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RCM : रूपांतरण यात्रा में उमड़ी नवोद्यमियों की भीड़, किया महादान

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। आरसीएम की राष्ट्रव्यापी रूपांतरण यात्रा के शुभारंभ के बाद से अब तक लाखों नवोद्यमी इससे जुड़ चुके हैं, जो कंपनी की जन-आधारित विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यात्रा का नवीनतम पड़ाव लखनऊ रहा, जहां हजारों नागरिकों ने स्वास्थ्य, सेवा और संस्कार को बढ़ावा देने वाली विभिन्न सामुदायिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी की।

लखनऊ और इससे पहले आयोजित कई शहरों में लाखों लोगों की भागीदारी को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 75 शहरों की इस यात्रा के 23 दिसंबर 2025 को समापन तक इसकी पहुँच लगभग एक मिलियन लोगों तक हो सकती है।

शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में युवाओं, महिलाओं और परिवारों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उन्होंने रक्तदान किया और स्वस्थ जीवनशैली व आत्मनिर्भरता के बारे में जानकारी प्राप्त की। लोगों का सामूहिक उत्साह इस बात का प्रमाण था कि वे केवल उपस्थित होने के लिए नहीं, बल्कि निःस्वार्थ योगदान देने के लिए आगे आए। यह दर्शाता है कि यात्रा किस प्रकार लोगों को स्वास्थ्य, सेवा और संस्कार के तीन मूल स्तंभों पर कार्य करने के लिए प्रेरित कर रही है।

उत्तर प्रदेश आरसीएम की विकास यात्रा में एक विशेष स्थान रखता है। राज्य ने हमेशा आरसीएम की पहलों के प्रति मजबूत जुड़ाव दिखाया है, जो यहां के लोगों के विश्वास और सामाजिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 16 सितंबर 2025 को रूपांतरण यात्रा की शुरुआत के बाद से अब तक 20,000 से अधिक लोग आरसीएम परिवार से जुड़ चुके हैं। जिससे कंपनी के दो मिलियन से अधिक सक्रिय एसोसिएट बायर्स के नेटवर्क को और मजबूती मिली है।

जैसे-जैसे यात्रा अन्य शहरों की ओर अग्रसर है, यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। कंपनी के नेटवर्क का यह विस्तार न केवल सस्ते और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों पर लोगों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है, बल्कि महिलाओं, युवाओं और नवोद्यमियों को स्थायी स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने की दिशा में आरसीएम के प्रयासों को भी प्रतिबिंबित करता है।

विशेष रक्तदान शिविर में लोगों की भारी भागीदारी रही। जिससे अब तक यात्रा के दौरान 2,000 से अधिक रक्तदाताओं का आंकड़ा पार हो चुका है।

कार्यक्रम में नागरिकों को स्वस्थ और जिम्मेदार जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने वाली जन-जागरूकता गतिविधियों का भी आयोजन किया गया।

लखनऊ के लोगों ने इस यात्रा का भव्य स्वागत किया। हजारों लोग सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल ग्राउंड, कानपुर–हरदोई लिंक रोड में आयोजित इस आयोजन में शामिल हुए।

इस यात्रा का प्रभाव प्रतिभागियों की साझा कहानियों में झलकता है। एक प्रतिभागी ने, जिन्होंने दो दशकों के बाद रक्तदान किया, इसे अत्यंत संतोषजनक अनुभव बताया। एक अन्य प्रतिभागी ने बताया कि चावल की भूसी के तेल के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकारी उनके लिए एक नई सीख थी।

कार्यक्रम दो भागों में संपन्न हुआ-सुबह स्वास्थ्य और सेवा से जुड़ी गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जबकि शाम को उत्सव और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया।

लोगों को आरसीएम के विविध अनुभव से परिचित कराने के लिए रूपांतरण मेला भी आयोजित किया गया। आगंतुकों ने इंटरएक्टिव बूथ्स के माध्यम से आरसीएम के व्यापक उत्पाद पोर्टफोलियो का अनुभव किया। जिसमें न्यूट्रीचार्ज और गामा उत्पादों के साथ एक हेल्थ ज़ोन और महिलाओं के परिधान व फुटवियर के लिए कीसोल पवेलियन शामिल थे। वहीं फूड कोर्ट में स्वीच्छा और गुड डॉट जैसे आरसीएम ब्रांड्स के पौष्टिक व स्वादिष्ट व्यंजन परोसे गए।

हाल ही में लॉन्च हुई पुस्तक “मनसा वाचा कर्मणा – एक कर्मयोगी की जीवनी” (जो आरसीएम के संस्थापक तिलोकचंद छाबड़ा के जीवन पर आधारित है) कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण रही। यह पुस्तक उनके कर्मयोगी जीवन, मूल्यों और उनके विचारों एवं कार्यों से लाखों लोगों के जीवन में आए परिवर्तन को उजागर करती है।

आरसीएम कंज्यूमर प्रोडक्ट्स प्रा. लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर सौरभ छाबड़ा ने कहा, “लखनऊ से मिला जबरदस्त प्रतिसाद हमारे जन-आधारित आंदोलन की शक्ति और भावना को दर्शाता है। हम हर घर को बेहतर स्वास्थ्य, मजबूत मूल्यों और नए आर्थिक अवसरों से सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि हम एक स्वस्थ और विकसित भारत की दिशा में आगे बढ़ सकें।”

मैनेजिंग डायरेक्टर प्रियंका अग्रवाल ने कहा, “लखनऊ में रूपांतरण यात्रा का आयोजन हमारी 17,000 किलोमीटर लंबी परिवर्तन यात्रा का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हम हर महिला को गरिमा, शक्ति और आत्मविश्वास के साथ जीवन जीने का अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि वे पुरुषों के साथ मिलकर नए भारत के निर्माण में समान रूप से योगदान दे सकें।”

सीईओ मनोज कुमार ने कहा, “मुझे गर्व है कि रूपांतरण यात्रा ने लखनऊ में जो उत्साह और प्रेरणा जगाई है, वह पूरे भारत में लाखों लोगों को सशक्त बनाती रहेगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी और समृद्ध भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगी।”

जैसे-जैसे रूपांतरण यात्रा अपने अगले पड़ाव की ओर बढ़ रही है, लखनऊ और उत्तर प्रदेश में इसकी छोड़ी गई ऊर्जा और प्रेरणा नए विकास और सामुदायिक कल्याण को आगे बढ़ाती रहेगी। आरसीएम इस सकारात्मक गति को बनाए रखते हुए लखनऊ में अपनी जन-केंद्रित पहलों को जारी रखेगा।