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डॉ. कला वेंकट उदय डब्ल्यूसीडीएम आपदा तैयारी पुरस्कार 2024 से सम्मानित


नई दिल्ली (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। आईआईटी मंडी के प्रख्यात भू-तकनीकी इंजीनियर और एसोसिएट प्रोफेसर, डॉ. कला वेंकट उदय को डब्ल्यूसीडीएम-डीआरआर अवार्ड्स सेरेमनी 2024 में प्रतिष्ठित आपदा तैयारी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह समारोह संविधान क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित किया गया, जहां आपदा जोखिम न्यूनीकरण और स्थिरता में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।
इस भव्य समारोह में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। जबकि जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति एम.एम. कुमार स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार (आईएएस) भी उपस्थित रहे। जिससे इस अवसर की गरिमा और बढ़ गई।

डॉ. उदय को भूस्खलन आपदा जोखिम न्यूनीकरण, प्रकृति-आधारित शमन समाधान और जैव-भू-तकनीक में नवाचारों के लिए सम्मानित किया गया। 15 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, उन्होंने आईआईटी मंडी में भूस्खलन निगरानी और पूर्व चेतावनी प्रणालियों की अग्रणी पहल का नेतृत्व किया है, जिससे विशेष रूप से हिमालयी क्षेत्र में आपदा प्रबंधन प्रथाओं में क्रांतिकारी बदलाव आया है।

अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए, डॉ. उदय ने अपनी टीम के सामूहिक प्रयास और आईआईटी मंडी के निरंतर समर्थन को श्रेय देते हुए कहा, “यह पुरस्कार आपदा-प्रतिरोधी समुदायों के निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह हमें जीवन बचाने और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के अपने मिशन को और आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है।”

डब्ल्यूसीडीएम-डीआरआर अवार्ड्स, जिसे डिजास्टर मैनेजमेंट इनिशिएटिव्स एंड कन्वर्जेंस सोसाइटी (DMICS) द्वारा आयोजित किया जाता है, आपदा स्थिरता के क्षेत्र में अग्रणी व्यक्तित्वों को मान्यता देता है। इस वर्ष के कार्यक्रम में नीति-निर्माता, वैज्ञानिक और उद्योग विशेषज्ञ शामिल हुए, जिन्होंने आपदा प्रबंधन के लिए नवाचारों पर चर्चा की।

डॉ. उदय की उपलब्धियाँ यह दर्शाती हैं कि वास्तविक विश्व की चुनौतियों के समाधान में शैक्षणिक जगत की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है। उनके नवाचार, जैसे आईओटी-आधारित पूर्व चेतावनी प्रणाली और सतत निर्माण तकनीक, समुदायों को आपदा जोखिमों को प्रभावी ढंग से कम करने के लिए प्रेरित और सशक्त बनाते हैं।