Wednesday , January 22 2025

उत्तरायणी कौथिग-2025 : खिली धूप, उमड़ी भीड़, झोड़ा नृत्य ने किया मंत्रमुग्ध

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। पर्वतीय महापरिषद द्वारा आयोजित 10 दिवसीय उत्तरायणी कौथिग-2025 के आठवें दिन मंगलवार को भीड़ उमड़ी। ठंड के बीच खिली गुनगुनी धूप में लोगों ने जमकर मस्ती और खरीदारी की। 

प्रथम सत्र में का शुभारंभ क्राइस चर्च हजरतगंज के प्रधानाचार्य व अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश चैत्री ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय भी उपस्थित रहे।

वहीं सांयकालीन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि परिवहन राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह, बतौर विशिष्ठ अतिथि राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव, भाजपा नेता शैलेन्द्र शर्मा “अटल” मौजूद रहे।

महापरिषद के मुख्य संयोजक टीएस मनराल, संयोजक केएनचन्दोला, अध्यक्ष गणेश चन्द जोशी, महासचिव महेन्द्र सिह रावत, मेला समन्वयक प्रो. आरसी पन्त, एनके उपाध्याय, प्रेम सिंह रौतेला, लाबीर सिंह बिष्ट, सुमन रावत, जानकी अधिकारी एवं पान सिंह बिष्ट ने पुष्पगुच्छ, प्रतीक चिन्ह भेंटकर किया।

मीडिया प्रभारी हेमन्त सिह गडिया ने बताया कि पर्वतीय महापरिषद द्वारा प्रतिवर्ष दिये जाने वाले सम्मान के क्रम में देवकी नन्दन पाण्डेय उद्घोषक सम्मान 2025 जगदम्बा प्रसाद डिमरी को, बीएस शाह नाट्य कला सम्मान हीरा सिंह बिष्ट को, गोपाल दत्त उपाध्याय साहित्य सम्मान करूणा पाण्डेय को, नितिशा नेगी क्रीड़ा सम्मान दिव्य नौटियाल को दिया गया।

प्रथम सत्र में आनन्द भण्डारी के नेतृत्व में उत्तराखण्डी परिधान व गहनों से सजी धजी महिला समूह ने झोड़ा नृत्य का प्रदर्शन किया। झोड़ा प्रतियोगिता के अन्तिम दिन दलनायिका दम्यन्ति नेगी के नेतृत्व में गंगोत्री विहार गोमती नगर, पुष्पा जोशी के नेतृत्व में सीमान्त नगर कल्याणपुर, गीता सत्यबली के नेतृत्व में प्रगति विहार कल्याणपुर, पुष्पा नेगी के नेतृत्व में रामआसरे पुरवा गोमती नगर, ऊषा रावत के नेतृत्व में संकटमोचन धाम खरगापुर गोमती नगर, हेमा डोलिया व सुधा चन्दोला के नेतृत्व में पन्तनगर व देवकी बोरा के नेतृत्व में उत्तराखण्ड जन कल्याण समिति कल्याणपुर के कलाकारों ने प्रतिभाग किया। निर्णायक मण्डल में केसी पन्त, जेपी डिमरी, गोपाल दत्त जोशी रहे। 

गायन प्रतियोगिता ’’पहाड़ की आवाज’’ के फाइनल राउण्ड में पहुँचे प्रतिभागी राजशेखर जोशी, गोविन्द सिंह बोरा, पंकज बाणगी, लक्ष्मण सिंह मर्तोलिया व हर्षिता काण्डपाल ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता प्रायोजक चंचल सिंह बोरा ने बताया कि नवोदित गायक कलाकारों को प्रोत्साहन देने हेतु इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। नारायण पाठक, दर्शन परिहार व गिरीश बहुगुणा निर्णायक मण्डल के सदस्य रहे।  

सांयकालीन सत्र में उत्तराखण्ड संस्कृति विभाग से मेहमान कलाकार पुष्कर महर के दल के साथ ही उत्तराखण्डी गायक विवेक नौटियाल व अमित गोस्वामी की रंगारंग प्रस्तुतियां रहीं। पर्वतीय महापरिषद के वरिष्ठ गायक आनन्द सिह कपकोटी ने “पंछी हुना…” पर शानदार एकल प्रस्तुति दी।

कार्यालय व्यवस्था में कृपाल सिंह रावत, महेन्द्र सिंह मेहता, रमेश उपाध्याय, युवराज सिंह परिहार, बसन्त भट्ट, मंजू पडेलिया, डा. बीएस नेगी, गोविन्द पाठक, जानकी अधिकारी, बीना रावत, देवेन्द्र मिश्रा, महेन्द्र पन्त, शंकर पाण्डेय, लक्ष्मण सिंह धामी, केएन पाण्डेय, सुनील किमोठी, भुवन पाण्डेय जहाँवासी, केसी पन्त, पीपी पन्त, गोपाल दत्त जोशी, आनन्द भण्डारी, युवराज सिंह परिहार, ख्याली सिंह, राजेन्द्र सिंह रावत, लक्ष्मण सिंह भण्डारी, प्रेम गिरि, नरेन्द्र फर्तियाल, उमेद सिंह, प्रदीप बिष्ट, केएन पाठक, कैलाश बिनवाल, उमेश चन्द्र पाण्डेय सहित अन्य पदाधिकारी अहम भूमिका निभा रहे हैं।