लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। एशिया की अग्रणी सर्कुलर इकॉनमी और सस्टेनेबिलिटी सॉल्यूशंस कंपनियों में से एक, री सस्टेनेबिलिटी लिमिटेड (ReSL) ने री कार्मा को भारत का सबसे बड़ा एंड-ऑफ-लाइफ व्हीकल (ELV) रीसाइक्लिंग इकोसिस्टम के रूप में स्थापित किया है। दिल्ली-एनसीआर के झज्जर स्थित रिलायंस मॉडल इकोनॉमिक टाउनशिप में एंकर की गई री कार्मा की अत्याधुनिक फ्लैगशिप सुविधा में प्रति वर्ष 30,000 से अधिक वाहनों को डिस्मेंटल (खोलकर अलग करने) की क्षमता है, जिसमें पैसेंजर कारें, कमर्शियल वाहन और अर्थमूविंग उपकरण शामिल हैं।
इस हब से आगे, री कार्मा पहले से ही पैन-इंडिया फ्रेंचाइज़ी और पार्टनर नेटवर्क के माध्यम से संचालित है, जिससे देश का सबसे बड़ा संगठित ELV रीसाइक्लिंग फुटप्रिंट तैयार हुआ है। जिसकी सामूहिक राष्ट्रीय क्षमता प्रति वर्ष 200,000 मीट्रिक टन (MT) से अधिक है।
री कार्मा नेटवर्क को विशेष तकनीक और इंफ्रास्ट्रक्चर से बनाया गया है, जो मैटेरियल रिकवरी और सस्टेनेबिलिटी परफॉर्मेंस को अधिकतम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें प्लास्टिक, लौह और अलौह धातुओं, क्रिटिकल मिनरल्स और प्रीशियस मेटल्स के लिए ऑटोमेटेड डिस्मेंटलिंग और एडवांस्ड रीसाइक्लिंग प्रोसेस शामिल हैं, जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों का पालन करते हैं।
यही कारण है कि री कार्मा न केवल भारत की सबसे बड़ी ELV सुविधा है बल्कि देश का सबसे उन्नत ELV रीसाइक्लिंग नेटवर्क भी है। जिस पर दुनिया के कई सबसे बड़े वैश्विक ऑटो OEMs का पैन-इंडिया एक्सक्लूसिव रीसाइक्लिंग पार्टनर के रूप में भरोसा है। अन्य इन-हाउस सुविधाओं और तकनीकों के साथ मिलकर (जिन्हें री सस्टेनेबिलिटी ने विभिन्न फीडस्टॉक कैटेगरीज और रेगुलेटेड वेस्ट्स के लिए विकसित किया है) यह कंपनी की उस दृष्टि को पूरा करता है। जिसके तहत वह उद्योगों के लिए 360° सर्कुलैरिटी सॉल्यूशंस का अग्रणी वैश्विक प्रदाता बनना चाहती है।
ELV सुविधाएं: भारत की तात्कालिक आवश्यकता
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) के आंकड़ों के अनुसार, भारत में 20 वर्ष से अधिक पुराने 51 लाख हल्के मोटर वाहन और 15 वर्ष से अधिक पुराने 34 लाख वाहन हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) का अनुमान है कि 2025 तक देशभर में 2 करोड़ से अधिक वाहन एंड-ऑफ-लाइफ स्थिति में पहुँच जाएंगे। यदि इन वाहनों को रीसायकल नहीं किया गया, तो ये मानव स्वास्थ्य, वायु गुणवत्ता, मिट्टी और जल संसाधनों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं। री कार्मा नेटवर्क इस चुनौती का संरचित, औपचारिक और पर्यावरण-संवेदनशील समाधान प्रदान करता है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों पर आधारित रीसाइक्लिंग सेवाएं बड़े पैमाने पर उपलब्ध कराता है।
अंतर्राष्ट्रीय मानकों और वाहन स्क्रैपेज नीति के अनुरूप
