Wednesday , April 30 2025

RLB : ICSE (10वीं) का परिणाम घोषित होते ही उछल पड़े मेधावी

लखनऊ (शम्भू शरण वर्मा / टेलीस्कोप टुडे)। बुधवार सुबह घोषित किये गए कॉउंसिल फ़ॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन के परीक्षा परिणाम ने मेधावियों को काफी राहत दी। भीषण गर्मी में घोषित परीक्षा परिणामों में अंकों की जमकर बारिश हुई तो मेधावियों के चेहरे खिल उठे। आईसीएसई (10वीं) की परीक्षा में राजधानी के मेधावियों ने बेहतर अंकों के साथ सफलता का परचम लहराया। वहीं रानी लक्ष्मीबाई मेमोरियल स्कूल सेक्टर-6 विकास नगर शाखा के मेधावियों ने इस वर्ष भी अपना दबदबा कायम रखा और सफलता का परचम लहराया। 

10वीं की परीक्षा में शामिल हुए विद्यालय के 101 स्टूडेंट्स में 19 स्टूडेंट्स ने 90% से अधिक अंकों के साथ सफलता हासिल की। 97.4 प्रतिशत अंक हासिल कर आयुष कृष्णा ने प्रथम, अर्पित यादव, देवांश सिंह ने 96.2 प्रतिशत अंकों के साथ द्वितीय, रौनित कुमार ने 96 प्रतिशत अंकों के साथ तृतीय, रौनित कुमार ने 95.8 प्रतिशत अंकों के साथ चतुर्थ और भौमिक द्विवेदी ने 95.2 प्रतिशत अंकों के साथ पंचम स्थान हासिल किया।

परीक्षा परिणाम घोषित होते विद्यालय पहुंचे सभी मेधावियों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी।विद्यालय की डायरेक्टर निर्मल टंडन, प्रिंसिपल रीता मेहरोत्रा, टीचर्स ने मेधावियों को माला पहनाकर व मुंह मीठा कराकर उन्हें बधाई दी। इस दौरान मेधावियों ने भी टीचर्स के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। विद्यालय के संस्थापक प्रबंधक जयपाल सिंह ने सभी मेधावियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने इसे स्टूडेंट्स व टीचर्स की मेहनत का परिणाम बताया। प्रिंसिपल रीता मेहरोत्रा ने कहा कि सभी स्टूडेंट्स नियमित विद्यालय आये और मेहनत से मन लगाकर पढ़ाई की। टीचर्स ने भी बच्चों की समस्याओं का सरलता से समाधान किया।

इंजीनियर व चिकित्सक बनना चाहते हैं मेधावी

97.4 प्रतिशत अंकों के साथ विद्यालय में टॉप करने वाले आयुष कृष्णा की तमन्ना बचपन से ही इंजीनियर बनने की है। आयुष के पिता मनोज कुमार केसरी एकाउंट ऑफिसर हैं हैं और मां इंदु पोस्टमास्टर हैं। 

96.2 प्रतिशत अंकों के साथ विद्यालय में द्वितीय स्थान हासिल करने वाले अर्पित यादव की तमन्ना चिकित्सक बनने की हैं। अर्पित के पिता अनिल कुमार यादव निजी कार्य करते हैं और मां भानुमती गृहणी हैं। 

96.2 प्रतिशत अंकों के साथ विद्यालय में द्वितीय स्थान हासिल करने वाले देवांश सिंह इंजीनियर बनकर देश की तरक्की में अपना योगदान देना चाहते है। देवांश के पिता यज्ञ नारायण सिंह SRM मोटर्स में GM हैं और मां नीतू सिंह गृहणी हैं। 

96 प्रतिशत अंकों के साथ विद्यालय में तृतीय स्थान हासिल करने वाले रौनित कुमार की तमन्ना भी इंजीनियर बनकर देश की तरक्की में अपना योगदान देने की है। रौनित के पिता कृष्ण देव मोदी बिजनेसमैन हैं और मां बबीता देवी गृहणी हैं।

95.8 प्रतिशत अंकों के साथ चतुर्थ स्थान हासिल करने वाले आदित्य शर्मा की तमन्ना साफ्टवेयर इंजीनियर बनकर देश की तरक्की में अपना योगदान देने की है। आदित्य के पिता प्रदीप कुमार शर्मा अधिवक्ता हैं और मां शशि शर्मा गृहणी हैं।

95.2 प्रतिशत अंकों के साथ पंचम स्थान हासिल करने वाले भौमिक द्विवेदी भी इंजीनियर बनकर देश की तरक्की में अपना योगदान देना चाहते है। भौमिक के पिता दिवाकर द्विवेदी बिजनेसमैन हैं और मां चारु द्विवेदी शिक्षिका हैं।