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लक्ष्मण नगरी में दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव 23 नवंबर को, देंगे ये संदेश

  • हम एक बनें, हम नेक बनें का दिया जाएगा संदेश
  • गीता ज्ञान से जुड़ेगा जन-जन, फैलेगा सकारात्मकता और प्रेरणा का संदेश

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। भगवद्गीता के जीवनपरक संदेश को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से पूज्य गीता मनीषी स्वामी श्री ज्ञानानंद जी महाराज की सत्प्रेरणा से ‘श्री कृष्ण कृपा जीओ गीता परिवार, उत्तर प्रदेश’ की ओर से लक्ष्मण नगरी के जनेश्वर मिश्र पार्क में 23 नवम्बर को 11:30 से 03:00 बजे तक ‘दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव’ का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल होंगे। 

संस्था द्वारा रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में आगामी कार्यक्रम की रूपरेखा, उद्देश्य और देश-दुनिया में ‘जीओ गीता’ अभियान की बढ़ती व्यापकता पर विस्तार से चर्चा हुई।

प्रेस कांफ्रेंस में श्री कृष्ण कृपा जीओ गीता परिवार‌ के जनरल सेक्रेट्री प्रदीप मित्तल और उत्तर प्रदेश संयोजक मणि प्रसाद मिश्र (से.नि. आईएएस) के साथ अन्य प्रतिनिधि उपस्थित रहे। वक्ताओं ने संस्था की अब तक की यात्राओं व गीता संदेश को जन-जन तक पहुँचाने के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रयासों तथा 23 नवम्बर को होने वाले प्रेरणा उत्सव की प्रमुख भागों पर प्रकाश डाला।

जनरल सेक्रेट्री प्रदीप मित्तल ने बताया, “जीओ गीता” का उद्देश्य केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में गीता के सार को उतारने का अभियान है।” उन्होंने कहा, “गीता केवल ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन का विज्ञान है। यह बच्चों में संस्कार, युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा, परिवारों में प्रेम और समाज में समरसता लाती है।”

उन्होंने बताया कि यह आयोजन 2026 गीता जयंती की दिशा में एक प्रेरणादायी पड़ाव है। संस्था चाहती है कि हर व्यक्ति गीता को जाने, समझे और अपने जीवन में उतारे। इसी भाव के साथ ‘जीओ गीता’ परिवार का नारा है, “हम एक बनें, हम नेक बनें।

उत्तर प्रदेश संयोजक मणि प्रसाद मिश्र ने बताया कि 23 नवम्बर को जनेश्वर मिश्र पार्क (गेट नं. 6, गोमती नगर विस्तार) में होने वाले दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव में राष्ट्र के प्रमुख संतों का आशीर्वाद, विशिष्ट गीता पाठ, प्रेरणादायक प्रवचन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। उन्होंने कहा कि समाज में नैतिकता, सद्भाव और सकारात्मक सोच का प्रसार ही गीता का वास्तविक संदेश है।

वक्ताओं ने मीडिया और समाज से अपील की कि वे इस अभियान से जुड़ें और “हर क्षेत्र में पहुंचे गीता ज्ञान” के संदेश को आगे बढ़ाएं।