- टीबी, फाइलेरिया और कालाज़ार उन्मूलन पर हुई गहन चर्चा
- पोषण और महिला सशक्तिकरण को जन-आंदोलन बनाने का आह्वान
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग बीमारियों से जंग और समाज को सशक्त बनाने की दिशा में एक साथ कई मोर्चों पर काम कर रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश विधान सभा की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य स्थायी समिति की बैठक 11 अगस्त 2025 को लखनऊ में सम्पन्न हुई थी। बैठक का संचालन समिति सदस्य एवं विधायक डॉ. नीरज बोरा ने किया, जबकि अध्यक्षता विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने की। इस बैठक की विस्तृत रिपोर्ट शुक्रवार को विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना को सौंपी गई।
रिपोर्ट में बताया गया कि प्रदेश ने प्रधानमंत्री के संकल्प टीबी मुक्त भारत को मिशन मोड में अपनाया है। सरकार ने न केवल दवा और जांच की व्यवस्था मजबूत की है, बल्कि रोगियों को पौष्टिक आहार और परामर्श उपलब्ध कराने के लिए निक्षय मित्र अभियान को भी मज़बूत किया है। रोगियों की समय पर पहचान, उपचार और सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने पर विशेष बल दिया गया है।
बैठक में यह सहमति बनी कि कुपोषण उन्मूलन के लिए महिलाओं और माताओं की भूमिका निर्णायक है। प्रतिनिधियों ने कहा कि सशक्त महिला ही स्वस्थ परिवार और समाज की नींव है। रिपोर्ट में उल्लेख है कि पोषण माह और महिला सशक्तिकरण को आपस में जोड़कर व्यापक जन-आंदोलन की शक्ल दी जा सकती है।
रिपोर्ट में बताया गया कि प्रदेश में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत घर-घर दवा पहुँचाने का काम तेज़ी से चल रहा है। स्वास्थ्यकर्मी सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर व्यक्ति दवा खाए और फ़ाइलेरिया मुक्त उत्तर प्रदेश का संकल्प पूरा हो। इसी तरह कालाज़ार उन्मूलन के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभावित क्षेत्रों में सघन छिड़काव, समय पर इलाज और सामुदायिक भागीदारी से उल्लेखनीय सफलता मिल रही है।
बैठक में इस पर भी चर्चा की गयी कि प्रदेश ने स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों को केवल इलाज तक सीमित नहीं रखा है, बल्कि पोषण, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और जागरूकता को मिलाकर एक समग्र रणनीति अपनाई है। आज सौंपी गई रिपोर्ट में इन सभी निष्कर्षों और सुझावों का विस्तृत उल्लेख है। माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट के आधार पर आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य अभियानों में देशभर में एक मॉडल राज्य के रूप में उभरेगा। रिपोर्ट में इन सभी निष्कर्षों और सुझावों का विस्तृत उल्लेख है। माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट के आधार पर आने वाले दिनों में पोषण अभियान, महिला सशक्तिकरण और संचारी रोग उन्मूलन की दिशा में ठोस नीतिगत कदम उठाए जाएंगे।