- वर्ष 2025 तक 1,000 से अधिक गांवों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली लागू करने व 15 शहरी स्थानीय निकायों में सामग्री प्रसंस्करण सुविधाएं स्थापित करने का लक्ष्य
मुंबई (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। एचडीएफसी बैंक ने विश्व पर्यावरण दिवस से पहले प्लास्टिक के उपयोग के बारे में जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू करके पर्यावरण जिम्मेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया। इस पहल के तहत बैंक ग्राहकों, कर्मचारियों तथा आम नागरिकों के लिए जागरूकता अभियान चला रहा है।
एचडीएफसी बैंक के सीएसआर कार्यक्रम ‘परिवर्तन’ के तहत चलाए जाने वाले इस अभियान के तहत चुनिंदा बैंक शाखाओं के ग्राहकों को अपने प्लास्टिक ई-कचरे को रीसायकल करने के लिए शाखा में जमा करने तथा अपनी बुनियादी जरूरतों के लिए प्लास्टिक के विकल्प का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा, बैंक कर्मचारियों के नेतृत्व में जागरूकता सत्र, संग्रहण अभियान तथा सफाई अभियान आयोजित करेगा। जिससे प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए सामूहिक सहयोग देने को प्रोत्साहित किया जा सके।
बैंक ने पर्यावरण पर प्लास्टिक प्रदूषण के नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और नागरिकों को सरल, लेकिन प्रभावी तरीकों से अपने दैनिक जीवन में प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए ऑनलाइन शपथ लेने में सक्षम बनाने के लिए एक समर्पित वेबपेज भी लॉन्च किया है। जागरूकता अभियान के साथ-साथ, बैंक पूरे भारत में अपने समुदाय-नेतृत्व वाले अपशिष्ट प्रबंधन कार्यक्रमों को भी आगे बढ़ा रहा है। परिवर्तन हस्तक्षेपों के माध्यम से, बैंक का लक्ष्य वर्ष 2025 तक 1,000 से अधिक गांवों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली को लागू करना और 15 शहरी स्थानीय निकायों में सामग्री पुनर्प्राप्ति सुविधाएँ स्थापित करना है।
भारत भर के विभिन्न क्षेत्रों में, बैंक ने समग्र दृष्टिकोण में अपशिष्ट पृथक्करण, पुनर्चक्रण और लैंडफिल निर्भरता को कम करने को लागू किया है। ये प्रयास ‘स्वच्छ भारत अभियान’ और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) जैसे राष्ट्रीय मिशनों के साथ संरेखित हैं और हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, केरल, असम, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में फैले हुए हैं, जो शैक्षिक पहल, कला प्रतिष्ठानों और व्यवहार परिवर्तन अभियानों के माध्यम से निवासियों को जोड़ते हैं।
एचडीएफसी बैंक के उप प्रबंध निदेशक कैजाद भरूचा ने कहा, “एचडीएफसी बैंक में, हम मानते हैं कि सार्थक परिवर्तन समुदायों के साथ मिलकर किया जाता है। प्लास्टिक जागरूकता अभियान सहित हमारी परिवर्तन पहल स्थानीय स्वामित्व का समर्थन करने और स्थानीय नागरिकों की भागीदारी के माध्यम से स्थायी प्रभाव पैदा करने के लिए डिज़ाइन की गई है। प्लास्टिक प्रदूषण को दूर करने के लिए मिलकर काम करके, हम पर्यावरण की रक्षा करने और जिन समुदायों की हम सेवा करते हैं उनके सामाजिक और आर्थिक ताने-बाने को मजबूत करने में एक छोटी सी भूमिका निभा रहे हैं।”
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में एक प्रमुख परियोजना में वेस्ट वॉरियर्स के साथ साझेदारी में अपसाइकल की गई प्लास्टिक की बोतल के ढक्कन से बने 26-फुट के भित्ति चित्र का शुभारंभ किया गया। बीर और धर्मशाला में, एचडीएफसी बैंक 10 पंचायतों में ‘व्यवहार परिवर्तन अभियान’ लागू कर रहा है, जो वित्त वर्ष 2024-25 में लैंडफिल से 200 मीट्रिक टन से अधिक सूखे कचरे को हटाएगा। विशाखापत्तनम में, बैंक ने ग्राम पंचायतों के साथ मिलकर स्वयं सहायता समूहों और सफाई कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया, जिससे कचरे को आर्थिक अवसरों में बदला जा सके। छत्तीसगढ़, असम और केरल में इसी प्रकार की पहल से हजारों टन सूखे कचरे का प्रसंस्करण किया गया है। अनौपचारिक कचरा श्रमिकों को एकीकृत किया गया है तथा स्थानीय आजीविका को बढ़ावा दिया गया है।