्वारा पुष्पवर्षा कर एवं उत्तराखण्ड से आये छोलिया दल द्वारा जोश के साथ विविध करतब दिखाते हुए व अपने वाद्य यंत्रों से कर्णप्रिय धुन बजाते हुए किया जायेगा। उक्त जानकारी उत्तराखंड महापरिषद के अध्यक्ष हरीश चन्द्र पंत ने दी।
सोमवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि इस वर्ष उत्तराखण्ड गौरव का सम्मान पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे चंदन सिंह नयाल को दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि 9 नवम्बर को समापन समारोह में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे।
महासचिव भरत सिंह बिष्ट ने बताया कि महोत्सव के दौरान उत्तराखण्ड महापरिषद की वार्षिक स्मारिका ‘उत्तराखण्ड दर्पण’ का विमोचन भी किया जायेगा। लखनऊ के विभिन्न क्षेत्रों से दर्शकों के आगमन हेतु महापरिषद द्वारा बसों की विशेष व्यवस्था भी की है।संयोजक दीवान सिंह अधिकारी ने बताया कि हर वर्ष लखनऊ के गोमा तट पर वृहद दस दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष हम हीरक जयंती वर्ष मना रहे हैं। महोत्सव का लुत्फ न केवल लखनऊ में रह रहे उत्तराखण्डवासी, बल्कि सम्पूर्ण लखनऊ के हर समाज के लोग आनन्द लेते है।
महोत्सव में विविध सामग्री के 250 स्टाल लगेंगे। इन स्टालों में उत्तराखण्ड की दालो, हर्बल जूस, कश्मीरी शाॅल, कालीन अनेक प्रांतो के हस्तशिल्पियों एवं स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पाद के साथ खान पान के स्टाल भी लगेंगे तथा बाल मिठाई भी मिलेगी। विविध कार्यों हेतु उत्तराखण्ड महापरिषद की टीमों को कार्य बाँट दिया गया है सुरक्षा की भी चाक चौबंद व्यवस्था है।
सुन्दर मंच के प्राँगण में महिला प्रकोष्ठ द्वारा रंगोली तथा पहाड़ की लोक विधा को जीवन्त करते हुए सुन्दर एपेण बनाये गये है। मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सिंह कनवाल ने बताया कि प्रतिदिन दोपहर 02 बजे से अनेक प्रतियोगिताएं-झोड़ा, किड्स फैशन शो, नृत्य, कवि सम्मेलन, निबन्ध, चित्रकला, गायन, वाद्न, कुर्सी रेस, गोष्ठियाँ आदि का आयोजन होगा। पूरन सिंह जीना ने डांस उत्तराखण्ड डांस की विशेष दिलचस्प प्रतियोगिता को संजोने में बहुत मेहनत की है, जिसमें 21 दल भाग लेंगे, जो कि 120 गीतों पर नृत्य प्रस्तुति देंगे। डांस उत्तराखण्ड डांस एवं वाइस ऑफ उत्तराखण्ड प्रतियोगिता में कुमाऊनी गढवाली जौनसारी एवं शौका गीत एवं नृत्य को शामिल किया है। विभिन्न प्रांत से चुनिन्दा सांस्कृतिक दल के साथ ही उत्तराखण्ड एवं उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक दल भी अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम देंगे।