Wednesday , April 16 2025

नारी की अभिलाषा

एक इतवार मुझे भी चाहिए
देखें तो सही छुट्टी कैसी होती है

न काम पर जाने की जल्दी
न कोई भागम भाग

सुबह उठते ही एक कप चाय का
सुकून से कोई मुझे भी पिला दे

देखे तो सही छुट्टी कैसी होती है

घर के काम बिना मेरी मदद के निपटा दे
बैठी रहूं बेफिक्र सी यूं ही

देखें तो सही छुट्टी कैसी होती है

मैं बेफिक्र सी यूं ही बैठी रहूं
कोई मुझसे आकर धीरे से कहें

आज इतवार है यूं ही बैठी रहो
आज छुट्टी है तुम्हारी

एक इतवार मुझे भी चाहिए
देखें तो सही छुट्टी कैसी होती है


संध्या श्रीवास्तव