लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। Husk ने खास तौर पर भारत में घरेलू छतों पर लगाए जाने वाले सोलर के लिए BEEM के लॉन्च की घोषणा की। यह कंपनी बेहतरीन ग्राहक सेवा और उत्कृष्ट टेक्नोलॉजी मुहैया कराएगी। BEEM पर Husk का पूरा मालिकाना हक है। BEEM पूरे देश में घरेलू ग्राहकों को टारगेट करेगी। इसके लिए सोलर सिस्टम डिज़ाइन के क्षेत्र में Husk की दो दशकों की विशेषज्ञता, टेक्नोलॉजी डिज़ाइन, इंस्टालेशन और सर्विस का पूरा लाभ उठाएगी।
BEEM के प्रॉडक्ट की पूरी रेंज इस तरह डिज़ाइन की गई है कि सभी घरों या ग्राहकों की जरूरतों को पूरा कर सके। सही साइज़ के सिस्टम का सुझाव देने से लेकर जगह के हिसाब से सोलर के साइज़ को कस्टमाइज़ करने, बिजली जनरेशन से जुड़ा डेटा ऐक्सेस करने जैसी सुविधाओं के साथ BEEM सभी घरेलू उपभोक्ताओं को उनकी जरूरतों के हिसाब से शानदार सेवाएं उपलब्ध कराएगी। उपभोक्ता या ग्राहक अपनी जरूरतों का आसानी से आकलन कर सकते हैं। अपने लिए प्रॉडक्ट चुन सकते हैं, खरीदी और इंस्टालेशन बुक कर सकते हैं। यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन और रिमोट लोकेशन से भी की जा सकती है।
BEEM अभी शुरुआत में दो प्रॉडक्ट, Aura (ऑरा) और Eternia (इटेर्निया) उपलब्ध करा रही है। इनके जरिए सपाट छतों के लिए समाधान उपलब्ध कराए जा रहे हैं और भारत में ज्यादातर छतें इस तरह की ही होती हैं। इसके अलावा, अपने पार्टनर के जरिए BEEM कम ब्याज वाली फाइनेंस सुविधा भी दे रहा है और सब्सिडी और नेट मीटरिंग बिलिंग के लिए पूरी तरह सहायता दे रहा है।

Husk की चीफ कमर्शियल ऑफिसर (सीसीओ) और BEEM की प्रमुख अनुभा शुक्ला कहती हैं, “पीएम सूर्य घर योजना की सब्सिडी, कम ब्याज पर लोन और 15 दिनों की सरल एप्लीकेशन प्रोसेस की मदद से भारत में घरेलू सोलर के विकास के लिए आदर्श स्थितियां बनाई गई हैं। लेकिन फिर भी यह इंडस्ट्री धीमी गति से आगे बढ़ रही है। कई सेगमेंट में बंटी हुई है, सुव्यवस्थित नहीं है और घरेलू उपभोक्ताओं या ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने की स्थिति में फिलहाल नहीं हैं।”
BEEM शुरुआत में उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र को टारगेट कर रही है। पीएम सूर्य घर योजना के तहत भारत सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2027 तक 1 करोड़ घरेलू इंस्टालेशन कर लिए जाएं जिनकी कुल क्षमता 30 गीगावॉट की होगी। 2024 में इस स्कीम के लॉन्च से पहले इस क्षेत्र में बड़े निवेश की कमी, विश्वसनीय सोर्सिंग पार्टनर खोजने में आने वाली कठिनाई, सही प्रॉडक्ट के चुनने से जुड़ी मुश्किलों के चलते घरेलू सोलर क्षेत्र पिछड़ रहा था। इस समय तक इंस्टालेशन, लागत, प्रोसेसिंग, और गुणवत्ता का भरोसा जैसी चीजों की वजह से भी लोग सोलर को नहीं अपना रहे थे।

पीएम सूर्य घर योजना के तहत पावर प्लांट के इंस्टालेशन के लिए एप्लीकेशन की प्रोसेस को आसान बना दिया है, ताकि 300 किलोवाट प्रति घंटा प्रति माह तक की बिजली मुफ़्त हो सके। इसके लिए 15 दिन में चीजों को अलॉट किया जाता है और बैंक से मिलने वाले लोन पर 7 प्रतिशत तक का ब्याज है। जिसके लिए क्रेडिट स्कोर का बेहतर होना जरूरी नहीं है। भारत सरकार ने सोलर के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए खासा निवेश किया है और वह घरेलू सोलर को बढ़ावा देने के लिए इस निवेश को तीन गुना तक बढ़ाने के लिए तैयार है।
Husk के सीईओ और को-फाउंडर मनोज सिन्हा कहते हैं, “BEEM का एआई पर आधारित डिजिटल प्लैटफॉर्म सोलर लगवाने की पूरी प्रक्रिया को बहुत आसान बना देता है। यह बिल्कुल उसी तरह है जैसे 15 साल पहले आईफोन ने मोबाइल कॉमर्स में क्रांति ला दी थी।” वह कहते हैं, “Husk की मंजिल यह नहीं है, बल्कि हम BEEM की मदद से भारत के एनर्जी सेक्टर को वर्चुअल पॉवर प्लांट में बदलने का सपना रखते हैं जिससे देश में ऐसा एनर्जी सेक्टर बनेगा जिसमें सभी को जोड़ा जाएगा और सभी को शामिल किया जाएगा। लोकतांत्रिक व्यवस्था की तरह ऊर्जा का निर्माण और उसकी खरीद-फरोख्त लोगों के हाथों में होगी।”