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AKTU : आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में नवाचार और उद्यमिता की भूमिका महत्वपूर्ण

स्थानीय समस्याओं के समाधान वाले स्टार्टअप को दें बढ़ावा

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में नवाचार और उद्यमिता की महत्वपूर्ण भूमिका है। वहीं प्रदेश सरकार हर जिले में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए वन डिस्ट्रिक्ट, वन इन्क्युबेटर स्थापित करने की योजना चला रहा है। इस दिशा में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के इनोवेशन हब में बुधवार को प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा एम देवराज और कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने राजकीय व शासकीय 15 इन्क्युबेशन सेंटर की समीक्षा की। इस दौरान इनोवशन हब सहित सभी सेंटर्स के मैनेजर्स ने अपने सेंटर की प्रस्तुति दी। मैनेजर्स ने सेंटर्स पर स्टार्टअप और इनोवेशन की प्रगति, अब तक कितने स्टार्टअप्स निकले, भविष्य की योजनाओं आदि पर प्रकाश डाला। इस दौरान प्रमुख सचिव ने मैनेजर्स से सेंटर्स को स्थानीय स्तर की समस्याओं के निदान वाले स्टार्टअप को बढ़ावा देने पर जोर दिया। साथ ही उनकी समस्याएं भी सुनीं। उन्होंने प्रबंधकों को नवीन समाधानों के माध्यम से सामुदायिक चुनौतियों से निपटने के प्रयासों को और बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने इन सेंटर्स के सामने आने वाली चिंताओं और बाधाओं को धैर्यपूर्वक सुना और आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता बतायी। कुलपति जेपी पांडेय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को यूपी-स्टार्टअप नीति 2020 के साथ जोड़ते हुए संस्थान की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस रणनीतिक एकीकरण का उद्देश्य छात्र विचारों को बढ़ावा देना और छात्र उद्यमियों की एक मजबूत पाइपलाइन को आगे बढ़ाना है। इसके अलावा विश्वविद्यालय 100 से अधिक इनक्यूबेटर स्थापित करने के लिए उत्तर प्रदेश भर में विभिन्न उच्च और तकनीकी संस्थानों के साथ मिलकर सहयोग करने के लिए तैयार है।

इनोवेशन हब के एसोसिएट डीन डॉ. अनुज कुमार शर्मा ने इनक्यूबेशन सेंटरों के भविष्य के रोडमैप के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने विशेष प्रशिक्षण सत्र में धारा 8 कंपनियों के सुचारू कामकाज को बताया। इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह ने इनोवेशन हब की मैनेजर वंदना शर्मा के साथ विश्वविद्यालय से संबद्ध विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों को नए इन्क्युबेशन सेंटर की स्थापना के लिए दिशा निर्देशों की जानकारी दी। 15 विभिन्न प्राइवेट संस्थानों से प्रतिभाग करने आए प्रतिनिधियों से इनोवेशन हब ने उनके केंद्रों पर इनक्यूबेशन सेंटर्स स्थापित करने मे इनोवेशन हब कि भूमिका एवं सहयोग के बारे मे विस्तृत जानकारी साझा की। सेंटर की स्थापना में इनोवेशन हब संस्थानों में इन्फ्रास्ट्रक्चर, लैब स्थापना, पॉलिसी कार्य और कैपिसिटी बिल्डिंग आदि में सहयोग करेगा। वहीं प्रदेश सरकार की ओर से चल रही योजनाओं और वित्तीय सहायता की जानकारी दी। इस अवसर पर प्रतिकुलपति प्रो. मनीष गौड़ एवं निदेशक सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज प्रो. वीरेंद्र पाठक, परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार, रितेश सक्सेना सहित अन्य लोग मौजूद रहे।