लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। सेठ आनंदराम जैपुरिया ग्रुप ऑफ स्कूल्स ने के शहीद पथ परिसर में अपने प्रमुख कार्यक्रम, ‘री स्किलिंग – अप स्किलिंग: जैपुरिया एनुअल रिफ्रेशर ट्रेनिंग 2025’ के चौथे संस्करण की मेजबानी की। ‘डिफाइनिंग ग्रोथ बाय रिडिफाइनिंग एजुकेशन’ थीम पर आधारित इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को समकालीन शैक्षणिक प्रथाओं से प्रशिक्षित करना है।
उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि राघव गुप्ता (आईआरएस अधिकारी) के साथ ही जैपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के स्कूल और आईटी निदेशक हरीश संदुजा और सेठ आनंदराम जैपुरिया स्कूल, शहीद पथ की प्रिंसिपल पूनम कोचिट्टी उपस्थित थे। गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों और समूह के नेटवर्क के भागीदारों सहित 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।

राघव गुप्ता ने भारत के विभिन्न राज्यों में प्रगतिशील शिक्षा के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए जैपुरिया वार्षिक प्रशिक्षण की सराहना की। हरीश संदुजा ने शिक्षकों को निरंतर कौशल उन्नयन के माध्यम से विकसित हो रही प्रौद्योगिकियों और छात्रों की जरूरतों के साथ जुड़े रहने की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रशिक्षण में सभी ग्रेड के शिक्षकों के लिए विषय-केंद्रित सत्र शामिल थे। इसमें POSH और POCSO जैसे महत्वपूर्ण विषयों को भी शामिल किया गया। छात्रों के पढ़ने के स्तर और समझ का आकलन करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मीट्रिक लेक्साइल की शुरुआत की गई। कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों के बीच सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देते हुए आधुनिक शिक्षण दक्षताओं का निर्माण करना है।

पार्टनर स्कूलों की वरिष्ठ शैक्षणिक सलाहकार शिखा बनर्जी ने पिछले तीन वर्षों में रिफ्रेशर ट्रेनिंग कार्यक्रम की यात्रा के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे यह पहल शिक्षक शिक्षण, नेटवर्किंग और पेशेवर विकास के लिए एक मंच बन गई है। तरूण चावला (वरिष्ठ उपाध्यक्ष, पार्टनर स्कूल) ने जैपुरिया स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए शिक्षकों को लगातार उन्नत और पुन: कुशल बनाने के दृष्टिकोण पर जोर दिया।

इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित शिक्षकों को STTAR शिक्षक पुरस्कार और आजीवन सेवा पुरस्कार की प्रस्तुति के साथ शिक्षण में उत्कृष्टता का भी जश्न मनाया गया। इसका समापन मूल्यवान साझेदारों के अभिनंदन और जैपुरिया नेटवर्क में नए साझेदारों के स्वागत के साथ हुआ।