लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। गुरुग्राम में 7 से 9 नवंबर तक आयोजित अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो 2025 में उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लि. (यूपीएमआरसी) ने अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई। यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने आज अंतिम दिन ‘गैर-किराया राजस्व के लिए रणनीति’ विषय पर आयोजित सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार साझा किए।

उन्होंने कहा कि, “यूपीएमआरसी यात्रियों को सुरक्षित, सुगम और आनंदमय यात्रा अनुभव देने के साथ-साथ स्टेशनों को व्यावसायिक और सामाजिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में विकसित कर रहा है। आई – मेट्रो द्वारा जारी की परफॉर्मेंस इंडेक्स (KPI) में यूपीएमआरसी ने टियर-2 शहरों की अन्य मेट्रो प्रणालियों की तुलना में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। गैर-किराया राजस्व अनुपात (नॉन फेयर बॉक्स रेवेन्यू रेशियो) के मामले में यूपीएमआरसी का प्रदर्शन अन्य टियर-2 मेट्रो प्रणालियों की तुलना में लगभग 95 प्रतिशत अधिक रहा है, जो उसकी वित्तीय आत्मनिर्भरता और प्रबंधन कुशलता का प्रमाण है।”
श्री कुमार ने कहा, “हमने प्रॉपर्टी डेवलपमेंट, विज्ञापन, स्टेशन परिसरों में व्यावसायिक स्टॉल, बुक फेयर, एनजीओ और स्वयं सहायता समूहों के लिए स्टॉल जैसे विविध उपायों के माध्यम से नॉन-फेयर बॉक्स रेवेन्यू में निरंतर वृद्धि की है। इन पहलों से न केवल राजस्व बढ़ा है, बल्कि स्थानीय समुदायों को भी अवसर प्राप्त हुए हैं।” उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश मेट्रो ऑपरेशनल और मेंटिनेंस खर्च अपने किराए और गैर किराए से आसानी से निकाल रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलेपमेंट अर्थात मेट्रो कॉरिडोर के आसपास बसावट और व्यावसायिक गतिविधि ही शहर का भविष्य होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि, “उत्तर प्रदेश सरकार के विजन डॉक्यूमेंट के अनुसार, वर्ष 2047 तक राज्य के सात शहरों में लगभग 850 किमी का मेट्रो नेटवर्क विकसित किया जाना है, जिनमें से केवल लखनऊ, कानपुर और आगरा में ही 350 किमी से अधिक का विस्तार होना है। भारत सरकार द्वारा लागू ट्रांसिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट पॉलिसी से मेट्रो परियोजनाओं को अधिक किफायती, आत्मनिर्भर और निवेशक-अनुकूल बनाने में मदद मिली है। कानपुर, लखनऊ और आगरा जैसे शहरों में मेट्रो सेवाओं ने शहरी परिवहन परिदृश्य में स्थायी सकारात्मक बदलाव लाए हैं।”
अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो शहरी परिवहन के क्षेत्र में नवाचार, नीति-निर्माण और सतत विकास पर विमर्श का प्रमुख मंच है, जिसमें देश-विदेश की अग्रणी संस्थाएं और विशेषज्ञ भाग लेते हैं। यूएमआई सम्मेलन के पहले दिन केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर और दूसरे दिन हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने यूपीएमआरसी स्टॉल का दौरा किया और लखनऊ, कानपुर एवं आगरा मेट्रो परियोजनाओं की प्रगति और उपलब्धियों से अवगत हुए।
यूपीएमआरसी स्टॉल पर दिखा नवाचार और तकनीक का समन्वय
यूएमआई एक्सपो में दिल्ली मेट्रो, गुड़गांव मेट्रो, मुंबई मेट्रो, महा मेट्रो आदि देशभर की मेट्रो सेवाओं के बीच यूपीएमआरसी का स्टॉल आकर्षण केंद्र बना रहा। स्टॉल पर लखनऊ, कानपुर और आगरा मेट्रो ट्रेनों के आकर्षक मॉडल्स प्रदर्शित किए गए, जिनसे आगंतुकों को यूपीएमआरसी की विश्वस्तरीय तकनीक, यात्री सुविधाओं और इन्फ्रास्ट्रक्चर की जानकारी मिली। साथ ही, कानपुर और आगरा मेट्रो परियोजनाओं की प्रगति और मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के प्रयासों को भी प्रदर्शित किया गया।
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