Thursday , August 28 2025

IIM संबलपुर में आयोजित हुआ राष्ट्रीय टॉक शो

‘आइडियाज मैटर मोस्ट’ तकनीक और उद्यमिता के संगम पर विमर्श, लक्ष्य – विकसित भारत @ 2047

संबलपुर (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। देश के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक आईआईएम संबलपुर ने राष्ट्रीय स्तरीय फ्लैगशिप टॉक शो ‘आइडियाज मैटर मोस्ट’ का सफल आयोजन किया। दो दिवसीय इस कार्यक्रम का विषय “तकनीक और उद्यमिता के संगम पर विकसित भारत @ 2047 की ओर” था। इसमें नीति-निर्माताओं, शिक्षा जगत के अग्रणी हस्तियों, उद्यमियों और नवप्रवर्तकों ने हिस्सा लिया और भारत की विकास यात्रा पर विचार-विमर्श किया।

कार्यक्रम का उद्देश्य विचारों की शक्ति के माध्यम से बेहतर समाज और राष्ट्र निर्माण के रास्ते तलाशना था। मंच पर तकनीक के समावेशन, शोध आधारित उद्यमिता और मूल्यनिष्ठ नेतृत्व की महत्ता पर गहन चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा कि भारत की विशाल जनसांख्यिकीय संपदा (Demographic Dividend) को अगर भविष्य की कौशल क्षमता, उद्यमिता अवसरों और अकादमिक-उद्योग सहयोग से सशक्त किया जाए, तो यह परिवर्तन का सबसे बड़ा साधन बन सकती है।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद सुजीत कुमार और विशिष्ट अतिथि के रूप में मेवाड़ की सहिबा निवृत्ति कुमारी उपस्थित रहीं। साथ ही डॉ. सुव्रोकमल दत्ता (अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक, आर्थिक एवं विदेश नीति विशेषज्ञ), सारिका सिंह (बीबीसी सीनियर प्रेजेंटर एवं पत्रकार) और प्रो. महादेव जैसवाल, निदेशक, आईआईएम संबलपुर की विशेष उपस्थिति रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रणव कुमार, संस्थापक – आइडियाज मैटर मोस्ट ने की।

स्वागत भाषण में प्रो. महादेव जैसवाल ने कहा कि “आईआईएम को राष्ट्र-निर्माण में ज्ञान साझेदार की भूमिका निभानी चाहिए। नवाचार, समावेशन और ईमानदारी – आईआईएम संबलपुर के तीन मूल मूल्य – ही ऐसे नेता तैयार करेंगे जो विकसित भारत @ 2047 का सपना साकार करेंगे।”

उन्होंने आगे कहा कि उच्च प्रभाव वाले संवादों का आयोजन करना संस्थान की नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पॉडकास्ट, वीडियो और लेखों के माध्यम से ज्ञान को सब तक पहुँचाना समावेशन का उदाहरण है, वहीं सरकार, अकादमिक जगत और उद्योग के बीच सहयोग ईमानदारी व पारदर्शिता की मिसाल है।

अपने विचार रखते हुए संस्थापक प्रणव कुमार ने कहा – “हर विचार महत्वपूर्ण है और बड़ा बदलाव ला सकता है। इसी मंच के जरिए हम विविध विचारों और नवाचारों को पहचान और प्रोत्साहन देना चाहते हैं ताकि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का मार्ग प्रशस्त हो।”

इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र, नवप्रवर्तक, उद्यमी, शिक्षाविद और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम ने ‘आइडियाज मैटर मोस्ट’ को देश के प्रमुख थॉट-लीडरशिप प्लेटफॉर्म्स में स्थापित कर दिया।