लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने अपने दो सप्ताहीय ओरिएंटेशन एवं इंडक्शन कार्यक्रम (ओआईपी) 2025 का सफल समापन रविवार को किया। “शिक्षा के माध्यम से आत्मबल” विषय पर आधारित इस कार्यक्रम का उद्देश्य नवप्रवेशित विद्यार्थियों को प्रबंधन शिक्षा की ओर सहज व प्रेरणादायक रूप से अग्रसर करना था। इस दौरान विचारोत्तेजक सत्रों के साथ-साथ विद्यार्थियों की भागीदारी से भरपूर गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
संस्थान ने यह पुनः सिद्ध किया कि वह विद्यार्थियों को न केवल व्यावसायिक रूप से दक्ष बना रहा है, बल्कि उन्हें नैतिकता व सामाजिक उत्तरदायित्व से युक्त संपूर्ण व्यक्तित्व की दिशा में भी अग्रसर कर रहा है।
अर्न्स्ट एंड यंग के वरिष्ठ भागीदार परमोद कमलानी ने कहा कि “कृत्रिम बुद्धिमत्ता अब केवल तकनीकी कंपनियों तक सीमित नहीं रही है, बल्कि यह सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक प्रभावशाली साधन बन चुकी है।
‘AI’ केवल स्वचालन का माध्यम नहीं है, बल्कि यह मानवीय क्षमताओं को विस्तार देने और समाज के हर वर्ग के लिए नए अवसरों का निर्माण करने का साधन है। आने वाले समय का कार्यबल तभी सफल होगा जब वह तकनीक को समाजोपयोगी बनाने की दिशा में कार्य करेगा।”

डॉ. कविता पाठक, निदेशक, जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, लखनऊने कहा कि “जैसे-जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डिजिटल बदलाव उद्योगों को रूपांतरित कर रहे हैं। एक बी-स्कूल के रूप में हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम ऐसे नेता तैयार करें जो तेज व्यावसायिक समझ के साथ गहरी मानवीय संवेदनाओं से भी युक्त हों।”
विद्यार्थियों ने नेतृत्व, डिज़ाइन थिंकिंग, व्यक्तिगत ब्रांड निर्माण, प्रतिभा रणनीति जैसे विषयों पर कार्यशालाओं में भाग लिया। इन अनुभवों से उन्हें भविष्य के कारोबारी परिदृश्य को समझने और उसमें सफलतापूर्वक कार्य करने हेतु आवश्यक कौशल प्राप्त हुआ।
ओआईपी 2025 के दौरान विद्यार्थियों की रचनात्मकता और प्रतिभा को भी मंच प्रदान किया गया। “तलाश 2025”, छात्र-नेतृत्व वाली प्रतिभा खोज प्रतियोगिता रही, जिसमें नाट्य कला, वाद-विवाद, गायन, नृत्य, टीमवर्क जैसी बहुआयामी प्रतिभाओं का प्रदर्शन हुआ। वहीं, ऊर्जा और उत्साह से भरपूर फ्रेशर्स पार्टी ने इस दो सप्ताहीय आयोजन को रंगीन समापन प्रदान किया।
डॉ. सुषमा विश्नानी (डीन अकादमिक) ने कहा कि “ओआईपी विद्यार्थियों को पहले दिन से ही अपने सीखने की यात्रा को स्वंय दिशा देने की प्रेरणा देता है। यह कार्यक्रम अकादमिक सफलता, साथियों के साथ समरसता और आत्म-विश्लेषण की नींव रखता है।”
डॉ. रश्मि चौधरी (डीन छात्र कार्य) ने कहा कि “जयपुरिया में हम मानते हैं कि छात्र जीवन केवल अध्ययन तक सीमित नहीं है — यह अपनी छिपी प्रतिभाओं को पहचानने, गहरे संबंध बनाने और एक जिम्मेदार नेतृत्वकर्ता बनने की प्रक्रिया है। ओआईपी 2025 ने हमारे विद्यार्थियों के लिए इन सभी आयामों में सशक्त शुरुआत की है।”