क्या, आपको पीसीओएस है, विशेषज्ञों ने बताये नाश्ते के आसान और सेहतमंद आइडिया

ताकि दिन की हो बेहतर शुरुआत

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। भारत समेत दुनियाभर की महिलाओं में पॉलीसिस्टिक ओव्‍हरी सिंड्रोम (पीसीओएस) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पीसीओएस के कारण हॉर्मोन में असंतुलन होता है, जिससे पूरी सेहत, मेटाबोलिज्‍़म और वजन पर असर पड़ता है। ऐसे में जीवनशैली में बदलाव के साथ-साथ खानपान पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। पौष्टिक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार शरीर को न केवल ऊर्जा देता है, बल्कि लंबे समय तक स्वास्थ्य को भी संबल प्रदान करता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि रोज़ाना के नाश्ते में बादाम जैसे मेवों को शामिल करना इस दिशा में एक असरदार कदम हो सकता है। बादाम शरीर को दिनभर स्थिर ऊर्जा देते हैं और पीसीओएस डाइट को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

इस विषय पर जानकारी साझा करते हुए मैक्स हेल्थकेयर, नई दिल्ली में डायटीटिक्स की रीजनल हेड ऋतिका समद्दार बताती हैं कि पीसीओएस से जूझ रही महिलाओं के लिए ऐसे नाश्ते के विकल्प जरूरी हैं। जो न केवल आसान और पौष्टिक हों, बल्कि व्यस्त सुबह के लिए भी उपयुक्त हों। उनका मानना है कि आहार में पौष्टिकता और स्वाद का संतुलन होना चाहिए। ऋतिका के अनुसार, साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां और बादाम जैसे तत्व हार्मोन संतुलन बनाए रखने, वजन नियंत्रित करने और समग्र स्वास्थ्य सुधारने में सहायक होते हैं।

ऋतिका समद्दार ने कुछ ऐसे पौष्टिक और सुविधाजनक नाश्तों के सुझाव दिए हैं, जिन्हें अपनी पसंद और ज़रूरत के मुताबिक आसानी से बदला भी जा सकता है।

आलमंड एण्‍ड ओट मिल्‍क ब्रेकफास्‍ट स्‍मूदी: यह एक ऐसा हेल्दी ड्रिंक है, जो बादाम और ओट्स के पोषण से भरपूर मिश्रण से तैयार होता है। इसमें 15 से भी अधिक जरूरी पोषक तत्व होते हैं और यह जरूरी वसा, प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत है। सुबह के समय इसे पीने से न केवल ब्लड शुगर संतुलित रहता है, बल्कि पूरे दिन शरीर को लगातार ऊर्जा भी मिलती रहती है। इसमें एक चम्मच बीजों का पाउडर मिलाने से इसका पोषण और बढ़ जाता है। दूध की जगह बादाम के दूध का इस्तेमाल इस स्मूदी को हल्का बनाता है और यह वजन नियंत्रण तथा इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बनाने में भी मदद करता है। यह शरीर को दिनभर के लिए ताकत देने वाला एक सरल और पौष्टिक नाश्ता हो सकता है। 

ईज़ी क्विनोआ उपमा : यह एक स्वादिष्ट और सेहतमंद नाश्ता है, जो खासतौर पर पीसीओएस से जूझ रहीं महिलाओं के लिए उपयुक्त माना जाता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे ब्लड शुगर स्तर नियंत्रित रहता है। इसमें फाइबर और प्रोटीन भरपूर होता है, जिससे पेट लंबे समय तक भरा रहता है और बार-बार भूख नहीं लगती, जिससे वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। इसे और ज्यादा पौष्टिक बनाने के लिए इसमें गाजर, मटर, बीन्स जैसी सब्जियां मिलाई जा सकती हैं। ऊपर से कटे और हल्के भुने बादाम डाल देने से इसका स्वाद और बनावट बेहतर होती है, साथ ही इसमें हेल्दी फैट, प्रोटीन और जरूरी पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा मिलती है। यह सुबह के नाश्ते के लिए एक बेहतरीन और संतुलित विकल्प है।

क्विक आलमंड फ्लोर पैनकेक : ये हल्के-फुलके और नरम पैनकेक साधारण पैनकेक से ज़्यादा स्वाद भी देते हैं और सेहत के लिए बेहतर भी हैं। बादाम के आटे में कार्बोहाइड्रेट कम होता है, इसलिए यह खून में शुगर का स्तर संतुलित रखने में मददगार है। बादाम का आटा प्राकृतिक तौर पर ग्लूटन-फ्री होता है, इसलिए जो लोग ग्लूटन से संवेदनशील हैं या ग्लूटन-फ्री डाइट अपनाते हैं, उनके लिए यह अच्छा विकल्प है। पीसीओएस से जूझ रही महिलाओं के लिए भी यह विशेष लाभकारी हो सकता है। कुल मिलाकर, यह एक स्वादिष्ट और पौष्टिक नाश्ता है, जो आपके सेहत के लक्ष्यों को पूरा करने में सहायक रहेगा।

हेल्दी मूंग दाल चिल्ला : यह एक पौष्टिक और पीसीओएस के अनुकूल नाश्ता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह रक्त शर्करा को नियंत्रित रखने में मदद करता है। इसमें पालक, कद्दूकस की हुई गाजर और शिमला मिर्च जैसी सब्जियाँ मिलाने से यह डिश जरूरी विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हो जाती है। स्वाद में नयापन लाने के लिए इसे पारंपरिक पुदीने की चटनी की जगह बादाम से बने दही (आलमंड योगर्ट) के साथ परोसें, जो न सिर्फ मलाईदार स्वाद देता है, बल्कि बादाम के पोषण से भरपूर भी होता है। यह सुबह की शुरुआत करने का एक स्वादिष्ट और सेहतमंद तरीका है।

होल व्हीट टोस्ट विद टॉपिंग्स : होल व्हीट टोस्ट पर बादाम मक्खन लगाकर खाना पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं के लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है। क्योंकि यह ब्लड शुगर और इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। इसमें इस्तेमाल होने वाले अवयव जैसे होल ग्रेन ब्रेड, बादाम बटर, बादाम के टुकड़े, बेरीज़, बीज और थोड़ा-सा दालचीनी, सभी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह रक्त शर्करा को स्थिर रखने में सहायक होते हैं। टोस्ट में मौजूद फाइबर शुगर के अवशोषण की प्रक्रिया को धीमा करता है और बादाम बटर में मौजूद हेल्दी फैट लंबे समय तक तृप्ति का एहसास देता है तथा इंसुलिन की संवेदनशीलता को भी बेहतर बनाता है। बेरीज़ और बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और शरीर की संपूर्ण सेहत को बेहतर बनाने के साथ-साथ पीसीओएस के लक्षणों को भी कम कर सकते हैं। इसमें अगर मिठास चाहिए तो थोड़ा शहद या मेपल सिरप डालकर स्वाद बढ़ाया जा सकता है, वो भी बिना ब्लड शुगर बढ़ाए।