री कार्मा पूरी तरह से भारत की स्वैच्छिक वाहन स्क्रैपेज नीति का पालन करता है। यह सरकारी मान्यता प्राप्त वाहन स्क्रैपिंग प्रमाणपत्र (फॉर्म-4) जारी करके एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और VAHAN राष्ट्रीय डेटाबेस से जुड़ाव के माध्यम से पारदर्शिता सुनिश्चित करता है। प्रत्येक प्रमाणपत्र डिजिटल रिकॉर्ड (जैसे चेसिस कट-आउट की फोटो) के साथ समर्थित होता है ताकि आधिकारिक रजिस्टर अपडेट और वैलिडेट किया जा सके। यह नेटवर्क ISO 9001 (क्वालिटी मैनेजमेंट), ISO 14001 (एनवायरनमेंट मैनेजमेंट) और ISO 45001 (ऑक्युपेशनल हेल्थ एंड सेफ्टी) के मानकों के अनुरूप संचालित होता है। इन बेंचमार्क्स का पालन करके, री कार्मा सुरक्षित डिस्मेंटलिंग, उच्च रिकवरी दर और न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव सुनिश्चित करता है, साथ ही उस सेक्टर को औपचारिक स्वरूप देता है जो अब तक अनौपचारिक रहा है।
ReSL बतौर ऑटोमोबाइल EPR फुलफिलमेंट पार्टनर
वाहनों को स्क्रैपिंग के लिए भेजने पर जीएसटी में कमी करने का सरकार का निर्णय एक प्रगतिशील कदम है, जो जिम्मेदार रीसाइक्लिंग इकोसिस्टम को मजबूत बनाता है। यह प्रोत्साहन वाहन मालिकों को अपने ELV को जिम्मेदारी से रिटायर करने में मदद करता है, साथ ही प्रतिस्थापन लागत को कम करता है और सतत प्रथाओं को बढ़ावा देता है। ऐसे उपाय सीधे री कार्मा नेटवर्क का समर्थन करते हैं, जिससे अधिक वाहन संगठित रीसाइक्लिंग चैनलों में आते हैं और भारत के सर्कुलर इकॉनमी लक्ष्यों को बढ़ावा मिलता है।
अपनी एंड-टू-एंड सस्टेनेबिलिटी पार्टनर की स्थिति को मजबूत करते हुए, ReSL को अंतरराष्ट्रीय कमर्शियल वाहन निर्माताओं के लिए एक्सक्लूसिव ऑटोमोबाइल एक्सटेंडेड प्रोड्यूसर रिस्पॉन्सिबिलिटी (EPR) फुलफिलमेंट पार्टनर के रूप में भी मान्यता दी गई है। इस साझेदारी के माध्यम से, ReSL CPCB-स्वीकृत प्राइस बैंड्स पर EPR क्रेडिट जनरेशन में सहायक है, CPCB पोर्टल पर पंजीकरण की सुविधा देता है और अनुपालन को सहजता से प्रबंधित करता है।
इस पहल पर री सस्टेनेबिलिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ मसूद मलिक ने कहा, “भारत का बढ़ता हुआ एंड-ऑफ-लाइफ वाहन बेड़ा एक पर्यावरणीय चुनौती और एक संसाधन अवसर दोनों प्रस्तुत करता है। री कार्मा के माध्यम से, हमने देश का सबसे बड़ा संगठित ELV रीसाइक्लिंग नेटवर्क तैयार किया है, जो अत्याधुनिक सुविधाओं, मजबूत पैन-इंडिया फ्रेंचाइज़ी इकोसिस्टम और वैश्विक OEM साझेदारियों को जोड़ता है। यह नेटवर्क पहले से ही बड़े पैमाने पर संसाधन रिकवरी प्रदान कर रहा है, जिससे धातु, प्लास्टिक और अन्य सामग्री अर्थव्यवस्था में वापस आ रही हैं, वर्जिन एक्सट्रैक्शन पर निर्भरता कम हो रही है, उत्सर्जन घट रहे हैं और प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र सुरक्षित हो रहे हैं। री कार्मा केवल एक रीसाइक्लिंग पहल नहीं है; यह सतत गतिशीलता और जलवायु कार्रवाई के लिए एक राष्ट्रीय मंच है, जो भारत को सर्कुलर इकॉनमी समाधान में अग्रणी स्थान पर स्थापित करता है।”