Thursday , September 19 2024

भारत हस्तशिल्प महोत्सव 20 जनवरी से, दिखेगा अयोध्या धाम का भव्य नजारा

घर घर पधारो राम की थीम पर समर्पित होगा भारत हस्तशिल्प महोत्सव

लखनऊ (शम्भू शरण वर्मा/टेलीस्कोप टुडे)। प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के तत्वावधान में एक ओर जहां पोस्टल ग्राउंड अलीगंज में 16वें यूपी महोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है। वहीं कांशीराम स्मृति उपवन, आशियाना में 20 जनवरी से 05 फरवरी तक 17 दिवसीय ‘भारत हस्तशिल्प महोत्सव-2024’ की धूम मचेगी। प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया कि भारत हस्तशिल्प महोत्सव इस बार घर घर पधारो राम की थीम पर समर्पित होगा।पोस्टल ग्राउन्ड अलीगंज में गुरुवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि प्रथम दिन 20 जनवरी से ही पूरे महोत्सव को अयोध्या धाम की तर्ज पर राम-मय बनाया जाएगा। महोत्सव के माध्यम से देशवासियो को यह संदेश दिया जाएगा कि 22 जनवरी को अपने अपने घरों में राम मन्दिर को सजाए और पूजा अर्चना करें। 

उन्होंने बताया कि 28 राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तराखण्ड, पंजाब, ओडिशा, मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमांचल प्रदेश, हरियाणा, गोवा, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, तमिलनाडु एवं 8 केन्द्र शासित प्रदेशों अण्डमान निकोबार, दादर नगर हवेली, दमन और दीव, लक्ष्यद्वीप, चंडीगढ़, दिल्ली और पांडिचेरी की कला संस्कृति, पर्यटन, हस्त शिल्प, देशी उत्पाद, वस्त्र, फर्नीचर, मसाले, हैण्डलूम हैण्डी क्राफ्ट, आटोमोबाइल, बैंकिंग, के स्टाल आकर्षण का केन्द्र होंगे।

उन्होने बताया कि भारत हस्तशिल्प महोत्सव में केंद्र सरकार के वस्त्र मंत्रालय हैण्डीक्राफ्ट, संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग उप्र और नाबार्ड की सहभागिता के साथ उत्तर प्रदेश सरकार के हस्तशिल्प विपणन प्रोत्साहन योजना भी फलीभूत होगी।श्री सिंह ने बताया कि संस्था के फेसबुक पर देश विदेश के लोगों को भारत हस्तशिल्प महोत्सव से जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा महोत्सव से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए भारत महोत्सव के फेसबुक लिंक का प्रयोग सजीव प्रसारण के लिए किया जायेगा।

विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 17 दिवसीय भारत हस्तशिल्प महोत्सव में निःशुल्क भारत टैलेण्ट हण्ट-2024 का आयोजन किया जायेगा। इसके तहत बच्चों व युवाओं की गायन, नृत्य, वादन, किड्स मॉडलिंग, मेंहदी, रंगोली, कबाड़ से जुगाड़, सिलाई, चित्रकला, निबंध लेखन, साइकिल रेस, खो-खो, कबड्डी, मिस्टर मिस और मिसेज भारत प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा।

प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के उपाध्यक्ष एनबी सिंह ने बताया कि भारत हस्तशिल्प महोत्सव-2024 में भारत के 28 राज्यों और 8 केन्द्र शासित प्रदेशों के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली अनेक विभूतियों को भारत हस्तशिल्प महोत्सव रत्न सम्मान से सम्मानित किया जायेगा, जिसमें सभी वर्गों को शामिल किया जायेगा। उन्होंने बताया कि महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या में रोजाना भारत के विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के लोक नृत्य और लोक गायन के कार्यक्रम जैसे उत्तर प्रदेश का ख्याल नृत्य, रास नृत्य, झूला नृत्य, मयूर नृत्य, धोबिया नृत्य, चरकुला नृत्य, कठफोड़वा नृत्य, जोगिनी नृत्य, आल्हा ऊदल गायन, राजस्थान का घूमर नृत्य, कालबेलिया नृत्य, तेराताली नृत्य, गेर नृत्य, पंजाब का गिद्दा-भांगड़ा, हरियाणा का झूमर नृत्य, बिहार का जाट जाटिन नृत्य, झारखंड का फगुआ नृत्य, करमा नृत्य, महारास्ट्र का लावणी नृत्य, दसावतार और डिंडी नृत्य, गुजरात का गरबा नृत्य के साथ अन्य राज्यों के लोक नृत्य और लोक गायन के कार्यक्रम होंगे। इसके अलावा कवि सम्मेलन, मुशायरा, जादू, कठपुतली, बिरहा और आल्हा के कार्यक्रम होंगें।

झूलों संग ऊँट, हाथी एवं घुड़सवारी होगी आकर्षण का केंद्र

एनबी सिंह ने बताया कि भारत हस्तशिल्प महोत्सव में बच्चों और युवाओं के लिए आकर्षक झूलों के साथ घोड़े और ऊँट को सवारी की भी व्यवस्था की गई है। लोगों की सुरक्षा के लिए पूरे महोत्सव परिसर और परिसर के बाहर हर स्थान पर सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेगे। महोत्सव के सभी प्रवेश द्वारों पर मेटल डिटेक्टर और सुरक्षा गार्डों द्वारा सघन जांच के बाद ही लोगों को प्रवेश की अनुमति होगी। इसके अलावा महोत्सव स्थल पर अस्थाई पुलिस चौकी भी प्रशासन के सहयोग से होगी।