लखनऊ/कानपुर। कानपुर के लिए एक गौरवशाली क्षण के रूप में बुधवार को मेट्रो के ट्रायल रन की शुरुआत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पालीटेक्निक डिपो में बटन दबाकर ट्रायल रन के लिए मेट्रो को रवाना किया। उन्होंने मेट्रो को अंदर से भी देखा। इस मौके पर उन्होंने एक से डेढ़ माह में मेट्रो को कानपुर की जनता के लिए चला देने की बात कही। मुख्यमंत्री ने बताया कि मेट्रो की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। उन्होंने कहा कि कानपुर इतना बड़ा शहर है कि इसे बहुत पहले ही मेट्रो की सुविधा मिलनी चाहिए थी लेकिन राजनीतिक दलों ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
15 नवंबर 2019 को मेट्रो के निर्माण कार्य शुरू हुए थे। मेट्रो को यात्रियों के लिए चलाने से पहले रिसर्च एंड डिजाइन स्टैंडर्ड आर्गनाइजेशन का ट्रायल रन जरूरी था। बुधवार को एक समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर इसकी शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अब कानपुर को जल्द मेट्रो के रूप में बेहतरीन ट्रांसपोर्ट सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से संचालित व्यवस्था है। अगले चार से छह सप्ताह में ट्रायल रन को पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही अगले माह कानपुर के लोगों को मेट्रो की सुविधा मिलेगी। आइआइटी से मोतीझील के बीच काफी ज्यादा आबादी वाले क्षेत्रों से मेट्रो गुजरेगी।
उन्होंने कहा कि 2017 में प्रदेश में कोई मेट्रो नहीं थी। अब लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा में मेट्रो चल रही हैं। इसके अलावा जल्द ही कानपुर भी उसमें शामिल होने जा रहा है। इस तरह पांच जिलों में मेट्रो की सुविधाएं देने वाले उत्तर प्रदेश देश का एकमात्र राज्य है। यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि कानपुर को बहुत पहले ही यह सुविधा मिलनी चाहिए थी। यह घनी आबादी वाला शहर है। पिछली सरकारें अगर थोड़ा भी प्रयास करतीं तो बहुत पहले कानपुर के लोगों को मेट्रो का लाभ मिल जाता लेकिन पहले की सारी सरकारें इसमें फेल रहीं। 2017 के बाद इस काम में तेजी लाई गई। कानपुर की मेट्रो बेहतरीन है और अत्याधुनिक है। अब कानपुर आबादी के हिसाब से ही मेट्रो सिटी नहीं रहेगा, यह वास्तव में मेट्रो सिटी हो रहा है। समारोह में मुख्यमंत्री का स्वागत उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने किया। उन्होंने उन्हें मेट्रो ट्रेन का माडल भी भेंट किया।
कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, महापौर प्रमिला पांडेय, सांसद सत्यदेव पचौरी, विधायक सुरेंद्र मैथानी, महेश त्रिवेदी, अभिजीत सिंह सांगा, भगवती प्रसाद सागर आदि मौजूज रहे।