लखनऊ (टेलिस्कोप टुडे)। आमतौर पर शाहरी प्रतिभा के आगे दब जाने वाले गांव के होनहार प्रतिभाओं के लिए एक अलग प्लेटफार्म तैयार हो चुका है। एकल विद्यालयों की संगठनात्मक रूप रेखा को आधार बनाकर इसे खिलाड़ियों की नर्सरी के रूप में विकसित किया जाएगा। जुलाई में गांव स्तर पर शुरू हुई ग्रामीण खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का सफर फरवरी में राष्ट्रीय समारोह में पूरा होगा। इससे 32 लाख ग्रामीण खिलाड़ियों में नेशनल लेवल पर टॉप 32 के चयन का लक्ष्य है। यही 32 होनहार लाखों में एक साबित होंगे।
एकल अभियान के राष्ट्रीय महामंत्री माधवेंद्र सिंह ने यह जानकारी दी।
केडी सिंह बाबू स्टेडियम में 5, 6 और 7 फरवरी को प्रस्तावित कार्यक्रम के बारे में आयोजन समिति ने विस्तृत जानकारी दी। एकल अभियान के राष्ट्रीय महामंत्री माधवेंद्र सिंह ने विस्तार से बताया कि पूरे देश में 6 से 14 साल भार के ग्रामीण स्तरीय खिलाड़ियों की प्रतिभा चयन का पीपुल्स मूवमेंट फरवरी में अपने मुकाम तक पहुंचेगा। माधवेंद्र सिंह ने बताया कि तीन दशक पूर्व 34 साल पहले 1989 में धनबाद से शुरू हुआ एकल अभियान अभ्युदय यूथ क्लब से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुका है। ग्राम स्तर पर एक लाख प्रतियोगिताओं में 32 लाख खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। राष्ट्रीय खेल समारोह के संयोजक मनोज मिश्र ने बताया कि इसके 2 वर्गों में 50 मीटर से 600 मीटर तक दौड़ लंबी कूद प्रतियोगिता है। खेल में कुश्ती व कबड्डी 25 किलो से 45 किलो भार वाले बालक खिलाड़ियों के लिए वर्गीकृत है।
खेल प्रभारी आशीष अग्रवाल व ग्राम संगठन अध्यक्ष भूपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर चयनित खिलाड़ियों को राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्रों पर भेजा जाएगा। जहां खेल प्रशिक्षण संघ शिक्षा भी मुहैया कराई जाएगी। यही खिलाड़ी भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहभागिता करेंगे। इस दौरान कार्यक्रम में “खेलेगा भारत खिलेगा भारत” का लोगो भी लांच किया गया। इस दौरान पारिजात, डॉ. वीरेंद्र कुमार, दिनेश कुमार, संतोष कुमार समेत कई अन्य सहयोगी भी प्रमुख रूप से उपस्थित उपस्थित थे।